एशियाई चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक अमित पंघल ने दूसरे इंडिया ओपन में भी अपना पदक पक्का कर लिया है। 52 किलोग्राम में खेल रहे अमित ने इस टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में जगह बना ली है।
कर्मबीर नबीन चंद्र बोरदोलोई इंडोर स्टेडियम के रिंग में पहुंचते ही मेरी कॉम ने माला राय को बिना कोई मौका दिए 5-0 की करारी शिकस्त दी।
फरहान अख्तर इन दिनों अपनी आने वाली फिल्म 'तूफान' की तैयारी कर रहे हैं। उन्होंने बॉक्सिंग करते हुए एक वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया है।
भारत के मुक्केबाजों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 36वें फेलिस्का स्टाम इंटरनेशनल बॉक्सिंग टूर्नामेंट में दो स्वर्ण समेत कुल छह पदक अपने नाम किए।
फरहान अख्तर ने सोशल मीडिया पर बॉक्सिंग करते हुए एक वीडियो शेयर की थी। इस वीडियो में फुल एनर्जी के साथ फरहान अख्तर बॉक्सिंग करते नजर आ रहे हैं।
बीएफआई ने संध्या गुरंग और शिव सिंह के नाम द्रोणाचार्य अवार्ड के लिए भेजे हैं। बीएफआई ने बैठक के बाद इन नामों को खेल मंत्रालय के पास भेजा।
सिंह ने बताया कि इस लीग में एशियाई पदक विजेताओं के सभी मुक्केबाज सहित देश-विदेश के कई मुक्केबाज हिस्सा लेंगे। इस लीग की औपचारिक घोषणा बाद में की जाएगी।
पिछले साल एशियाई खेलों में स्वर्ण जीतने वाले पंघाल ने कोरिया के किम इंक्यू को हराया। उन्होंने बुल्गारिया में स्ट्रांजा मेमोरियल टूर्नामेंट में भी स्वर्ण पदक जीता था।
भारतीय मुक्केबाज अमित पंघाल (52 किलो) ने एशियाई चैम्पियनशिप में कोरिया के किम इंक्यू को एकतरफा मुकाबले में हराकर गोल्ड मेडल अपने नाम किया।
मैरी कॉम वर्ल्ड चैम्पियनशिप में 51 किलोग्राम भारवर्ग में हिस्सा लेंगी। इस वजह से वह एशियन चैम्पियनशिप में नहीं खेल रही हैं।
अठारह साल की साक्षी ने थाईलैंड की तिनताबथाई प्रिडाकामोन को कोई मौका नहीं दिया और 5-0 की जीत दर्ज की। अब उनका सामना राष्ट्रमंडल खेलों की रजत पदक विजेता आयरलैंड की मिशेला वाल्स से होगा।
उनका लक्ष्य रूस के येकातेरिनबर्ग में होने वाली विश्व चैंपियनशिप से 2020 तोक्यो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करना हैं। एशियाई चैम्पियनशिप का आयोजन अगले महीने थाईलैंड में होगा।
अमित ने 49 किलोग्राम भारवर्ग के सेमीफाइनल में सेद मोरताजी को 3-2 से मात देते हुए फाइनल में जगह बनाई।
पंघल ने पुरूषों के 49 किग्रा में उक्रेन के नजर कुरोतचिन को 3-2 से हराकर अंतिम चार में जगह बनायी और अपने लिये पदक पक्का किया।
सेना के इस कोच ने कहा कि उन्हें यह जिम्मेदारी सौंपा जाना हाई परफोर्मेंस निदेशक सेंटिएगो नीवा का विचार था।
तीन बच्चों की मां 36 बरस की मैरीकॉम का यह विश्व चैम्पियनशिप में सातवां पदक था और वह टूर्नामेंट के दस सत्र के इतिहास में सबसे सफल मुक्केबाज बनी।
आईबा पैनल ने 35 वर्षीय मैरी कॉम को चैम्पियनशिप में भाग लेने वाली प्रतिभागियों के बीच सर्वश्रेष्ठ मुक्केबाज चुना
मैरी कॉम का कहना है कि अनुभव निश्चित रूप से काफी अहम होता है क्योंकि इससे ही आप विपक्षी से खेलने के लिये दिमागी रणनीति में बदलाव करके जीत हासिल कर पाते हो।
मैरीकॉम ने दसवीं महिला विश्व मुक्केबाजी चैम्पियनशिप के फाइनल में यूक्रेन की युवा हाना ओखोटा को 5-0 से पस्त कर छठा स्वर्ण पदक अपनी झोली में डाला जबकि सोनिया (57 किग्रा) को हारकर रजत पदक से संतोष करना पड़ा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विश्व महिला मुक्केबाजी चैम्पियनशिप में रिकॉर्ड छठा खिताब जीतने पर दिग्गज मुक्केबाज एमसी मैरी कॉम को शनिवार को बधाई दी।
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