देश में जारी कोरोना वायरस संकट के बीच इलाज के दौरान संक्रमित मरीजों को दी जाने वाली प्लाज्मा थेरेपी पर रोक लगा दी गई है। आईसीएमआर और एम्स ने कोविड मरीजों के इलाज के लिए नई गाइडलाइंस जारी की हैं। मालूम हो कि पिछले साल से ही प्लाज्मा थेरेपी मरीजों को दी जा रही थी।
सरकार ने सोमवार को देश में जारी कोरोना वायरस संकट के बीच इलाज के दौरान संक्रमित मरीजों को दी जाने वाली प्लाज्मा थेरेपी पर रोक लगा दी है। सरकार ने पाया कि कोविड-19 मरीजों के उपचार में प्लाज्मा थेरेपी गंभीर बीमारी को दूर करने और मौत के मामलों को कम करने में फायदेमंद साबित नहीं हुई।
दुनिया भर के विशेषज्ञ बार बार इस बात पर जोर दे रहे हैं कि कोरोना की दूसरी लहर से निपटने के कारगर तरीका तेज टीकाकरण ही है। वहीं, कई लोगों के मन में यह भी सवाल है कि अगर वे कोविड वैक्सीन की पहली डोज लेने के बाद पॉजिटिव हो जाते हैं, तो क्या दूसरी डोज लेनी चाहिए।
देश में कोरोना संकट के बीच केंद्र और राज्य सरकारें ऑक्सीजन की कमी के खिलाफ भी एक मुश्किल लड़ाई लड़ रही हैं। दिल्ली में ऑक्सीजन की कमी के कारण मरीजों की जान लगातार जा रही है। इस बीच राजधानी दिल्ली के दो अस्पतालों में बुधवार से हाई कैपिसिटी वाले दो ऑक्सीजन प्लांट की शुरुआत हो रही है।कोविड के मामलों में उछाल और ऑक्सीजन की कमी को देखते हुए देश में 500 मेडिकल ऑक्सीजन संयंत्र लगाने के लिए पीएम केयर्स फंड से राशि आवंटित की गई है। इन संयंत्रों को तीन माह में लगाए जाने की योजना है।
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ट्रॉमा सेंटर में भर्ती पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को आज अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। उन्हें 19 अप्रैल को यहां भर्ती कराया गया था।
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, द्वितीय वर्ष के लिए AIIMS परीक्षा 2021 में देश के COVID 19 मामलों में वृद्धि के कारण UG छात्रों को स्थगित कर दिया गया है। संस्थान ने एमबीबीएस द्वितीय और अंतिम वर्ष के छात्रों के लिए स्नातक पूरक परीक्षा और व्यावहारिक परीक्षण स्थगित कर दिए हैं।
ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस (एम्स) और इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) ने मिलकर एक नई गाइडलाइन जारी की है।
एम्स ने कोविड-19 की मौजूदा स्थिति के चलते अपर्याप्त संसाधनों और स्टाफ की कमी के चलते कोरोना वायरस के संक्रमितों के संपर्क में आए स्वास्थ्य कर्मियों की जांच और बिना लक्षण वाले संपर्कों के पृथक-वास को बंद करने का फैसला किया है।
एम्स ऋषिकेश और दून मेडिकल कॉलेज में आईसीयू बेड नहीं मिलने के चलते हरिद्वार महाकुंभ में शामिल होने आए 70 वर्षीय एक साधु की हरिद्वार के कोविड केयर सेंटर में मौत हो गई।
दिल्ली स्थिति AIIMS के डायरेक्टर रणदीप गुलेरिया ने जो बताया वह और ज्यादा चिंता में डालने वाला है।
स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने कोरोनोवायरस के खिलाफ लड़ाई के बारे में स्थिति का आकलन करने के लिए आज दिल्ली में एम्स का दौरा किया। बातचीत के दौरान स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि देश कठिन दौर से गुजर रहा है लेकिन हम जल्द ही इससे उबर जाएंगे।
राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ.हर्षवर्धन ने एम्स के ट्रामा सेंटर का दौरा कर वहां स्वास्थ्य सुविधाओं का जायज़ा लिया। इस दौरान उनके साथ एम्स के निदेशक डॉ.रणदीप गुलेरिया भी मौजूद रहे।
स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन एम्स गए COVID-19 की स्थिति के मद्देनजर, स्केल-अप सुविधाओं का आकलन करने और आगे बढ़ने के लिए मंत्री अगले कुछ दिनों में विभिन्न स्वास्थ्य सुविधाओं का दौरा करेंगे। उनकी दौरे के दौरान एम्स निदेशक डॉ रणदीप गुलेरिया और अस्पताल के अन्य डॉक्टर मौजूद थे।
डॉक्टर गुलेरिया का मानना है कि वैक्सीन कोई सॉल्यूशन नहीं है, इसे लगाने के बाद भी लोग संक्रमित हो सकते हैं। उन्हें नॉर्मल फ्लू जैसी स्थिति हो सकती हैं लेकिन उनकी मौत की संभावना बेहद कम हो जाएगी।
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में संक्रमण दूसरी लहर में कोरोना संकट भी गहराता जा रहा है। राजधानी भोपाल के सबसे बड़े अस्पताल एम्स में कोरोना बम फूटा है। यहां 2 डॉक्टर, 38 मेडिकल स्टूडेंट्स और 13 स्वास्थ्यकर्मी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं।
कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों की वजह से देश के कई हिस्सों में हालात काबू से बाहर होते जा रहे हैं। इस घातक वायरस के कहर से अस्पताल भी अछूते नहीं रहे हैं। नई दिल्ली में स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) के 35 स्टाफ कोरोना वायरस से संक्रमित हो गए हैं। AIIMS में काम करने वाले जो लोग संक्रमित हुए हैं उन्हें कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज लग चुकी थी। AIIMS में संक्रमण की चपेट में आए स्टाफ मेंबर्स में डॉक्टर और नर्स भी शामिल हैं।
कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों की वजह से देश के कई हिस्सों में हालात काबू से बाहर होते जा रहे हैं। इस घातक वायरस के कहर से अस्पताल भी अछूते नहीं रहे हैं।
कोरोना वायरस के नए मामलों में बढ़त को देखते हुए दिल्ली के AIIMS ने वॉक-इन ओपीडी को अस्थाई तौर पर बंद कर दिया है।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का स्वास्थ्य स्थिर है और उन्हें आगे जांच के लिए एम्स रेफर किया गया है।
कोरोना वायरस संक्रमित कांग्रेस महासचिव और उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत की तबीयत अचानक बिगड़ जाने पर उन्हें एयर एम्बुलेंस से दिल्ली के एम्स पहुंचाया गया। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने यह जानकारी सोशल मीडिया पर साझा की।
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