नई दिल्ली: कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री द्वारकाधीश मंदिर में जाति पूछे जाने का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है। इस मामले पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए द्वारकाधीश मंदिर के पुजारी ने कहा कि वो वहीं थे और किसी ने भी कुमारी शैलजा की जाति नहीं पूछी थी क्योंकि वो वहीं पर थे और उनका आरोप गलत है। आपको बता दें कि कुमारी शैलजा के इस बयान के बाद केंद्रीय मंत्री जनरल वी के सिंह भी शैलजा को आड़े हाथों ले चुके हैं। शैलजा और वीके सिंह की इस तकरार के कारण कल पूरे दिन सदन की कार्यवाही बाधित रही।
क्या था मामला-
आपको बता दें कि कुमारी शैलजा ने संविधान पर चर्चा के दौरान कहा था कि गुजरात के एक मंदिर में उनके साथ भेदभाव हुआ था और उनकी जाति पूछी गई थी।
क्या कहा पुजारी ने-
पुजारी शंभू जी ठाकुर ने कहा कि वो उस वक्त वहीं मौजूद थे और किसी ने भी पूर्व केंद्रीय मंत्री कुमारी शैलजा से उनकी जाति नहीं पूछी। उन्होंने कहा कि उनका आरोप गलत है। साथ ही उन्होंने कहा कि यहां पर किसी की भी जाति नहीं पूछी जाती है। इस बारे में कोई भी आकर यहीं देख सकता है। पुजारी ने बताया कि यहां तक शैलजा ने विजिटर्स डायरी में मंदिर दर्शन के अपने अनुभव को शानदार बताया था। पुजारी ने यह भी कहा कि सिर्फ संकल्प के दौरान जाति और गोत्र पूछा जाता है, जो कि पुरानी परंपरा है।
शैलजा के बयान पर सदन में खूब हुआ हंगामा-
कुमारी शैलजा के इस बयान के बाद केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली और पीयूष गोयल की टिप्पणियों पर कांग्रेस नेताओं ने भारी विरोध किया था। इसको लेकर बुधवार और गुरुवार को सदन में जमकर हंगामा हुआ था। जानकारी के मुताबिक शैलजा संसद में यह बोलते हुए रो पड़ी थीं कि उनकी जाति पूछी गई थी। इस पर जवाब देते हुए वित्त मंत्री अरुण जेटली ने वो विजिटर्स डायरी को साक्ष्य के तौर पर पेश करते हुए कहा था जिसमें खुद शैलजा ने मंदिर की तारीफ लिखी थी।