Wednesday, April 24, 2024
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लंबे युद्ध से रूसी सेना परेशान, आपस में लड़ रहा सैन्य नेतृत्व, प्रेशर में पुतिन, जानिए क्या है वजह?

रूसी कमांडरों को ‘मूर्ख’ की संज्ञा देते हुए प्रिगोझिन ने उन्हें गत सप्ताह ‘आपराधिक आदेशों’ के लिए जिम्मेदार ठहराया और सवाल किया कि क्या सेना रूसी क्षेत्र का बचाव कर सकती है।

Deepak Vyas Written By: Deepak Vyas @deepakvyas9826
Published on: May 19, 2023 16:12 IST
लंबे युद्ध से रूसी सेना परेशान, आपस में लड़ रहा सैन्य नेतृत्व, प्रेशर में पुतिन, जानिए क्या है वजह?- India TV Hindi
Image Source : FILE लंबे युद्ध से रूसी सेना परेशान, आपस में लड़ रहा सैन्य नेतृत्व, प्रेशर में पुतिन, जानिए क्या है वजह?

Russia Ukraine War News: रूस और यूक्रेन की जंग लंबी खींच जाने से अब रूसी सेना भी खीझ उठी है। रूस की  प्राइवेट मिलिट्री कंपनी के वैगनर समूह के प्रमुख की एक शिकायत ने रूस में शीर्ष स्तर पर चल रहे सैन्य नेतृत्व के सत्ता संघर्ष को उजागर कर दिया है। वैगनर ग्रुप और रूसी सशस्त्र समूह के बीच सैन्य ड्रामा जारी है। रूस की ओर से लड़ रही प्राइवेट मिलिट्री फोर्स वैगनर ग्रुप के प्रमुख येवजेनी प्रिगोझिन की शेखी से यह बात उजागर हुई है। 

गोला बारूद की धीमी आपूर्ति से है खास परेशानी, उठाए सवाल

रूसी कमांडरों को ‘मूर्ख’ की संज्ञा देते हुए  प्रिगोझिन ने उन्हें गत सप्ताह ‘आपराधिक आदेशों’ के लिए जिम्मेदार ठहराया और सवाल किया कि क्या सेना रूसी क्षेत्र का बचाव कर सकती है। गोला बारुद की धीमी आपूर्ति से परेशान प्रिगोझिन ने रूस के रक्षा मंत्री सर्गेइ शोइगु और उसके चीफ ऑफ जनरल स्टाफ वेलरी गेरासिमोव पर हमला करते हुए वैगनर लड़ाकों के शव के साथ एक वीडियो भी बनाया था। उन्होंने शव दिखाते हुए क्रोध में कहा, ‘उनकी तरफ देखो। उनकी तरफ देखो। आप महंगे क्लबों में बैठते हैं। आपके बच्चे यूट्यूब वीडियो बनाते हैं। वे (वैगनर लड़ाके) अपनी जान गंवाते हैं ताकि आप अपने कार्यालय में बैठकर भर पेट भोजन कर सकें।’

पुतिन को बताया 'हैप्पी ग्रैंडफादर'

प्रिगोझिन ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन पर भी निशाना साधते हुए उन्हें ‘हैप्पी ग्रैंडफादर’ बताया जिन्हें लग रहा है कि यूक्रेन में युद्ध सुचारू रूप से चल रहा है। प्रिगोझिन को रूसी राष्ट्रपति का करीबी माना जाता है। वैगनर समूह और रूस की सेना के बीच विवाद वैश्विक दर्शकों के सामने चल रहा एक सीरियल बन गया है। इस सप्ताह वाशिंगटन पोस्ट में प्रकाशित एक लेख में कहा गया कि प्रिगोझिन ने कई मौकों पर यूक्रेन के सैन्य खुफिया तंत्र से संपर्क किया था।

यूक्रेन की सेना से बखमुत पर की थी सांठगांठ!

खबर में दावा किया गया है कि प्रिगोझिन ने यूक्रेनी सेना को प्रस्ताव दिया था कि अगर वह बखमुत से वापस चली जाती है जहां वैगनर लड़ाके महीनों से यूक्रेनी बलों से लड़ रहे हैं, तो वह रूसी सेना के ठिकानों के बारे में जानकारी दे सकते हैं। अगर क्रेमलिन इसे मान लेता है तो प्रिगोझिन बड़ी मुसीबत में फंस सकते हैं। हालांकि, विवादित दस्तावेज और गलत सूचनाएं यूरेशिया में अपनाया जाने वाला आम हथकंडा है। 

वैगनर और प्रिगोझिन दोनों पुतिन के लिए अहम

वैगनर और प्रिगोझिन दोनों पुतिन के लिए महत्वपूर्ण हैं। पुतिन ने शायद ही कभी अपने करीबी लोगों का साथ छोड़ा होगा। पुतिन के साथ प्रिगोझिन के संबंध साल 2000 से हैं जब उनकी कंपनी ‘कॉन्कॉर्ड कैटरिंग’ राजकीय भोज के लिए क्रेमलिन की पसंदीदा साझेदार बन गयी थी। बता दें कि फरवरी 2022 में यूक्रेन पर हमला करने के बाद से अब तक रूस अपने कई जनरलों की जान गंवा चुका है।

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