भारत अपनी रक्षा के मामले में लगातार आत्मनिर्भरता की ओर आगे बढ़ रहा है। देश में लगताार एक बाद एक एयर डिफेंस सिस्टम, मिसाइल और विमान आदि का निर्माण हो रहा है। हाल ही में ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान के खिलाफ भारत के स्वदेशी हथियारों के प्रदर्शन से दुनिया के कई देश चौंक गए हैं। आपको बता दें कि भारत को रक्षा के मामले में आत्मनिर्भर बनाने में सबसे अहम रोल रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन यानी DRDO निभा रहा है। अब DRDO के प्रमुख डॉ. समीर वी. कामत ने India TV से बातचीत में भारत के पिनाका रॉकेट सिस्टम को लेकर बड़ा खुलासा किया है। आइए जानते हैं कि DRDO प्रमुख ने क्या कुछ कहा है।
गाइडेड पिनाका पर क्या अपडेट है?
DRDO के प्रमुख डॉ. समीर वी. कामत ने जानकारी दी है कि पिनाका और पिनाका इनहैंस्ड रेंज रॉकेट सिस्टम सेना के बेड़े में शामिल हो चुके हैं। इसके साथ ही उन्होंने बताया है कि DRDO की ओर से गाइडेड पिनाका के ट्रायल्स भी पूरे कर लिए गए हैं। सेना की ओर से जल्द ही उसका ऑर्डर भी दिया जाने वाला है। आपको बता दें कि गाइडेड रॉकेट किसी भी टारगेट पर सटीक तरह से हमला करने में सक्षम होते हैं।
पिनाका के दो घातक वैरिएंट पर काम शुरू
DRDO के प्रमुख डॉ. समीर वी. कामत ने आगे एक और बड़ी खबर दी है। उन्होंने बताया है कि DRDO 120 किलोमीटर रेंज और 300 किलोमीटर रेंज के पिनाका रॉकेट सिस्टम पर भी काम शुरू करने जा रहा है। ये सिस्टम भी अगले 3 से 5 साल के भीतर सेना के बेड़े में शामिल हो जाएंगे। समीर वी. कामत ने कहा है कि देश की जो आर्टिलरी की क्षमता है वो पूरी तरह से आत्मनिर्भर है और जो भी जरूरत होगी हम उसको पूरा कर सकते हैं।
जानें पिनाका रॉकेट की खास बातें
पिनाका एक मल्टी बैरल रॉकेट लॉन्चर सिस्टम है। इसे पुणे में स्थित DRDO की दो प्रयोगशालाओं ARDI और HEMRL ने मिलकर तैयार किया है। ये सिस्टम उन्नत नैविगेशन और कंट्रोल सिस्टम से लैस है। पिनाका के एमके-1 रॉकेट सिस्टम की रेंज करीब 40 किमी है। वहीं, पिनाका II संस्करण की रेंज 60 किमी है। पिनाका के लेटेस्ट संस्करण पिनाका एमके-II ER वर्जन की रेंज 90 किलोमीटर तक की बताई जाती है।