सोशल मीडिया के दौर में हर दिन कई फेक न्यूज और फेक वीडियो वायरल होते रहते हैं। आम लोग इन फेक न्यूज पर आसानी से भरोसा कर लेते हैं और इन्हें आगे फॉरवर्ड कर देते हैं। इन्हीं फेक न्यूज से आपको सावधान करने के लिए हम लेकर आते हैं फैक्ट चेक। फेक न्यूज का ताजा मामला है कि यूजर्स प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का एक वीडियो शेयर कर दावा कर रहे हैं कि पीएम मोदी ने कहा कि 17 जून को बकरीद है। नमाज के बाद मुसलमानों से छेड़खानी न करें। हालांकि फैक्ट चेक की जांच में वायरल दावा फर्जी साबित हुआ। पड़ताल में पता चला कि पीएम मोदी ने बकरीद को लेकर ऐसा कुछ भी नहीं बोला है। यूजर्स 2023 की लोकसभा कार्यवाही के दौरान पीएम मोदी द्वारा दिया भाषण के वीडियो को एडिट कर उसमें फर्जी ऑडियो लगाकर गलत दावे के साथ शेयर कर रहे हैं।
क्या हो रहा है वायरल?
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक पर एक यूजर ने 5 मई 2025 को एक वीडियो को शेयर किया है जिसमें पीएम मोदी यह कहते हुए नजर आ रहे हैं कि 17 जून को बकरा ईद है। कृप्या कोई भी मियां भाई से बकरा ईद की नमाज के बाद छेड़खानी न करे। वहीं, एक अन्य यूजर ने यूट्यूब पर 10 मई 2025 को समान दावे के साथ वायरल वीडियो को शेयर किया है।

पड़ताल में क्या सामने आया?
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस वीडियो की सच्चाई जानने के लिए हमने संबंधित कीवर्ड की मदद से गूगल पर सर्च किया, इस दौरान हमें इस बारे में कोई भी विश्वसनीय मीडिया रिपोर्ट नहीं मिली। इसके बाद हमने वायरल वीडियो के की-फ्रेम्स को गूगल लेंस की मदद से रिवर्स इमेज सर्च किया। इस दौरान हमें द इंडियन एक्सप्रेस के यूट्यूब अकाउंट पर 8 फरवरी 2023 को अपलोड की गई एक वीडियो मिली, जो मूल रूप से समाचार एजेंसी पीटीआई की थी। असली वीडियो और वायरल वीडियो में काफी समानता दिखी। दोनों वीडियो में पीएम मोदी ने एक ही कपड़े पहने हुए हैं। इस वीडियो में प्रधानमंत्री मोदी ने लोकसभा में 2023 में कश्मीर में राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा को लेकर निशाना साधा था। उन्होंने कही भी बकरीद का जिक्र नहीं किया है।

पड़ताल के अगले चरण में हमें यह वीडियो डीडी नेशनल के यूट्यूब चैनल पर मिला। मूल वीडियो में लगभग 1 घंटे 22 मिनट की टाइमलाइन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हावभाव वायरल वीडियो से पूरी तरह मेल खाते हैं। इससे यह स्पष्ट हो गया कि फरवरी 2023 की इस लोकसभा कार्यवाही की रिकॉर्डिंग के एक हिस्से को काटकर उसमें नकली ऑडियो जोड़ा गया है। एडिटिंग के जरिए संदर्भ से हटाकर इसे सोशल मीडिया पर भ्रामक दावे के साथ फैलाया गया, जो कि पूरी तरह से फर्जी है। बता दें कि इस साल बकरीद 6 या 7 जून को है।
Fact Check में क्या निकला?
Fact Check में यह साफ हुआ कि प्रधानमंत्री मोदी ने बकरीद को लेकर ऐसा कोई बयान नहीं दिया है। वायरल वीडियो फरवरी 2023 की लोकसभा कार्यवाही का एक हिस्सा है, जिसे एडिट कर उसमें फर्जी ऑडियो जोड़ा गया है। मूल संदर्भ से हटाकर इस क्लिप को सोशल मीडिया पर भ्रामक दावे के साथ शेयर किया गया, जो पूरी तरह गलत और गुमराह करने वाला है। लोगों को ऐसी किसी भी पोस्ट से सावधान रहने की सलाह दी जाती है। (इनपुट: भाषा)