नई दिल्ली: सीबीआई ने विदेश मंत्रालय और गृह मंत्रालय की मदद से कुख्यात अपराधी लखविंदर कुमार को अमेरिका से वापस लाने में बड़ी सफलता हासिल की है। लखविंदर कुमार हरियाणा पुलिस को कई मामलों में वांछित था, जिसमें रंगदारी, धमकाना, गैर कानूनी हथियार रखना और हत्या की कोशिश जैसे गंभीर अपराध शामिल हैं। वह कुख्यात लॉरेंस बिश्नोई गैंग से जुड़ा बताया जाता है।
अमेरिका से डिपोर्ट किया गया
हरियाणा पुलिस की मांग पर इंटरपोल ने उसके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया था। इसके बाद उसे अमेरिका से डिपोर्ट किया गया और 25 अक्टूबर को दिल्ली एयरपोर्ट पर उतारते ही हरियाणा पुलिस की टीम ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
बता दें कि सीबीआई अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भगोड़ों पर नजर रखने के लिए इंटरपोल के जरिए कार्रवाई करती है। पिछले कुछ सालों में इंटरपोल की मदद से 130 से ज्यादा अपराधियों को वापस भारत लाया जा चुका है।
लॉरेंस बिश्नोई कौन है?
लॉरेंस बिश्नोई एक कुख्यात भारतीय गैंगस्टर है, जो मुख्य रूप से उत्तर भारत में सक्रिय अपराधी संगठन के सरगना के रूप में जाना जाता है। उसका जन्म 12 फरवरी 1993 को पंजाब के फाजिल्का जिले के दुतारावाली (या धत्तरांवाली) गांव में हुआ था।
लॉरेंस बिश्नोई गैंग का नेटवर्क भारत (दिल्ली-एनसीआर, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, गुजरात) से लेकर कनाडा, अमेरिका और पुर्तगाल तक फैला हुआ है। अनुमान है कि उनके गिरोह में 700 से अधिक शूटर सक्रिय हैं।
फिलहाल लॉरेंस बिश्नोई जेल में बंद है। लॉरेंस बिश्नोई का मामला भारतीय अपराध जगत में एक उभरते खतरे का प्रतीक है, जो छात्र राजनीति से शुरू होकर वैश्विक नेटवर्क तक पहुंच गया। हालांकि वे सभी आरोपों से इनकार करते हैं, लेकिन सबूतों के आधार पर जांच चल रही है।
बॉलीवुड स्टार सलमान खान को धमकी देने के मामले में लॉरेंस बिश्नोई का नाम खूब चर्चा में आया था। इसके अलावा पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या में भी लॉरेंस का नाम सामने आया था।


