राजस्थान के धौलपुर डांग इलाके में कुख्यात डकैत जगन गुर्जर कुछ ही दिन पहले जेल से बाहर आया है। आते ही उसके आतंक ने इलाके में खलबली मचा दी है। जगन गुर्जर ने सरेआम फायरिंग कर लोगों में दहशत फैला दी। उसने बाड़ी कस्बे में सरकारी अस्पताल के सामने बाजार में दुकानदारों से मारपीट कर तोड़फोड़ की। इस कुख्यात बदमाश ने बाद में बसईडांग थाना क्षेत्र के करणसिंह का पुरा गांव में महिलाओं और बच्चों से भी मारपीट की। इस दौरान उसने मुखबिरी के शक में महिलाओं के कपड़े फाड़कर उन्हें सरेआम निर्वस्त्र घुमाया।
इसके बाद अब राजस्थान के धौलपुर में ग्रामीण इलाके जो बीहड़ से सटे है वहां लोगों को डर है कि न जाने कब डकैत जगन आ जाए और किसी वारदात को अंजाम दें। हत्या, लूटपाट, पुलिस से मुठभेड़ समेत कई केस में वांटेड जगन गुर्जर जब भी जेल से बाहर आता है इलाके में तांडव मचा देता है। इस बार 4 दिन पहले जगन जेल से बाहर आया और बाहर आते ही पहले धौलपुर के एक इलाके में दुकानदारो से मारपीट की, बंदूक लहराई जो सीसीटीवी में साफ़ देखा जा सकता है।
जगन गुर्जर 12 जून को बीहड़ के एक गांव करणसिंह का पुरा में दोपहर तीन बजे पंहुचा। गांव में सिर्फ महिलाए और बच्चे थे। पुरुष गांव से दूर जानवरों को चराने गए थे। उसी दौरान जगन ने गांव के दो घरों में अपने साथियों के साथ हमला किया। आरोप है जगन ने महिलाओं के साथ बत्तमीजी की, लूटपाट की और गंभीर आरोप ये भी है कि महिलाओं को गांव में नग्न घुमाया। गांव में बच्चों और महिलाओं को मारपीट कर हवा में फायर करके जगन फरार हो गया जिसके बाद महिलाओं ने अपने पतियो को फोन पर जानकारी दी।
खौफ का तांडव मचाने के बाद जगन और उसके साथियों की पुलिस के साथ मुठभेड़ भी हुई है लेकिन घने बीहड़ और इलाके से वाकिफ जगन फरार होने में कामयाब हो गया। हालांकि इन वारदातों के बाद इलाके में पुलिस एक्टिव हुई है और जगह-जगह पैट्रोलिंग के साथ पीड़ित परिवार को सुरक्षा भी प्रदान की है। सुरक्षाकर्मी पुलिस के सीनियर अधिकारियों का कहना है कि जगन बदमाश को ढूढ़ने की लगातार कोशिशें की जा रही है। जगन ने गांव में दुकानों में लूटपाट की इसे तो पुलिस मान रही है लेकिन महिलाओ को नग्न घुमाने वाली बात को झूठ बता रही है।
आपको बता दें कि डकैत जगन का जुर्म की दुनिया का इतिहास 1994 का है जब इसने पहली हत्या की थी और 7 साल बाद सरेंडर किया था इसके बाद 2005 में ये जेल से बाहर आया और दोबारा से वारदातें करनी शुरू कर दी। जगन 11 लाख का बदमाश रह चुका है और गुर्जर आंदोलन के समय इसने 2009 में तत्कालीन मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के बंगले को उड़ाने की धमकी दी थी। लेकिन बाद में पुलिस के दबाव से सरेंडर किया था। अब एक बार फिर जेल से बाहर आकर इसमें इलाके में तांडव मचा दिया है जिससे लोग बेहद डरे हुए है।