लॉर्ज कैप स्टॉक उन कंपनियों की होती है, जिनका कारोबार स्थापित होता है। लार्ज-कैप कंपनियों का मार्केट कैप 20,000 करोड़ रुपये या उससे अधिक होता है।
नेटवर्क इंटेलिजेंस और कनेक्टिविटी फर्म उकला की सोमवार को जारी रिपोर्ट के अनुसार, फिक्स्ड मीडियन डाउनलोड स्पीड के मामले में भी भारत की स्थिति सुधरी है।
अमीर भारतीयों का पंसदीदार गंतव्य अमेरिका, ब्रिटेन और कनाडा हैं। इसके अलावा दुबई और सिंगापुर को भारतीय अमीर तेजी से पंसद कर रहे हैं।
एलआईसी की जीवन उमंग पॉलिसी पॉलिसीधारक के परिवार को आय और सुरक्षा दोनों प्रदान करती है।
मिली जानकारी के अनुसार, All-New ब्रेजा में आपाको बिल्कुल नया डैशबोर्ड और नौ इंच का इंफोटेनमेंट स्क्रीन मिलेगा।
सेंसेक्स में टाटा स्टील, एमएंडएम, पावरग्रिड, टेक महिंद्रा, लार्सन एंड टुब्रो और आईसीआईसीआई बैंक गिरने वाले प्रमुख शेयरों में शामिल थे।
ईसआईसी ने देशभर में 23 नए सौ बिस्तरों के अस्पताल खोलने का भी फैसला किया है।
अगर, आपकी वर्तमान उम्र 30 साल है और आप रिटायरमेंट की उम्र में 3 करोड़ रुपए से अधिक चाहते हैं तो आपके 10,000 रुपए प्रति महीना निवेश करना होगा।
खुदरा मुद्रास्फीति मई में सालाना आधार पर 7.04 प्रतिशत बढ़ी, जबकि अप्रैल में यह आंकड़ा 7.79 प्रतिशत था। दूसरी ओर थोक मुद्रास्फीति मई में बढ़कर 15.88 प्रतिशत के रिकॉर्ड उच्चस्तर पर पहुंच गई।
सोने की भौतिक मांग को कम करने के इरादे से सबसे पहले गोल्ड बांड योजना नवंबर 2015 में लाई गई थी।
अन्य निवेशों की तुलना में शेयर बाजार अच्छा रिटर्न देगा लेकिन इसके लिए निवेशक को दम साधकर कम से कम एक साल धर्य के साथ निवेश करना होगा।
फेडरल रिजर्व, बैंक ऑफ इंग्लैंड और स्विट्जरलैंड के केंद्रीय बैंक ने ब्याज दरें बढ़ाई हैं। इसके चलते एफपीआई शेयरों से बांड की ओर रुख कर रहे हैं।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल और इसके उत्पादों की कीमतें एक दशक के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई हैं।
बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि क्रिप्टोकरेंसी में भारी गिरावट की वजह वैश्विक बाजार में उतार-चढ़ाव और महंगाई है।
घरेलू मोर्चे पर किसी बड़े घटनाक्रम के अभाव में इस सप्ताह शेयर बाजारों की दिशा वैश्विक रुझानों से तय होगी।
बीते सप्ताह बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 2,943.02 अंक या 5.42 प्रतिशत नीचे आया। वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 908.30 अंक या 5.61 प्रतिशत टूटा।
अगर फेड ब्याज दरों में बड़ी बढ़ोतरी करता है तो दुनियाभर के बाजारों में और बड़ी गिरावट देखने को मिल सकती है।
इस पहल का मकसद प्रतिभूति बाजार में सभी पक्षों की गतिविधियों में एकरूपता लाना है। पिछले साल सेबी ने नये कारोबारी और डीमैट खाता खोलने वाले निवेशकों के लिये भी ऐसा ही विकल्प दिया था।
फोनपे अभी सिंगापुरा में रजिस्टर्ड है। कंपनी इसे सिंगापुर से भारत में लाने की प्रक्रिया से गुजर रही है। वर्तमान में फोनपे मंथली वॉल्यूम में 47 फीसदी हिस्सेदारी के साथ यूनाइटेड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) में लीडर है।
सेंसेक्स की कंपनियों में एनटीपीसी, इन्फोसिस, रिलायंस इंडस्ट्रीज, हिंदुस्तान यूनिलीवर, विप्रो, टेक महिंद्रा और पावरग्रिड के शेयरों में प्रमुख रूप से गिरावट रही।
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