बांग्लादेश के क्रिकेटर यह कहते हुए हड़ताल पर चले गए हैं कि वह तब तक क्रिकेट संबंधी गतिविधियों में हिस्सा नहीं लेंगे जब तक बोर्ड उनकी मांगे पूरी नहीं करता है। बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (बीसीबी) के अध्यक्ष नजमुल हसन ने मंगलवार को कहा है कि यह खिलाड़ियों की साजिश है। 'द डेली स्टार' ने हसन के हवाले से लिखा है, "हम पता लगाएंगे कि इस साजिश के पीछे कौन है।"
रिपोर्ट के मुताबिक बीसीबी ने मीरपुर में बैठक की है लेकिन आगे बोर्ड क्या कदम उठाने वाला है इस बारे में हसन ने कुछ भी नहीं बताया।
शाकिब अल हसन, महमुदुल्लाह, मुश्फीकुर रहीम ने सोमवार को एक संवाददाता सम्मेलन में साफ कर दिया था कि वह तब तक क्रिकेट संबंधी गतिविधियों का हिस्सा नहीं बनेंगे जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं की जाती हैं।
शाकिब ने कहा, "हम अंडर-19 टीम को इसमें शामिल नहीं करेंगे क्योंकि वह विश्व कप की तैयारी कर रहे हैं। हर कोई यहां हैं और हम जानते हैं कि हर कोई हमारे साथ है। हम क्रिकेट नहीं खेलेंगे। तब तक जब तक हमारी मांगें पूरी नहीं हो जातीं, हम क्रिकेट में वापसी नहीं करेंगे।"
मीडिया रिपोटर्स की माने तो खिलाड़ियों को बांग्लादेश प्रीमियर लीग (बीपीएल) में अपने वेतन को लेकर शिकायते हैं।
इस हड़ताल ने बांग्लादेश के भारत दौर पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के भावी अध्यक्ष सौरभ गांगुली ने हालांकि कहा है कि वह खिलाड़ी इस मुद्दे को सुलझा लेंगे और इसका असर सीरीज पर नहीं पड़ेगा।
गांगुली ने कहा, "यह आंतरिक मामला है, लेकिन वह इसे हल कर लेंगे। वह आएंगे।"
गांगुली से जब पूछा गया कि क्या वो बीसीबी अध्यक्ष से बात करेंगे तो पूर्व भारतीय कप्तान ने कहा, "यह उनका आंतरिक मामला है। मैं बीसीबी में बात करता लेकिन यह मेरे अंडर में नहीं आता है।"