महाराष्ट्र की राजनीति में एक बार फिर दो भाइयों की मुलाकात की चर्चा हो रही है। दरअसल, शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने अपने भाई राज ठाकरे से मुलाकात करने उनके आवास पर पहुंचे। इस मुलाकात ने विपक्षी गठबंधन महा विकास अघाड़ी (MVA) में दरार की अटकलों को और हवा दे दी है। इस बैठक में संजय राउत और अनिल परब भी मौजूद थे।
गठबंधन पर कांग्रेस की चिंता
उद्धव और राज ठाकरे की यह मुलाकात ऐसे समय में हुई है, जब महा विकास अघाड़ी (MVA) के भीतर पहले से ही तनाव की स्थिति है। सूत्रों के मुताबिक, बीते दिन उद्धव ठाकरे और कांग्रेस नेताओं के बीच एक बैठक हुई थी, जिसमें कांग्रेस ने राज ठाकरे के साथ संभावित गठबंधन को लेकर अपनी चिंता जाहिर की थी।
कांग्रेस जानना चाहती थी कि क्या उद्धव ठाकरे, महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) को भी MVA में शामिल करना चाहते हैं और अगर ऐसा होता है तो क्या वे खुद गठबंधन में बने रहेंगे।
यह भी कहा जा रहा है कि उद्धव ठाकरे ने मनसे प्रमुख को गठबंधन में शामिल होने का प्रस्ताव दिया था, जिस पर कांग्रेस नेताओं ने कहा कि अंतिम फैसला दिल्ली में आलाकमान ही लेगा।
दशहरा रैली और BMC चुनाव की तैयारी
इस मुलाकात की एक और अहम वजह दशहरा रैली हो सकती है। शिवसेना के संस्थापक बालासाहेब ठाकरे दशहरा पर शिवाजी पार्क में एक बड़ी जनसभा करते थे। अब शिवसेना के विभाजन के बाद एकनाथ शिंदे गुट नेस्को मैदान में और उद्धव ठाकरे शिवाजी पार्क में यह सभा करते हैं।
माना जा रहा है कि इस मुलाकात में उद्धव ठाकरे ने राज ठाकरे को इस जनसभा में शामिल होने का निमंत्रण दिया है। अगर राज ठाकरे इसमें शामिल होते हैं, तो यह एक बड़ा राजनीतिक संदेश होगा कि दोनों भाई एक बार फिर साथ आ रहे हैं। माना जा रहा है कि दशहरा तक यह साफ हो जाएगा कि दोनों भाई बृहन्मुंबई महानगरपालिका (BMC) चुनाव मिलकर लड़ेंगे या नहीं।
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