आईसीसी महिला वनडे वर्ल्ड कप 2025 के दूसरे सेमीफाइनल मैच में भारतीय महिला टीम ने ऑस्ट्रेलिया को नवी मुंबई के मैदान पर खेले गए मुकाबले में 5 विकेट से मात देने के साथ फाइनल के लिए अपनी जगह को पक्का कर लिया है। टीम इंडिया के लिए ये मुकाबला आसान नहीं था, जिसमें उन्हें 339 रनों का बड़ा टारगेट चेज करना था, जिसे अभी तक वर्ल्ड कप के नॉकआउट मैच में किसी भी टीम ने हासिल नहीं किया था। टीम इंडिया ने इस असंभव टारगेट को हासिल करने के साथ ऐतिहासिक जीत दर्ज की ऑस्ट्रेलियाई महिला टीम के विजयी अभियान को भी रोकने का काम किया। इससे पहले महिला वनडे वर्ल्ड कप में ऑस्ट्रेलिया की टीम को पिछली हार साल 2017 में मिली थी और तब भी उन्हें भारत ने ही मात दी थी। वहीं इस ऐतिहासिक जीत के बाद भारतीय महिला टीम की कप्तान हरमनप्रीत कौर भी काफी खुश दिखाई दी जिसमें उन्होंने अपने बयान में जीत का श्रेय पूरी टीम को दिया।
मैं अपनी खुशी को शब्दों में बयां नहीं कर सकती हूं
भारतीय महिला टीम की कप्तान हरमनप्रीत कौर ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सेमीफाइनल मुकाबले में मिली जीत के बाद दिए अपने बयान में कहा कि मैं अपनी टीम पर काफी गर्व महसूस कर रही हूं। मेरे पास इस जीत को बयां करने के लिए शब्द नहीं है, मुझे काफी अच्छा लग रहा है क्योंकि हमने उस मुकाम को हासिल किया है जिसको लेकर हम पिछले कई सालों से मेहनत कर रहे थे। हमने हेड कोच से बात की थी। हम दोनों को इस टीम पर बहुत गर्व है। हमें भरोसा है कि कोई भी खिलाड़ी किसी भी परिस्थिति में कोई भी मैच जीत सकता है। कुछ गलतियाँ जरूर हुईं, लेकिन हम अपनी गलतियों से सीख रहे हैं। आज हम चाहते थे कि हर परिस्थिति में सब कुछ हमारे पक्ष में हो और खुद को टीम के लिए मौजूद रहने के लिए कहते रहे और यह हमारे काम आया।
आखिरी के पांच ओवर्स काफी अहम होते हैं
हरमनप्रीत कौर ने अपने बयान में आगे कहा कि एक बार जब आप खेल से बाहर हो जाते हैं, तो वापसी करना मुश्किल होता है। मुझे पता है कि यह 50 ओवर्स का खेल है लेकिन आखिरी 5 ओवर ऐसे होते हैं जहां आपको बहुत सोच-समझकर खेलना होता है। हमें पता था कि हमें ऐसी ही स्थिति में क्या करना है और हम 50वें ओवर से पहले मैच खत्म करना चाहते थे। जेमिमा रोड्रिग्ज ऐसी खिलाड़ी हैं जो हमेशा टीम के लिए अच्छा प्रदर्शन करना चाहती है। हमेशा बहुत सोच-समझकर खेलती हैं और जिम्मेदारी लेना चाहती है। हमें उन पर हमेशा भरोसा रहा है। हम दोनों ने मैदान पर अच्छा समय बिताया। जब हम बल्लेबाजी कर रहे थे तो हम एक-दूसरे की तारीफ कर रहे थे और सोच-समझकर खेल रहे थे। उनके साथ बल्लेबाजी करना वाकई बहुत अच्छा लगता है। वह हमेशा मुझे बताती रहती हैं कि हमने 5 रन बनाए, सात रन बनाए, दो गेंदें बाकी हैं।
इससे पता चलता है कि वह कितनी ध्यान से खेलती है। यह देखकर हैरानी होती है कि वह कैसे सोच रही थीं। टीम के लिए धैर्य बनाए रखने और बल्लेबाजी जारी रखने के लिए उन्हें बहुत-बहुत श्रेय दिया जाना चाहिए। एक और मैच बाकी है। आज हम सभी ने अच्छा खेला और परिणाम से खुश हैं। लेकिन हमने अगले मैच के बारे में बात करना शुरू कर दिया है, इससे पता चलता है कि हम कितने केंद्रित हैं और वर्ल्ड कप जीतने के लिए कितने उत्सुक हैं। घरेलू दर्शकों के सामने वर्ल्ड कप में खेलना खास होता है, और हम अपने प्रशंसकों और परिवारों को कुछ वापस देना चाहते हैं।