Wednesday, December 17, 2025
Advertisement
  1. Hindi News
  2. Explainers
  3. EXPLAINER: हरियाणा के नूंह में क्यों भड़की हिंसा, कैसे जंगल की आग की तरह शहर-शहर फैला बवाल

EXPLAINER: हरियाणा के नूंह में क्यों भड़की हिंसा, कैसे जंगल की आग की तरह शहर-शहर फैला बवाल

हरियाणा के नूंह में सोमवार को भड़की हिंसा से बवाल मच गया है, हरियाणा से सटे कई जिलों में इसकी आग भड़क गई है। फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है। आखिर क्यों और कैसे फैली हिंसा-जानिए हर एक बात-

Written By: Kajal Kumari
Published : Aug 01, 2023 02:44 pm IST, Updated : Aug 01, 2023 03:34 pm IST
nuh violence case- India TV Hindi
Image Source : PTI कैसे और क्यों भड़की नूंह में हिंसा की आग

EXPLAINER: हरियाणा के नूंह इलाके में धार्मिक यात्रा के ऊपर हुए हमले और दो गुटों के बीच हिंसक हुई झड़प की आग अब यूपी के मथुरा और हरियाणा की सीमा पर बने कोसी कोटवन बॉर्डर तक पहुंच गई है। हिंसा की आग की लपटें राजस्थान के भी कुछ जिलों तक पहुंच गई हैं। हर जगह पुलिस अलर्ट मोड़ पर दिखाई दे रही है और एहतियातन इस हिंसा को बढ़ने से रोकने के लिए इंटरनेट और सोशल मीडिया पर कड़ी निगाह रखी जा रही है। इस हिंसक वारदात की जानकारी मिलते ही इसकी आग कई राज्यों में फैल गई और कई हिंदूवादी संगठन के लोग भी बड़ी संख्या में हरियाणा के बॉर्डर पर पहुंच गए और हरियाणा में हुई घटना के विरोध में नारेबाजी की। 

कैसे भड़की हिंसा की आग

सोमवार, 31 जुलाई को हरियाणा के मेवात और सोहना में दो समुदायों के बीच जबरदस्त बवाल हुआ और देखते ही देखते हिंसा की आग गुरुग्राम, फरीदाबाद तक पहुंच गई। यहां दोनों समुदायों ने एक-दूसरे पर जमकर पत्थर चलाए। करीब 90 गाड़ियों में तोड़फोड़ और आगजनी की गई। इस तनाव की शुरुआत नूंह से हुई, जहां ब्रजमंडल यात्रा के दौरान दो गुटों में टकराव हुआ और देखते ही देखते हंगामा इतना बढ़ गया कि पत्थर के साथ साथ गोलियां भी चलीं और इस हिंसा में दो होम गार्ड्स समेत पांच लोगों की मौत हो गई, जबकि 10 से ज्यादा पुलिसकर्मी घायल हुए।

इस हिंसा को देखते हुए नूंह में कर्फ्यू लगा दिया गया है और इंटरनेट पर भी तीन दिन के लिए रोक लगा दी गई है। इसके अलावा गुरुग्राम, फरीदाबाद और रेवाड़ी में धारा 144 लागू कर दी गई है और इन जगहों पर स्कूल बंद कर दिए गए हैं। हरियाणा से सटे राजस्थान के भरतपुर में भी अलर्ट जारी किया गया है। यहां की चार तहसीलों में इंटरनेट सेवा को बंद कर दिया गया है। 

हरियाणा सरकार ने नूंह जिले में कानून व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने के लिए केंद्र से एक हफ्ते के लिए रैपिड एक्शन फोर्स की 20 कंपनियां मांगी हैं. इन्हें जिले के संवेदनशील इलाकों में तैनात किया जाएगा।

दरअसल, नूंह में हिंदू संगठनों की तरफ से तय था कि ब्रजमंडल यात्रा निकाली जाएगी,  तय प्लान के मुताबिक मेवात में शिव मंदिर के सामने से बृजमंडल यात्रा निकाली जा रही थी, तभी यात्रा पर पथराव हो गया। इस बृजमंडल यात्रा में बजरंग दल के कई कार्यकर्ता पहुंचे थे और देखते ही देखते पत्थरबाजी शुरू हो गई।

मोनू मानेसर ने किया था ऐलान

इस घटना का सबसे अहम पहलू ये है कि चर्चित मोनू मानेसर ने पहले ही वीडियो शेयर कर यात्रा में अधिक से अधिक लोगों से पहुंचने की अपील की थी। इतना ही नहीं मोनू मानेसर ने कहा था कि वह खुद भी इस रैली में शामिल होगा। हालांकि, मोनू मानेसर इस यात्रा में नहीं आया, लेकिन बिट्टू बजरंगी नाम के कथित गोरक्षक के शामिल होने पर तनाव बढ़ गया और नूंह में दूसरे पक्ष के लोगों ने जमकर बवाल काटा और पथराव शुरू हो गया।  

बता दें कि मोनू मानेसर नासिर-जुनैद हत्याकांड में वांटेड है। हरियाणा के भिवानी में लोहारू के बारवास गांव के पास एक जली हुई बोलेरो में 16 फरवरी को दो कंकाल मिले थे। मृतकों की पहचान नासिर (25) और जुनैद (35) के तौर पर हुई थी। इन दोनों की हत्या के बाद ही मोनू मानेसर चर्चा में आया था।

बवाल इतना मचा कि कम पड़ गई पुलिस फोर्स

नूंह में देखते ही देखते बवाल इतना बढ़ा कि पुलिस बल तक हिंसा पर काबू पाने के लिए कम पड़ गया। ऐसे में हिंसा प्रभावित क्षेत्र में गुरुग्राम से मेवात अतिरिक्त फोर्स भेजा गया। इस बीच हमलावरों ने मेवात से गुरुग्राम जा रही पुलिस की गाड़ियों पर भी जमकर पथराव किया और इस हमले में कुछ पुलिसकर्मी घायल हो गए तो वहीं होमगार्ड नीरज (थाना खेड़की दौला) व होमगार्ड गुरसेवक (थाना खेड़की दौला) की मौत हो गई। अन्य सभी घायल पुलिसकर्मियों का मेदांता हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है।

बढ़ी हिंसा के चलते सैकड़ों लोग मंदिर में फंस गए। दावा किया जा रहा है कि उन्हें सैकड़ों की भीड़ ने घेर लिया था और उनपर पथराव किया गया। हालांकि, बाद में पुलिसबल ने सभी लोगों को सुरक्षित निकाल लिया।  

काफी संवेदनशील है मेवात-नूंह इलाका

हरियाणा का मेवात-नूंह इलाका गो-तस्करी के विवाद में पहले से बेहद संवेदनशील इलाका रहा है। ये इलाका देश की राजधानी से सिर्फ डेढ़ घंटे की दूरी पर है। नूंह हिंसा की आग कुछ देर में हरियाणा के सोहना और गुरुग्राम तक पहुंच गई। सोहना इलाके में भी दोनों पक्षों की तरफ गाड़ियों में आग लगा दी गई। दोनों ही पक्षों की ओर से पत्थर चलाए गए। सोहना में भीड़ ने कई गाड़ियों में तोड़फोड़ की तो एक गाड़ी को आग के हवाले भी कर दिया। सोहना में कई दुकानों को भी आग के हवाले कर दिया गया।

नूंह के साइबर थाने पर भी हमला किया गया। थाने में  तैनात सिपाही ने बताया कि हजारों की संख्या में भीड़ ने थाने पर हमला किया और थाने के बाहर गाड़ियों में तोड़फोड़ कर आगजनी की गई। भीड़ ने थाने का गेट तोड़ने की कोशिश की, जब नहीं टूटा तो बस ले आए। बस से थाने की दीवार तोड़ी गई. इसके बाद पथराव किया गया।

रखी जा रही कड़ी निगरानी

मेवात क्षेत्र में हिंसा के बाद यूपी हरियाणा बॉर्डर पर जाम लग गया था। आईजी आगरा रेंज और एसएसपी ने नूह हरियाणा की सीमा से लगे गांव कांकिया का दौरा किया और धर्मगुरुओं व लोगों से बात कर शांति बनाए रखने की अपील की। आईजी ने लोगों को अफवाहों पर ध्यान न देने और अफवाह न फैलाने की नसीहत दी है। 

भरतपुर में भी इंटरनेट बंद

हरियाणा के नूंह- मेवात में हुये बवाल को लेकर राजस्थान के भरतपुर की चार तहसील में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। भरतपुर की पहाड़ी, कांमा, नगर, सीकरी में आज सुबह 6 बजे से कल सुबह 6 बजे तक नेट बंद रहेगा। संभागीय आयुक्त सावरमल वर्मा ने नेट बंद करने के आदेश जारी किए। इसके साथ ही  बवाल के बाद सोनीपत पुलिस की अलर्ट मोड पर है। पुलिस कमिश्नर बी सतीश बालन में सोनीपत की जनता से की शांति बनाए रखने की अपील की है। सोनीपत के सभी पुलिस अधिकारी चप्पे-चप्पे पर नज़र बनाए हुए हैं।

विधायक ने लगाया आरोप-घटना सुनियोजित थी

हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने पीटीआई को बताया कि पुलिस ने एक शिव मंदिर से लगभग 2,500 पुरुषों, महिलाओं और बच्चों को बाहर निकाला। नूंह के विधायक अफजल अहमद ने मंगलवार को आरोप लगाया कि यह घटना हिंसा का एक सुनियोजित कृत्य था। अहमद ने कहा, "हिंसा की एक योजनाबद्ध कार्रवाई को अंजाम दिया गया है। अतीत में यात्राएं हुई हैं, लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ।" विधायक ने कहा, "सोशल मीडिया पर वीडियो अपलोड करके जानबूझकर उकसावे की कार्रवाई की गई।"

स्थिति तनावपूर्ण लेकिन नियंत्रण में

इस बीच, मंगलवार को नूंह और आसपास के इलाकों में ताजा हिंसा की कोई खबर नहीं है। अर्धसैनिक बलों की 13 कंपनियां जिले में पहुंच चुकी हैं, जबकि छह कंपनियां अभी आनी बाकी हैं। किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए एहतियात के तौर पर फरीदाबाद, पलवल और गुरुग्राम में धारा 144 लागू कर दी गई है।  नूंह के कार्यवाहक एसपी नरेंद्र बिजारनिया ने कहा कि स्थिति नियंत्रण में है और घटना के संबंध में कुछ लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

Google पर इंडिया टीवी को अपना पसंदीदा न्यूज सोर्स बनाने के लिए यहां
क्लिक करें

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। News in Hindi के लिए क्लिक करें Explainers सेक्‍शन

Advertisement
Advertisement
Advertisement