धवन ने अपने ट्विटर पेज पर लिखा,‘‘आज का दिन जश्न मनाने का दिन है जो इतिहास की किताब में दर्ज हो जायेगा। इसमें जो लोग शामिल हैं, उन सभी को बधाई।’’
अयोध्या विवाद के निपटारे के बाद अब सुप्रीम कोर्ट काशी-मथुरा मामले पर सुनवाई करेगा।
आल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के बाद अब हिंदू महासभा भी सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ पुनर्विचार याचिका दायर करने जा रहा है।
अयोध्या में राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद भूमि विवाद में उच्चतम न्यायालय के नौ नवंबर के फैसले पर पुनर्विचार के लिये सोमवार को एक याचिका दायर की गई। यह याचिका जमीयत उलेमा हिन्द ने दाखिल की है।
देश में मुसलमानों के सबसे बड़े संगठन ऑल इण्डिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड का मानना है कि बाबरी मस्जिद पर उच्चतम न्यायालय के फैसले के बाद न्यायपालिका पर भरोसा ‘कमजोर’ हुआ है और 99 फीसद मुसलमान चाहते हैं कि इस निर्णय पर पुनर्विचार की याचिका दाखिल की जाए।
अभिनेता नसीरूदुद्दीन शाह और शबाना आज़मी समेत देशभर की 100 जानी-मानी मुस्लिम शख्सियतों ने अयोध्या पर आए उच्चतम न्यायालय के फैसले के खिलाफ पुनर्विचार याचिका दायर करने का सोमवार को विरोध किया।
जमीयत उलेमा-ए-हिंद ने अयोध्या केस में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ रिव्यू पिटिशन दाखिल नहीं करने का फैसला लिया है।
अयोध्या मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ फेसबुक पर आपत्तिजनक टिप्पणियां पोस्ट करने के आरोप में एक व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज किया गया।
ओवैसी के बयान से नाराज भोपाल के एक वकील पवन यादव ने उनके खिलाफ जहांगीराबाद पुलिस स्टेशन में उकसाने वाला बयान देने और सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ जाने के आरोप में शिकायत दर्ज करवाई है।
अधिकारियों ने बताया कि शनिवार को फैसला सुनाने वाले प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई सहित पांच न्यायाधीशों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। इसके लिए अतिरिक्त सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की गई है, बैरिकेड लगाये गए हैं और सचल एक्कार्ट टीमें लगायी गई हैं।
पुलिस महानिरीक्षक (कानून-व्यवस्था) प्रवीण कुमार ने बताया कि प्रदेश में जगह-जगह शांतिपूर्ण तरीके से परम्परानुसार जुलूस-ए-मुहम्मदी निकाले गये। देर शाम तक कुल 5000 में से 4100 जुलूस निकाले जा चुके थे।
गृह विभाग के सूत्रों ने बताया कि अयोध्या मामले में उच्चतम न्यायालय के फैसले के बाद से अभी तक सोशल मीडिया पर भड़काऊ और आपत्तिजनक सामग्री डालने के मामले में कुल 34 मुकदमे दर्ज हुए हैं और 77 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
पीठ ने कहा कि बहुस्तरीय खुदाई के दौरान एक गोलाकार संरचना सामने आयी जिसमें ‘मकर प्रणाला’ था, जिससे संकेत मिलता है कि आठवीं से दसवीं सदी के बीच हिन्दू वहां पूजा-पाठ करते थे।
फैसले के बाद की स्थितियों को लेकर जतायी जा रही तमाम आशंकाओं और अटकलों के विपरीत उत्तर प्रदेश में हालात बिल्कुल सामान्य रहे। शुरू में सड़कों पर सन्नाटा जरूर दिखा, मगर बाद में लोगों और वाहनों का आवागमन सामान्य रहा।
पीएम मोदी ने कहा कि आज 9 नवंबर को करतारपुर साहिब कॉरिडोर की शुरुआत हुई है। इसमें भारत का भी सहयोग रहा है, पाकिस्तान का भी। आज अयोध्या पर फैसले के साथ ही 9 नवंबर की ये तारीख हमें साथ मिलकर आगे बढ़ने की सीख भी दे रही है।
नया घाट पर कोई विशेष गतिविधि नहीं थी। इक्का-दुक्का श्रद्धालु डुबकी लगाते नजर आए। एक भी पुरोहित नहीं दिखा। केवल पुलिसकर्मी, मीडिया के लोग और कुछ साधु संत नजर आए।
अपर पुलिस महानिदेशक असीम अरूण ने पत्रकारों को बताया, ‘‘इमरजेंसी आपरेशन सेंटर पुलिस के 112 मुख्यालय में बनाया गया है। यहां जोन वार डेस्क बनाये गये हैं जो 112 की कॉल, सोशल मीडिया, मीडिया से प्राप्त सूचनाओं के आधार पर नजर रख रहे हैं। अगर कहीं जरूरत पड़ी तो पीआरवी, क्यूआरटी, पीएएसी आदि बल भेजे जाने के निर्देश दिये जायेंगे।’’
We respect, accept verdict, says Ajmer Dargah; appeals for peace हम फैसले का सम्मान करते हैं और स्वीकार करते हैं। मैं देश के लोगों से सौहार्द्र और शांति बनाए रखने की अपील करता हूं।
मंदिर निर्माण के लिए तीन महीने में बनेगा ट्रस्ट, विवादित जमीन केंद्र सरकार के रिसीवर के पास रहेगी।
गौरतलब है कि प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली पांच सदस्यीय संविधान पीठ ने 16 अक्टूबर को इस मामले की सुनवाई पूरी कर ली थी
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