धर्मेंद्र प्रधान भारत सरकार में पेट्रोलियम एवं प्रकृति गैस मंत्री हैं। इसके साथ वह कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय का भी काम देखते हैं। भारतीय जनता पार्टी के नेता प्रधान मध्य प्रदेश से भाजपा सांसद हैं। पहली बार 2012 में बिहार से राज्यसभा सांसद चुने गए प्रधान 2004 से लेकर 2009 तक लोकसभा में भी पार्टी का प्रतिनिधत्व कर चुके हैं। वह ओडिशा विधानसभा में 2000-2004 तक विधायक भी रहे हैं। प्रधान ने 2004 में ओडिशा की देवगढ़ सीट से लोकसभा में अपनी सीट पुख्ता की थी। उनके पिता देबेंद्र प्रधान ने भी इसी सीट से 1998 और 1999 में लोकसभा चुनावों में जीत दर्ज की थी। देबेंद्र पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में मंत्री भी थे। धर्मेंद्र को भाजपा की नई पीढ़ी के सबसे असरदार नेताओं में गिना जाता है। 26 जून 1969 को जन्मे प्रधान ने अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत 1983 में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता के तौर पर की थी। उसके बाद वह 1985 में तलचर कॉलेज स्टूडेंट्स यूनियन के अध्यक्ष बने, और 1995 में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय सचिव बनाए गए। 2007-10 तक वह भारतीय जनता युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे और 2010 से लेकर अभी तक इसके इंचार्ज हैं।
प्रधान ने कहा कि भारत का बढ़ता ईंधन क्षेत्र विदेशी निवेशकों के लिए आकर्षक है।
केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने नवोन्मेष के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि भारत अगले पांच साल में जीवाश्म ईंधन का सबसे बड़ा उपभोक्ता बन जाएगा।
प्रधान ने कहा कि जल जीवन मिशन का लक्ष्य 2024 तक प्रत्येक ग्रामीण परिवार को हर घर जल सुनिश्चित करना है।
पिछले पांच साल के दौरान, तेल विपणन कंपनियों ने ग्राहकों को एलपीजी की आसान उपलब्धता के लिए 9000 से अधिक एलजीपी वितरकों की नियुक्ति की है।
कर्मचारियों को लिखे पत्र में प्रधान ने अर्थव्यवस्था में इस्पात क्षेत्र के महत्व को रेखांकित करते हुए वृद्धि की कहानी में भी क्षेत्र की भूमिका का जिक्र किया।
लोकसभा महासचिव स्नेहलता श्रीवास्तव ने सोमवार को केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान का नाम निचले सदन के सदस्य के रूप में शपथ लेने के लिए पुकारा, जबकि वह राज्यसभा के सदस्य हैं
धर्मेंद्र प्रधान को नरेंद्र मोदी कैबिनेट में दोबारा से जगह मिली है। पिछली सरकार की तरह ही इस बार भी उन्हें पेट्रोलियम मंत्रालय दिया गया है।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद, प्रकाश जावडेकर और धर्मेंद्र प्रधान के पास गुरुवार को शपथ ग्रहण में शामिल होने के लिए फोन आया है
धर्मेंद्र प्रधान का यह बयान ऐसे समय आया है जब एक दिन पहले एक्जिट पोल में मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में भाजपा के लिए चुनौतीपूर्ण स्थिति और राजस्थान में हार का पूर्वानुमान व्यक्त किया गया था।
केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद प्रधान ने बुधवार को कहा कि केंद्र सरकार पूरे देश में गैस पाइपलाइन बिछाने के लिए 70,000 करोड़ रुपए खर्च करेगी।
अगले महीने की 4 तारीख से ईरान पर अमेरिकी प्रतिबंधों के लागू होने से पहले भारत ने मंगलवार को कहा कि क्रूड ऑयल मार्केट की प्रतिकूल परिस्थितियों के लिए कच्चे तेल की उपलब्धता कोई वजह नहीं है
पेट्रोलियम मंत्री ने कहा कि दो तेल कंपनियों ने नवंबर में ईरान से तेल खरीदने का आर्डर दिया है
पेट्रोलियम मंत्री ने कहा कि कृषि अवशेष, गोबर और स्थानीय निकायों के ठोस कचरे से बायो गैस सृजित करने के लिए 5,000 बायो गैस संयंत्र स्थापित करने की योजना है।
पहली अक्तूबर को पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ऑयल कंपनियों के साथ मिलकर सस्ते परिवहन के लिए टिकाऊ विकल्प के तौर पर SATAT नाम की योजना लॉन्च करेंगे
पेट्रोल और डीजल की कीमतें थमने का नाम ही नहीं ले रही हैं। शुक्रवार को पेट्रोल के दाम 10 पैसे और बढ़ गए।
केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने शुक्रवार को कहा कि देश में ईंधन कीमतों में बढ़ोतरी अंतरराष्ट्रीय कारकों से हो रही है और अब यह जरूरी हो गया है कि पेट्रोल तथा डीजल को माल एवं सेवा कर (जीएसटी) के तहत लाया जाए।
रविवार के मुकाबले सोमवार को दिल्ली और मुंबई में पेट्रोल की कीमतों में 31 पैसे, कोलकाता में 30 पैसे और चेन्नई में 32 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी हुई है
केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेद्र प्रधान ने मंगलवार को कहा कि आगामी दिनों में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में और ज्यादा कमी आएगी। प्रधान ने कहा कि मोदी सरकार उपभोक्ताओं के हितों की रक्षा करने की इच्छुक है।
केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने आज उम्मीद जताई कि पेट्रोलियम उत्पादों को GST के दायरे में ला दिया जायेगा। GST के दायरे में आने से ईंधन की कीमतों में उतार - चढ़ाव को कम करने में मदद मिलेगी। प्रधान ने गुरुवार को उड़ीसा के भुवनेश्वर में कहा कि लंबी अवधि में पेट्रोलियम उत्पादों को GST के दायरे में लाना तय है। धर्मेंद्र प्रधान के मुताबिक इससे पेट्रोल और डीजल की कीमतों में काफी हद तक अंकुश लगाने में मदद मिलेगी।
अमेरिका के बाद अब रूस से भी भारत को एलएनजी मिलने लगी है। भारत दुनिया भर में तरल प्राकृतिक गैस (एलएनजी) का चौथा बड़ा खरीदार है और अपने आयात के स्रोता का विस्तार कर रहा है।
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