बीजिंग: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने यूक्रेन युद्ध पर अमेरिका के साथ वार्ता से पहले अपने दोस्त भारत और चीन को ताजा अपडेट दिया है। पुतिन ने शुक्रवार को सबसे पहले पीएम मोदी से फोन पर बातचीत की और उन्हें यूक्रेन युद्ध का सारा अपडेट बताया। इसके बाद उनकी बात चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग हुई। यह बातचीत पुतिन के उस आगामी शिखर सम्मेलन से पहले हुई, जिसमें वे अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ मिलकर यूक्रेन युद्ध के भविष्य को लेकर चर्चा करेंगे।
पुतिन के अनुरोध पर जिनपिंग ने किया कॉल
चीनी विदेश मंत्रालय द्वारा जारी बयान के अनुसार पुतिन ने यूक्रेनी संकट की वर्तमान स्थिति और रूस-अमेरिका के बीच हाल की संपर्क और संवाद के बारे में जानकारी दी। यह फोन कॉल पुतिन के अनुरोध पर हुई। पुतिन पर ट्रंप की ओर से दबाव था कि वे फरवरी 2024 में रूस द्वारा शुरू किए गए यूक्रेन युद्ध को समाप्त करें। ताकि अपनी क्षेत्रीय दावों को सुदृढ़ कर सकें। अमेरिकी रिपोर्टों के अनुसार ट्रंप चाहते हैं कि पुतिन युद्धविराम पर सहमति दें, जिसके बाद शांति समझौता किया जाए। यह शिखर सम्मेलन योजना तब बनी जब ट्रंप के विशेष दूत स्टीवन विटकॉफ़ ने मास्को जाकर पुतिन से लंबी बैठक की।
पुतिन और जिनपिंग 2013 से हैं दोस्त
पुतिन और शी ने 2013 से व्यक्तिगत मित्रता स्थापित की है, जिससे रूस-चीन संबंधों को रणनीतिक आयाम मिला है। दोनों देशों ने राजनीतिक और सैन्य सहयोग बढ़ाया है, जो अमेरिका और यूरोपीय संघ की वैश्विक प्रभुता के लिए बड़ी चुनौती बन रहा है। उन्होंने कई बार मुलाकात की है और व्यापारिक संबंध मजबूत किए हैं, जिसके तहत चीन रूस का सबसे बड़ा तेल और गैस खरीदार बन गया है। चीन ने रूस के यूक्रेन आक्रमण पर रणनीतिक अस्पष्टता बरती है और मॉस्को को हथियार सप्लाई करने के आरोपों से इनकार किया है।
एससीओ में शामिल होने चीन पहुंच सकते हैं पुतिन
संभावना है कि पुतिन अगस्त के अंत में तियानजिन में शंघाई सहयोग संगठन (SCO) शिखर सम्मेलन में भाग लेने चीन आने वाले हैं। उन्होंने कहा कि रूस-चीन की समग्र रणनीतिक साझेदारी किसी भी परिस्थिति में अपरिवर्तित रहेगी। SCO शिखर सम्मेलन 31 अगस्त से 1 सितंबर तक होगा। इसके बाद पुतिन 3 सितंबर को बीजिंग में चीन की विशाल सैन्य परेड देखने रहेंगे, जो जापानी आक्रमण और विश्व एंटी-फासीवादी युद्ध में चीन की जीत की 80वीं वर्षगांठ मनाने के लिए है। इस सम्मेलन में पीएम मोदी के भी जाने की संभावना है।
शी और पुतिन में क्या हुई बात
शी ने पुतिन को कहा कि चीन यूक्रेन संकट पर अपनी स्थिति में स्थिर रहेगा और चाहे हालात जैसे भी हों, शांति वार्ताओं को बढ़ावा देता रहेगा। उन्होंने कहा कि जटिल समस्याओं के सरल समाधान नहीं होते और चीन की नीतियों और स्थिति को विस्तार से बताया। शी ने कहा कि चीन को यह देखकर खुशी होती है कि रूस और अमेरिका संपर्क बनाए हुए हैं, संबंध सुधार रहे हैं और राजनीतिक समाधान की दिशा में काम हो रहा है। दोनों नेताओं ने चीन-रूस संबंधों के और विकास के लिए मिलकर काम करने पर सहमति जताई।
पीएम मोदी और पुतिन में क्या बात हुई
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से शुक्रवार को फोन पर बात की। इस दौरान दोनों नेताओं ने भारत-रूस विशेष एवं विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई। पुतिन ने मोदी को यूक्रेन के साथ अपने देश के जारी संघर्ष के बारे में जानकारी दी और प्रधानमंत्री ने इस मुद्दे के शांतिपूर्ण समाधान के लिए भारत के दृढ़ रुख को दोहराया। दोनों नेताओं के बीच यह बातचीत ऐसे समय में हुई है जब ट्रंप ने बुधवार को रूस से तेल खरीद जारी रखने पर भारत से आयातित वस्तुओं पर अतिरिक्त 25 प्रतिशत शुल्क लगाने के कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर कर दिए थे। मोदी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘मेरे मित्र राष्ट्रपति पुतिन के साथ बहुत अच्छी और विस्तृत बातचीत हुई। मैंने यूक्रेन पर नवीनतम घटनाक्रम से अवगत कराने के लिए उनका धन्यवाद किया। (पीटीआई)