Original Fact Check by Vishvas News: भारत में इस वक्त लोकसभा चुनाव 2024 का सीजन चल रहा है। सभी राजनीतिक दलों के नेता एक दूसरे के खिलाफ बयानों की बौछार कर रहे हैं। हालांकि, इस चुनावी सीजन में सोशल मीडिया के ऊपर फेक न्यूज की भी बाढ़ आ गई है। ताजा मामला आया है कि भारत के भगोड़े नीरव मोदी से जुड़ा हुआ। नीरव मोदी से जुड़ा एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। ये वीडियो 1:33 मिनट की है और इसमें दावा किया जा रहा है कि पंजाब नेशनल बैंक घोटाला मामले के मुख्य आरोपी नीरव मोदी ने लंदन की एक अदालत में कहा है कि भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने भारत से भागने में उनकी मदद की और इसके बदले में उसने इन नेताओं को कथित तौर पर 456 करोड़ रुपये की रिश्वत दी।
हालांकि, हमारी पड़ताल में वायरल पोस्ट पूरी तरह फर्जी पाई गई। नीरव मोदी ने ऐसा कोई बयान नहीं दिया है।
क्या हो रहा है वायरल?
फेसबुक यूजर ‘सपोर्टर दिलीप मौर्य गोरखपुर’ ने 11 मई को एक वीडियो को अपलोड करते हुए दावा किया, “नीरव मोदी का खुलासा, बीजेपी की धड़कन तेज, कम से कम 10 ग्रुप में भेज कर हक का साथ देवें। बहुत स्पीड से इसको करें फॉरवर्ड। पब्लिक को होना चाहिए हकीकत की जानकारी।” वायरल पोस्ट के आर्काइव वर्जन को यहां देखा जा सकता है। विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर कई अन्य यूजर्स ने भी इस वीडियो को समान और मिलते-जुलते दावे के साथ शेयर किया है।
पड़ताल
आपको बता दें कि नीरव मोदी से जुड़ा यह फर्जी दावा अक्सर सोशल मीडिया पर वायरल होता रहता है। इस बार भी इसे लोकसभा चुनाव के बीच में वायरल करके झूठ फैलाने की कोशिश की जा रही है। मामले की पड़ताल के लिए हमने सबसे पहले नीरव मोदी केस में ताजा अपडेट जानने के लिए गूगल ओपन सर्च टूल का इस्तेमाल किया। यहां सर्च करने पर हमें नीरव मोदी से जुड़ी खबरें कई न्यूज वेबसाइट पर मिली। एबीपी लाइव डॉट कॉम पर 7 मई 2024 को पब्लिश एक खबर में बताया गया, “भगोड़े नीरव मोदी को यूनाइटेड किंगडम की एक कोर्ट से बड़ा झटका लगा है। दरअसल, ईडी के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, नीरव मोदी ने लंबी कैद का हवाला देते हुए 16 अप्रैल 2024 को यूके में वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट की कोर्ट में 5वीं बार जमानत याचिका दायर की थी, लेकिन 7 मई 2024 को सुनवाई के दौरान इसे खारिज कर दिया गया।”
पूरी खबर को यहां पढ़ा जा सकता है।
वायरल हो रहे दावे की जांच को आगे बढ़ाते हुए दावे के आधार पर कीवर्ड बनाकर सर्च किया। हमें एक भी ऐसी विश्वसनीय खबर नहीं मिली, जो वायरल दावे की पुष्टि कर सके। जागरण डॉट कॉम पर भी इसे लेकर 7 मई 2024 को एक खबर प्रकाशित की गई। इसमें बताया गया, “पंजाब नेशनल बैंक से करोड़ों रुपये का घोटाला कर फरार हुए भगोड़े कारोबारी नीरव मोदी ब्रिटेन की कोर्ट से झटका लगा। नीरव ने मंगलवार को ब्रिटेन में एक नई जमानत याचिका दायर की, जिसे न्यायाधीश ने खारिज कर दिया। नीरव पांच साल से अधिक समय से लंदन की जेल में है।”
खबर में आगे बताया गया, “भारत ने पीएनबी घोटाले और मनी लॉन्ड्रिंग मामले में नीरव मोदी के प्रत्यर्पण की मांग की है। इस मामले में नीरव प्रत्यर्पण का मुकदमा हार चुका है। लंदन में वेस्टमिंस्टर कोर्ट के जज जान जानी ने अपने फैसले में कहा कि जमानत के खिलाफ पर्याप्त आधार हैं। इस बात की आशंका बनी हुई है कि नीरव गवाहों को प्रभावित कर सकता है या संभव है कि वह मुकदमे की सुनवाई के लिए अदालत में पेश न हो।”
वायरल दावे को लेकर बिजनेस स्टैंडर्ड के डिप्टी न्यूज एडिटर नीलकमल सुंदरम से संपर्क किया था। उन्होंने बताया था कि लंदन की अदालत में नीरव मोदी ने ऐसा कोई बयान नहीं दिया है, जैसा कि वायरल पोस्ट में दावा किया गया है। वायरल दावे को लेकर भाजपा के उत्तर प्रदेश के राज्य प्रवक्ता अवनीश त्यागी से भी बात की गई थी। उनका कहना है कि यह पहली बार नहीं है, जब भाजपा के बदनाम करने के लिए यह दावा वायरल हुआ हो। पहले भी कई बार ये दावा सोशल मीडिया पर बीजेपी की छवि खराब करने के लिए शेयर किया गया है।
पड़ताल के अंत में फर्जी वीडियो को पोस्ट करने वाले यूजर की जांच की गई। पता चला कि फेसबुक यूजर ‘सपोर्टर दिलीप मौर्य गोरखपुर’ को पांच हजार से ज्यादा लोग फॉलो करते हैं। इससे ज्यादा जानकारी इस अकाउंट पर नहीं मिली।
निष्कर्ष : पड़ताल में वायरल पोस्ट बेबुनियाद साबित हुई। नीरव मोदी ने लंदन की अदालत में ऐसा कोई बयान नहीं दिया है, जैसा कि वायरल वीडियो में दावा किया जा रहा है।
Claim Review : नीरव मोदी ने लंदन की अदालत में दिया भाजपा के खिलाफ बयान
Claimed By : Facebook user 'Supporter Dilip Maurya Gorakhpur'
Fact Check : झूठ
(Disclaimer: यह फैक्ट चेक मूल रूप से Vishvas News द्वारा किया गया है, जिसे Shakti Collective की मदद से India TV ने पुन: प्रकाशित किया है)