नई दिल्ली: दिल्ली के गार्गी कॉलेज की छात्राओं के साथ सांस्कृतिक उत्सव के दौरान पुरुषों के एक समूह के कॉलेज में दाखिल होने और कथित छेड़छाड़ की घटना को लेकर कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ प्रोमिला कुमार ने सोमवार को कहा कि हमने शिकायतकर्ताओं, चश्मदीदों और इस मामले में जानकारी रखने वाले किसी भी व्यक्ति के साथ बातचीत के लिए एक उच्च-स्तरीय तथ्य-खोज समिति का गठन किया है। प्रोमिला कुमार ने इस मामले पर कहा कि यह समिति समय-समय पर ढंग से शिकायतकर्ताओं की इच्छा होने पर पुलिस को शिकायत प्रस्तुत करने को लेकर एक रिपोर्ट तैयार करेगी। उन्होनें कहा कि छात्रों के पास गोपनीय जांच के लिए गार्गी कॉलेज के आईसीसी से संपर्क करने का विकल्प भी है।
दिल्ली पुलिस ने भी इस मामले में अब एफआईआर दर्ज कर ली है। पुलिस ने कहा कि कॉलेज अधिकारियों ने उससे शिकायत की है। हौज खास थाने में भारतीय दंड संहिता की धाराओं 452 (हमला करना, या नुकसान पहुंचाने के इरादे से अनधिकृत तरीके से घुसना), धारा 354 (महिला की मर्यादा को क्षति पहुंचाने के लिए उस पर हमला या आपराधिक बल प्रयोग), धारा 509 (किसी महिला की मर्यादा का अनादर करने के आशय से कोई अश्लील शब्द कहना, हावभाव प्रकट करना या कोई कृत्य करना) और धारा 34 (साझा आपराधिक इरादा) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
कुछ छात्राओं ने इस घटना के संबंध में सोशल मीडिया पर जानकारी साझा की थी। सोशल मीडिया पोस्ट के अनुसार छह फरवरी को कॉलेज उत्सव ‘रेवरी’ के दौरान शाम करीब साढ़े छह बजे नशे में धुत पुरुषों के समूह ने कॉलेज के प्रवेश द्वार पर धावा बोल दिया था और वे अंदर घुस गए गए जिसके बाद उन्होंने छात्राओं के साथ कथित रूप से छेड़छाड़ की थी।