टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) सूची में 12.97 लाख करोड़ रुपये के मूल्यांकन के साथ तीसरे स्थान पर रही। हालांकि, उसका मूल्य इस दौरान 0.9 प्रतिशत घटा है।
पीएलएफएस की वार्षिक रिपोर्ट (जुलाई, 2020 से जून, 2021) में कहा गया है कि बेरोजगारी दर (यूआर) 2020-21 में 4.2 प्रतिशत रही।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना बढ़त के साथ 1,820 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार कर रहा था।
संचार मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बुधवार को कहा कि 5जी सेवाओं के लिए स्पेक्ट्रम नीलामी के साथ भारतीय दूरसंचार क्षेत्र के लिए एक नए दौर की शुरुआत होगी।
आईआईएफएल सिक्योरिटीज में वाइस प्रेसिडेंट अनुज गुप्ता ने इंडिया टीवी को बाताया कि मजबूत फंडामेंटल वाले शेयर हमेशा निवेशकों को फायदा कराते हैं।
चालू वित्त वर्ष (2022-23) के अप्रैल-मई माह के दौरान संचयी निर्यात लगभग 25 प्रतिशत बढ़कर 78.72 अरब अमेरिकी डॉलर पर पहुंच गया।
वेबसाइट पर उपलब्ध सूचना के अनुसार, 211 दिन से लेकर एक साल से कम अवधि के लिये जमा पर ब्याज दर 4.60 प्रतिशत होगी जो अभी 4.40 प्रतिशत है।
इस सेवा की शुरुआत से ग्राहकों को सीएनजी के लिए लंबी-लंबी कतारों में इंतजार नहीं करना पड़ेगा।
अंतरबैंक विदेशीमुद्रा बाजार में रुपया अपने अब तक के सबसे निचले स्तर से उबरकर महज एक पैसे की तेजी के साथ 78.03 (अस्थायी) रुपये प्रति डॉलर पर पहुंच गया।
वैकल्पिक मार्गों की तलाश करने वालों के लिए, गूगल मैप्स टोल और विकल्पों के साथ, जहां उपलब्ध हो, एक टोल-फ्री मार्ग का विकल्प प्रदान करना जारी रखेगा।
तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 153.13 अंक यानी 0.29 प्रतिशत की गिरावट के साथ 52,693.57 अंक पर बंद हुआ।
पिछले साल के मुकाबले अगर तुलना करें तो पोल्ट्री फीड की लागत 40 फीसदी बढ़ी है। वहीं, दूसरी ओर भीषण गर्मी के चलते बड़ी संख्या में मुर्गी व चूजा मर रहे हैं।
रिपोर्ट के अनुसार, आईटी, टेक्नोलॉजी, टेली कम्युनिकेशन और मीडिया जगत में बंपर नौकरियां निकलेंगी।
फिच ने कहा, मुद्रास्फीति आठ साल के उच्च स्तर पर पहुंच गई है और सीपीआई की अधिक श्रेणियों में फैल गई है।
विश्लेषकों के मुताबिक, इस साल बिटकॉइन की कीमत गिर कर 14,000 डॉलर तक पहुंच सकती है।
डब्ल्यूपीआई मुद्रास्फीति पिछले साल अप्रैल से लगातार 14वें महीने दोहरे अंकों में बनी हुई है और तीन महीनों से लगातार बढ़ रही है।
केंद्र सरकार ने एक्साइज ड्यूटी घटाने का फैसला लिया था, जिसके चलते माना जा रहा है कि माल ढुलाई पर लागत घटने से खुदरा महंगाई में कमी आई है।
विभाग ने कहा कि हालांकि कोविड-19 की रोकथाम के लिये लगायी गयी विभिन्न पाबंदियों से 2020 में स्थिति और बिगड़ी है।
बैंक ने वर्ष 2021 के दौरान लघु और मझोली कंपनियों को एक अरब डॉलर का ऋण दिया है जबकि 2018 में उसने 30 करोड़ डॉलर का कर्ज दिया था।
बाजार में बड़ी गिरावट आने से निवेशकों के 6 लाख करोड़ डूब गए। दरअसल, जब शुक्रवार को बाजार बंद हुआ था तो बीएसई पर सूचीबद्ध कंपनियों का पूंजीकरण 2,51,94,519.26 करोड़ रुपये था जो अब घटकर 2,45,31,646.22 करोड़ रुपेय रह गया।
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