Famous Temple In Delhi: साल 2026 के आने में अब बस कुछ दिन ही बाकी है। ऐसे में हर कोई नए साल को सेलिब्रेट करने की तैयारी में जुटा हुआ है। नए साल को मनाने का सबका अपना-अपना तरीका होता है। लेकिन अधिकतर लोग 1 जनवरी के दिन मंदिर जाकर भगवान के आगे मत्था टेककर ही अपने नए साल की शुरुआत करते हैं। बहुत से लोग नए साल पर देश के प्रसिद्ध मंदिरों के दर्शन करने की प्लानिंग करते हैं। वो अपने नए साल को और खास बनाने के लिए प्रसिद्ध मंदिरों के दर्शन करने जाते हैं। लेकिन अगर आप दिल्ली-एनसीआर में रहते हैं पर इस साल न्यू ईयर पर दूसरे शहर नहीं जा पा रहे हैं तो फिक्र मत करिए। हम आपको दिल्ली के उन प्रसिद्ध और मान्यता वाले मंदिरों के बारे में बताएंगे जहां भक्तों की हर मनोकामना पूरी होती है। तो आप भी नए साल पर इन मंदिरों के दर्शन कर के अपना नया साल और खास बना सकते हैं। तो चलिए जानते हैं दिल्ली के फेमस मंदिरों के बारे में।
कालकाजी मंदिर
कालकाजी का मंदिर दिल्ली ही नहीं बल्कि पूरे देश में काफी प्रसिद्ध है। कालकाजी का मंदिर सिद्धपीठों में से एक माना जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इसी जगह पर मां दुर्गा महाकाली के रूप में प्रकट हुई थीं और असुरों का संहार किया था। मां काली के इस मंदिर में भक्तों की हर मुराद पूरी होती है। नवरात्रि के दौरान कालकाजी मंदिर में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है।
प्राचीन हनुमान मंदिर
प्रसिद्ध प्राचीन हनुमान मंदिर दिल्ली के कनॉट प्लेस के बाबा खड़क सिंह मार्ग पर स्थित है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, यहां पर हनुमान जी की मूर्ति स्वंय प्रकट हुई थीं। हनुमान जी के इस मंदिर में मंगलवार और शनिवार को भक्तों की लंबी कतार रहती है। बजरंगबली के इस मंदिर में भक्तों की हर कामना पूर्ण होती है।
छतरपुर मंदिर
छतरपुर मंदिर दिल्ली के भव्य मंदिरों में से एक है। छतरपुर मंदिर देवी दुर्गा को समर्पित है जिसमें माता के भव्य रूप के दर्शन होते हैं। यह मंदिर माता दुर्गा के छठे स्वरूप माता कात्यायनी को समर्पित है, इसलिए इसका नाम भी कात्यायनी शक्तिपीठ रखा गया है। इस मंदिर में जो भी भक्त सच्चे दिल से मत्था टेकता है माता रानी उसकी हर मुराद जरूर पूरी करती हैं।
गौरी शंकर मंदिर
गौरी शंकर मंदिर दिल्ली चांदनी चौक में स्थित है। यह मंदिर भगवान शिव और माँ आदिशक्ति को समर्पित है। यहां भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करने से भक्तों की हर मनोकामना पूरी होती है। कहा जाता है कि गौरी शंकर मंदिर करीब 800 साल पुराना है। इस मंदिर में महादेव-मां पार्वती, भगवान गणेश और कार्तिकेय जी की प्रतिमाएं भी विराजमान हैं।
झंडेवालान मंदिर
दिल्ली के करोल बाग स्थित झंडेवाला मंदिर झंडेवाली देवी को समर्पित एक सिद्धपीठ है। पूरे साल यहां लाखों की संख्या में भक्तगण देश- विदेश से दर्शन करने आते हैं। कहा जाता है कि मां झंडेवाली की प्रतिमा खुदाई में प्राप्त हुई थी। मंदिर के शिखर पर एक बड़ा झंडा लगाया गया, जो दूर से दिखता था। इसी कारण मंदिर का नाम झंडेवाला पड़ा और पूरा इलाका झंडेवालान कहलाने लगा। झंडेवालान मंदिर दिल्ली के सबसे पुराने मंदिरों में से एक है और इसका धार्मिक व ऐतिहासिक महत्व बहुत अधिक है।
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं। इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। इंडिया टीवी एक भी बात की सत्यता का प्रमाण नहीं देता है।)
ये भी पढ़ें: