Saturday, April 27, 2024
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Photo Blog: कायनात काजी की जुबानी, संगाई फेस्टिवल की कहानी...

डॉक्टर कायनात काजी- दिल्ली से मणिपुर तक का सफ़र लंबा है। यहां तक पहुंचने के दो ही साधन हैं, या तो बस या फिर फ्लाइट। पहाड़ों की दूर दूर तक फैली क़तारों को पार करके

IndiaTV Hindi Desk IndiaTV Hindi Desk
Updated on: November 29, 2016 22:20 IST
sangai festival
sangai festival

महीनों पहले से इस फेस्टिवल की तैयारी शुरू हो जाती है। इंफाल मे फेस्टिवल ग्राउंड जिसे BOAT कहते हैं, में फेस्टिवल का आयोजन किया जाता है। ग्राउंड मे एक तरफ मणिपुर की जनजातियों के जीवन को दर्शाने के लिए उन जनजातियों के घरों के स्वरूप तैयार किए जाते हैं। दूसरी तरफ खाने पीने के स्टॉल्स और तीसरी तरफ यहां की लोक कला से जुड़े स्टॉल्स, जहाँ पर हाथ से बने कपड़े, बांस का हेंडीक्राफ्ट आइटम्स होते हैं। इसी ग्राउंड मे एक बड़ा-सा आधुनिक सुविधाओं से परिपूर्ण ओपन थियेटर भी है जहाँ हर शाम सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। मणिपुर के लोगों के जीवन मे संगीत और नृत्य का बड़ा महत्व है इसीलिए यहां के लड़के और लड़कियां इन आयोजनों मे बढ़-चढ़ कर भाग लेते हैं।

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