बेलारूस में विद्रोह की आग थमने का नाम नहीं ले रही है। राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेंकी की लगातार छाठवीं जीत के बाद से ही यह विद्रोह जारी है। वर्ष 2020 में अलेक्जेंडर पर चुनाव में धांधली का आरोप लगा था। अब विद्रोह तेज हो गया है। यह विद्रोह बेलारूस के पड़ोसी और मित्र देश रूस को भी परेशान कर रहा है।
यूक्रेन के साथ डेढ़ वर्षों से अधिक समय युद्ध में बीत जाने के बाद अब रूस ने पाकिस्तान और मिस्र को जोरदार झटका मारा है। यूक्रेन की एक स्वतंत्र न्यूज एजेंसी ने अमेरिका के वॉल स्ट्रीट जनरल के हवाले कहा है रूस ने पाकिस्तान, मिस्र, बेलारूस और ब्राजील समेत अन्य देशों से हथियार व युद्धक विमानों के इंजन वापस मांग लिए हैं।
अमेरिका समेत सभी पश्चिमी और यूरोपीय देशों की आपत्तियों और चेतावनियों को दरकिनार करके चीन रूस और बेलारूस से संबंधों को और मजबूती देने जा रहा है। चीनी रक्षामंत्री जल्द ही रूस और बेलारूस के दौरे पर जाने वाले हैं।
रूस की निजी सेना वैगनर आर्मी चीफ येवगिनी प्रिगोझिन का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वह अपनी सेना से बातचीत करते हुए भविष्य का प्लान बता रहा है। प्रिगोझिन यूक्रेन की लड़ाई की निंदा भी करता सुना जा सकता है। हालांकि वह फिर यूक्रेन लौट सकने की संभावना से भी इंकार नहीं करता। अपने अफ्रीका प्लान को भी बताता है।
एक बयान में कहा गया है कि वैगनर ग्रुप के कुछ लड़ाके मंगलवार से ही बेलारूस में हैं। इस बाबत बेलारूस के रक्षा मंत्रालय द्वारा शुक्रवार को एक वीडियो भी जारी किया गया।
रूस की निजी सेना वैगनर आर्मी के चीफ प्रिगोझिन फिलहाल कहां हैं, इसका पता चल गया है। बेलारूस के राष्ट्रपति ने उनके नए ठिकाने का खुलासा किया है। इस खुलासे से हलचल मच गई है।
वैगनर चीफ के ठिकाने का पता चल गया है। बेलारूस के राष्ट्रपति ने उनके बारे में जानकारी दी है। हालांकि प्रीगोझिन का अभियोग से बचना एक दुर्लभ घटना है, क्योंकि क्रेमलिन बागियों और सरकार-विरोधी प्रदर्शनों में शामिल लोगों से बहुत सख्ती से निपटने के लिए जाना जाता है। प्रिगोझिन ने मंगलवार को कोई सार्वजनिक बयान जारी नहीं किया।
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने अपने ही देश के खिलाफ बगावत करने वाली निजी सेना वैगनर ग्रुप और उसके चीफ येवगिनी प्रिगोझिन को माफ कर दिया है। क्रेमलिन ने ऐलान किया है कि प्रिगोझिन और उनकी सेना पर अब देश द्रोह का कोई मुकदमा नहीं चलाया जाएगा। जांच भी बंद कर दी जा रही है। इससे पश्चिमी देश हैरान हैं।
रूस में शनिवार के दिन हुई बगावत अब ठंडी पड़ चुकी है। लेकिन इस बीच ब्रिटिश जनरल ने चेतावनी दी है कि वैगनर ग्रुप बेलारूस की तरफ निकल पड़ी है। उन्होंने चेतावनी दी है कि वैगनर ग्रुप बेलारूस के जरिए कीव पर हमला कर सकती है।
रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने कहा कि बेलारूस भेजे गए परमाणु हथियारों का इस्तेमाल तभी किया जाएगा जब उनके देश पर कोई खतरा होगा।
रूस-यूक्रेन युद्ध अब महाविनाश की ओर आगे बढ़ चुका है। यह बात हम नहीं कह रहे, बल्कि बेलारूस की टेलीग्राफ एजेंसी के अनुसार बेलारूसी राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेंको ने साफ कहा है कि आक्रामकता की स्थिति में परमाणु हमले से इनकार नहीं किया जा सकता। बता दें कि अलेक्जेंडर पुतिन के परम मित्रों में हैं।
बेलारूस के राष्ट्रपति लुकाशेंकों की तबीयत बिगड़ गई और उन्हें मॉस्को के एक अस्पताल में गंभीर हालत में भर्ती करना पड़ा। इस घटना के बाद बेलारूस के कई लोगों का दावा है कि लुकाशेंकों को रूस में जहर दिया गया है।
फ्रेंच ओपन मे बेलारूस की खिलाड़ी सबालेंका से हाथ नहीं मिलाने पर यूक्रेन की खिलाड़ी कोस्तियुक की दर्शकों ने हूटिंग कर दी। लोगों का यह मानना रहा कि यह आचरण खेल भावना के विपरीत है।
रूस अपने दोस्त देश बेलारूस में परमाणु हथियार तैनात करके 'नाटो' को सबक सिखाना चाहता है। बेलारूस में परमाणु हथियारों की तैनाती को लेकर एग्रीमेंट भी साइन हो गया है।
नई दिल्ली: यूक्रेन से चल रहे युद्ध के बीच रूस ने पश्चिमी देशों से लगती बेलारूस की सीमा पर परमाणु हथियार तैनात करने का ऐलान कर दिया है। इससे नाटो देशों में खलबली मच गई है। दरअसल रूस ने यह कदम उठाने का फैसला इसलिए किया है कि नाटो और पश्चिमी देश लगातार युद्ध में यूक्रेन का समर्थन कर रहे हैं।
रूस ने हाल ही में फैसला किया है कि वह बेलारूस में टैक्टिकल परमाणु हथियारों को तैनात करेगा। अब लुकाशेंको ने यह भी कहा है कि जरूरत पड़ने पर पुतिन अंतरमहाद्वीपीय परमाणु मिसाइल को भी बेलारूस में तैनात कर सकते हैं। इस बयान के बाद से ही नाटो यानी पश्चिमी देश ही नहीं, अमेरिका को भी टेंशन हो गई है।
Belarus in Russia Ukraine War: इस मामले में एलेक्जेंडर लुकाशेंको ने कहा है कि हालांकि रूसी राष्ट्रपति की परमाणु हथियारों को इस्तेमाल करने की कोई योजना नहीं है।
Alexander Lukashenko on Nuclear Weapons: बेलारूस के राष्ट्रपति एलेक्जेंडर लुकाशेंको ने कहा है कि परमाणु हमले से केवल यूक्रेन नहीं बल्कि पूरी दुनिया नष्ट हो जाएगी।
हालिया समय में ब्रिटेन के इतिहास में एक सर्वाधिक महत्वपूर्ण और ऐतिहासिक कार्यक्रम में पहुंचने की तैयारी कर रहे विश्व के नेताओं को महारानी एलिजाबेथ द्वितीय की अंत्येष्टि में सख्त प्रोटोकॉल लागू रहने के बारे में सूचित किया गया है। महारानी की अंत्येष्टि अगले सोमवार, 19 सितंबर को लंदन के वेस्टमिंस्टर एबे में की जाएगी।
कनाडा के परिवहन मंत्री उमर अलघाबरा ने ट्वीट कर बताया- 'हम यूक्रेन में रूस की अकारण आक्रामकता के समर्थन के जवाब में बेलारूसी विमानों को कनाडा के हवाई क्षेत्र में प्रवेश करने से रोक रहे हैं।'
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