न्यजीलैंड दौरे पर टी-20 सीरीज के बाद भारतीय क्रिकेट टीम के प्रदर्शन में लगातार गिरावट आई है। खास तौर से टेस्ट सीरीज में टॉप ऑर्डर के बल्लेबाज पूरी तरह से फ्लॉप साबित रहे हैं। वहीं टीम के कप्तान विराट कोहली का प्रदर्शन भी औसत ही रहा है। टेस्ट सीरीज में विराट कोहली न्यूजीलैंड के गेंदबाजों के आगे लगातार संघर्ष करते हुए नजर आए यही कारण है कि उन्होंने दो मैचों की चार पारियों में सिर्फ 38 रन ही बना पाए। 6 साल बाद किसी विदेशी दौरे पर कप्तान विराट कोहली का बल्ला इतना खामोश रहा है।
न्यूजीलैंड दौरे पर विराट कोहली चार टी-20, तीन वनडे और दो टेस्ट मैच खेलने मैदान पर उतरे। इस दौरान उन्होंने 11 पारियों में वह केवल एक बार वे 50 रन के आंकड़े को पार करने में कामयाब हो पाए हैं। वहीं तीनों फॉर्मेट को मिलाकर कोहली के खाते में कुल 218 रन जुड़े हैं।
इससे पहले साल 2014 में इंग्लैंड दौरे पर विराट कोहली रन बनाने के लिए तरसे थे। इंग्लैंड दौरे पर कोहली तीनों फॉर्मेट मिलाकर कुल 10 मैच खेलने मैदान पर उतरे थे जिसमें उन्होंने सिर्फ एक अर्द्धशतक लगाया था।
वहीं पांच साल बाद यह पहला मौका आया है जब विराट कोहली किसी सीरीज में शतक नहीं लगा पाए हैं। इससे पहले बांग्लादेश के खिलाफ वनडे, टेस्ट और टी-20 सीरीज में खेलते हुए वह एक बार भी 100 रनों के आंकड़े को पार नहीं कर पाए थे।