स्वामी रामदेव के अनुसार फंगस की समस्य़ा कमजोर लोगों को अधिक होता है। शरीर का ठीक ढंग से ख्याल ना रख पाने के कारण भी इस समस्या का सामना करना पड़ता है। इसलिए जरूरी है कि आप रोजाना योग और प्राणायाम करे। इससे आप हमेशा सेहतमंद रहेंगे।
भारत में मिले हजारों मामलों के बाद अब बांग्लादेश के सतखीरा से ब्लैक फंगस का पहला केस दर्ज किया गया है।
महाराष्ट्र में ब्लैक फंगस (Mucormycosis) से अभी तक 120 लोगों की मौत हो चुकी है। राज्य में इसके कुल 2113 केस मिले हैं, जिनमें से 1780 का अलग-अलग अस्पतालों में अभी उपचार चल रहा है और 213 मरीज ठीक हो चुके हैं।
दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल ने सोमवार को अधिकारियों से समय से स्थिति का मूल्यांकन करने, अस्पतालों में ब्लैक फंगस के उपचार के लिए जरूरी दवाओं की जरूरत की समीक्षा करने एवं ‘तत्काल उसकी उपलब्धता’ सुनिश्चित करने को कहा।
उन्होंने कहा, ‘‘कई मरीज घर पर इलाज करा रहे हैं। वे ऑक्सीजन थेरेपी पर नहीं थे लेकिन उनमें भी म्यूकरमाइकोसिस का संक्रमण देखा गया। इसलिए ऑक्सीजन थेरेपी और इस संक्रमण का सीधा संबंध नहीं है।’’
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को कहा कि दिल्ली में काला कवक या म्यूकरमाइकोसिस (Black Fungus) के करीब 500 मामले हैं और महानगर में इसके इलाज में इस्तेमाल होने वाले एंफोटेरिसिन-बी इंजेक्शन की कमी है।
येलो फंगल का पहला मामला गाजियाबाद से सामने आया है। कहा जा रहा है कि यह ब्लैक और व्हाइट से भी ज्यादा खतरनाक है।
इंडिया टीवी के मेगा कॉन्क्लेव 'जीतेगा इंडिया, हारेगा कोरोना' में दिल्ली स्थित AIIMS के डायरेक्टर रणदीप गुलेरिया ने कोरोना मरीजों में ब्लैक फंगस के मामलों पर बात करते हुए इस बीमारी के बारे में जानकारी दी।
हरियाणा में अबतक ब्लैक फंगस के कुल 398 मामले आए हैं जिनमें सबसे अधिक 147 मरीज गुरुग्राम के हैं। यह जानकारी स्वास्थ्य विभाग ने रविवार को दी।
इंडिया टीवी पर कॉन्क्लेव 'जीतेगा इंडिया, हारेगा कोरोना' जारी है। इस कॉन्क्लेव में पब्लिक हेल्थ एक्सपर्ट ने कोरोना मरीजों में ब्लैक फंगस के असर को रोकने को लेकर सुझाव दिए।
इंडिया टीवी पर कॉन्क्लेव 'जीतेगा इंडिया, हारेगा कोरोना' जारी है। इस कॉन्क्लेव में देश के टॉप ENT स्पेशलिस्ट ने ब्लैक फंगस के खतरे को लेकर बातचीत की।
दुनिया के सबसे चर्चित डॉक्टर फहीम यूनुस, मैरीलैंड यूनिवर्सिटी, USA ने कोरोना वायरस के मौजूदा हालात और ब्लैक फंगस से जुड़ी जरूरी बातों पर चर्चा की।
राष्ट्रीय राजधानी के एक अस्पताल में म्यूकोर्मिकोसिस (ब्लैक फंगस) की एक नई जटिलता का पता चला है, जिसमें फंगल संक्रमण ने 2 मरीजों की निचली आंत को संक्रमित कर दिया है।
ब्लैक फंगस कोरोना वायरस की तरह संक्रामक नहीं है। यह बीमारी लाखों में से किसी एक को होती है। इस बीमारी से डरने की जरूरत नहीं है, लेकिन लक्षण सामने आने पर सावधान रहने की जरूरत है।
मध्य प्रदेश सरकार ने ब्लैक फंगस यानी म्यूकोरमाइकोसिस संक्रमण को प्रदेश में महामारी घोषित कर दिया है।
जनपद गौतम बुद्ध नगर के मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया है कि गौतम बुद्ध नगर में अभी तक ब्लैक फंगस बीमारी से संक्रमित 21 मरीज मिले हैं।
मध्य प्रदेश में कोरोना के साथ ब्लैक फंगस की भी शिकायतें बहुत बढ़ रही हैं और मरीजों की संख्या में भी इजाफा हो रहा है राज्य में, अब तक 600 से ज्यादा ब्लैक फंगस के मरीज सामने आ चुके हैं, इनमें से 30 से ज्यादा की मौत हो चुकी है।
कंपनी ने अब अपने मजबूत वितरण नेटवर्क के जरिये इसे देश भर में मरीजों तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा है।
गुजरात के चार बड़े शहरों के सरकारी अस्पतालों में कोविड-19 से उबरने के बाद ब्लैक फंगस से संक्रमित हुए 1100 से अधिक मरीजों का इलाज चल रहा है। एक सरकारी विज्ञप्ति में शुक्रवार को बताया गया कि राज्य सरकार ने म्यूकोरमाइकोसिस (ब्लैक फंगस) को महामारी घोषित कर दिया है।
राजस्थान के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर रघु शर्मा ने शुक्रवार को कहा कि राज्य में ब्लैक फंगस के लगभग 700 मामले सामने आए हैं और राज्य सरकार ने इस बीमारी को महामारी घोषित करने के लिये अधिसूचित भी कर दिया है।
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