महाराष्ट्र के बीड जिले में पुलिस ने मंगलवार को एक ऐसे गिरोह का भंडाफोड़ किया है, जो जरूरतमंद दूल्हों से मोटी रकम लेकर फर्जी शादियां करवाता था। पुलिस ने एक महिला को गिरफ्तार किया है, जो शादी के कुछ ही घंटों बाद अपने ससुराल से भागने की कोशिश कर रही थी। अधिकारियों ने बताया कि यह मामला अंबाजोगाई तहसील के कोडरी गांव के निवासी 36 वर्षीय नागेश जगताप से जुड़ा है।
पुलिस के अनुसार, एक विवाह एजेंट ने नागेश जगताप से शादी कराने का वादा किया और इसके बदले में कथित तौर पर 1.90 लाख रुपये लिए थे। जगताप और प्रीति राउत नामक महिला का विवाह कैज तहसील के एक मंदिर में मंगलवार दोपहर करीब 12:30 बजे संपन्न हुआ। समारोह के बाद दंपति और उनके रिश्तेदार कोडरी गांव पहुंचे।
शौचालय जाने के बहाने भागने की कोशिश
गैंग की पोल तब खुली जब शादी के कुछ ही घंटों बाद नवविवाहित प्रीति राउत ने भागने की कोशिश की। एक अधिकारी ने बताया कि मंगलवार शाम करीब 4:30 बजे प्रीति राउत शौचालय जाने के बहाने ससुराल से निकली और भागने लगी। एक स्थानीय ग्रामीण ने उसे संदिग्ध रूप से घूमते हुए देखा और तुरंत जगताप के परिवार को सूचित किया। परिवार ने तलाश शुरू की और महिला को दिघोल अंबा बस स्टैंड के पास पकड़ा गया।
गिरोह के खिलाफ मामला दर्ज
महिला से पूछताछ में खुलासा हुआ कि जगताप के साथ फर्जी शादी करके उसे ठगने की यह एक सुनियोजित साजिश थी। जगताप की शिकायत के आधार पर, पुलिस ने प्रीति राउत, उसकी एक महिला रिश्तेदार, एक विवाह एजेंट और एक अन्य व्यक्ति सहित चार लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। गिरफ्तार की गई प्रीति राउत को अदालत ने 10 दिसंबर तक पुलिस हिरासत में भेज दिया है। (इनपुट- भाषा)
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