Delhi Pollution: दिल्ली में प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ रहा है। दीपावली के दिन सुबह इंडिया गेट पर एयर क्वालिटी इंडेक्स 276 रहा। वहीं पूरी दिल्ली की बात की जाए तो यह 270 के करीब रहा है। शनिवार से सोमवार के बीच यह प्रदूषण का स्तर और बढ़ गया है। चेतावनी यह दी जा रही है कि वातावरण में आगे और प्रदूषण बढ़ सकता है।
Delhi Air Quality: देश की राजधानी में दिवाली की सुबह वायु गणवत्ता बहुत खराब श्रेणी के निचले स्तर तक रहने के आसार हैं। अनुमान के मुताबिक, पंजाब-हरियाणा और उत्तर प्रदेश से हवाएं 24 अक्टूबर से दिल्ली की ओर आगे बढ़ेंगी और पूरी संभावना है कि यह अपने साथ दिल्ली में पराली जलाए जाने से संबंधित उत्सर्जन लाएंगी।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली लगातार चौथे साल दुनिया की सबसे प्रदूषित राजधानी रही। इसके अलावा दुनिया के 50 सबसे प्रदूषित शहरों में से 35 शहर भारत के हैं।
प्रदूषण के बढ़ते हालात को देखते हुए बीएमसी ने एक अहम कदम उठाया है। बीएमसी एक खास मशीन का इस्तेमाल करने जा रही है। इस मशीन के जरिए ना सिर्फ प्रदूषण में रोकथाम की जा सकेगी बल्कि मशीन से मिलने वाले डाटा से आने वाले समय में कई अहम बिंदुओं पर काम भी किया जाएगा।
भारत मौसम विज्ञान विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि मॉडल अनुमान AQI को ‘उच्च उत्सर्जन के साथ भी’ ‘गंभीर’ श्रेणी तक पहुंचने का संकेत नहीं देते है।
स्विस संगठन आईक्यू एयर द्वारा तैयार और मंगलवार को जारी वल्र्ड एयर क्वालिटी रिपोर्ट 2020 में बताया गया है कि दुनिया के 50 सबसे प्रदूषित शहरों में बांग्लादेश, चीन, भारत और पाकिस्तान से 49 शहर आते हैं।
हाल ही में आई ग्रीनपीस की स्टडी में भी यह बात सामने आई थी कि देश के बड़े शहरों की जहरीली हवा हर साल हजारों जिंदगियों को निगल रही है।
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के नोएडा में वायु गुणवत्ता शनिवार को ‘अत्यंत खराब’ रही। वायु प्रदूषण सूचकांक ऐप समीर के अनुसार दिल्ली में वायु गणुवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 342, नोएडा में एक्यूआई 336 , गाजियाबाद में एक्यूआई 322, ग्रेटर नोएडा में एक्यूआई 320 रहा...
हवाओं की मंद गति और उच्च आर्द्रता की वजह से दिल्ली की वायु गुणवत्ता में एक बार फिर गिरावट आई है और यह ‘गंभीर’ श्रेणी में दर्ज की गई है। भारत के मौसम विभाग (आईएमडी) के अधिकारी के मुताबिक दिल्ली में मंगलवार को 24 घंटे का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 404 दर्ज किया गया।
सीपीसीपी के समीर ऐप के मुताबिक, गाजियाबाद में शुक्रवार के गत 24 घंटे का औसत एक्यूआई 391 दर्ज किया गया जबकि ग्रेटर नोएडा में 376, नोएडा में 386, फरीदाबाद में 328 और गुरुग्राम में एक्यूआई 302 रहा।
राष्ट्रीय राजधानी की वायु गुणवत्ता रविवार को ‘खराब’ श्रेणी में रही। तापमान में गिरावट आने तथा हवा की गति धीमी होने के बीच गुणवत्ता के और खराब होने की आशंका है।
दिल्ली में हवा की गुणवत्ता बुधवार को मामूली रूप से खराब हुई और यह ‘‘खराब’’ श्रेणी में दर्ज की गई क्योंकि हवा की दिशा बदलने के बाद, पराली जलाने से होने वाले प्रदूषण का शहर में प्रभाव बढ़ गया।
आठ महीने बाद दिल्ली जाने वाली अपनी उड़ान पर निमरत ने विमान की खिड़की से क्लिक की गई तस्वीर को साझा करते हुए शहर को कवर करने वाले स्मॉग के बारे में शिकायत की।
भारत मौसम विज्ञान विभाग के पर्यावरण अनुसंधान केंद्र (आईएमडी) के प्रमुख वी के सोनी ने बताया कि दिल्ली में आने वाले दिनों में वायु की गुणवत्ता में उल्लेखनीय सुधार की संभावना नहीं है।
राष्ट्रीय राजधानी में एयर क्वॉलिटी शुक्रवार सुबह ‘बहुत खराब’ श्रेणी में रही। प्रदूषण संबंधी अनुमान जताने वाली सरकारी एजेंसी ने कहा कि हवा की अनुकूल गति के कारण वायु गुणवत्ता में थोड़ा सुधार होने की उम्मीद है।
राजधानी दिल्ली में सांस लेना मुश्किल होता जा रहा है। यहां हवा की क्वालिटी गंभीर श्रेणी में दर्ज की गई है।
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) में शनिवार को गाजियाबाद में वायु की गुणवत्ता ‘गंभीर’ श्रेणी में रही, जबकि गुड़गांव, फरीदाबाद और गौतमबुद्धनगर में यह ‘बहुत खराब’ श्रेणी में दर्ज की गई।
उन्होंने बताया कि प्रदूषण विभाग नियमों का उल्लंघन करने वाले लोगों के खिलाफ लगातार जुर्माना लगा रहा है। उल्लेखनीय है कि 0 और 50 के बीच एक्यूआई को 'अच्छा', 51 और 100 के बीच 'संतोषजनक', 101 और 200 के बीच 'मध्यम', 201 और 300 के बीच 'खराब', 301 और 400 के बीच 'बेहद खराब' और 401 और 500 'गंभीर' माना जाता है।
राष्ट्रीय राजधानी में वायु गुणवत्ता सोमवार सुबह ‘खराब’ श्रेणी में दर्ज की गई, वहीं सरकारी एजेंसियों ने कहा कि अगले कुछ दिन में हवा की दिशा में बदलाव और गति में कमी की वजह से इसमें और गिरावट से वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) ‘बहुत खराब’ श्रेणी में आ सकता है।
राष्ट्रीय राजधानी में शनिवार को वायु गुणवत्ता (Air Quality of Delhi) उच्च मानक अंकों के साथ ‘सामान्य’ श्रेणी में दर्ज की गई और रविवार को इसमें आंशिक रूप से और सुधार होने की उम्मीद है।
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