दक्षिण अफ्रीका से लाई गई मादा चीता गामिनी ने पांच शावकों को जन्म दिया है। केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने एक्स पर इसकी वीडियो भी शेयर किया है। इसके साथ ही देश में अब कुल 26 चीते हो गए हैं।
कूनो नेशनल पार्क में एक बार फिर नन्हे मेहमानों का आगमन हुआ है और ज्वाला नाम की नामीबियाई चीता ने 3 शावकों को जन्म दिया है। इस बात की जानकारी केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर दी।
मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में एक और चीता की मौत हो गई। नामीबिया से भारत लाए गए चीता 'शौर्य' की जान गई है।
मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में तीन शावकों का जन्म हुआ है। केंद्रीय पर्यावरण व वन मंत्री भूपेंद्र यादव ने इसकी जानकारी देते हुए खुशी जताई। उन्होंने कहा कि यह प्रोजेक्ट चीता के लिए बड़ी सफलता है।
मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में नामीबियाई चीता आशा का परिवार बड़ा हो गया है। उसने 3 शावकों को जन्म दिया है। इनका वीडियो भी सामने आया है। इसकी जानकारी केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने दी है।
मध्य प्रदेश के कुनो नेशनल पार्क में चीता को खुले जंगलों में छोड़ा, जिनमें से एक राजस्थान के बारां जिले की सीमा में घुस गया। इसके बाद मादा चीता को बेहोश कर कुनो वापस लाया गया।
मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में दूसरी खेप में अफ्रीका से चीते लाए गए हैं। इन चीतों को पहले बाड़े में रखा गया और फिर उन्हें खुले जंगल में छोड़ने की कवायद हुई।
उत्तरी गोलार्द्ध स्थित उत्तरी और उत्तर पूर्वी अफ्रीका में रहने वाले चीते संभव है कि भारतीय परिस्थितियों को बेहतर तरीके से अंगीकार करें। इसपर विचार किया जा रहा है लेकिन हमें अफ्रीका के इस हिस्से में चीतों की स्थिति का आकलन करना बाकी है।
प्रोजेक्ट चीता में स्थानीय समुदाय की भागीदारी सुनिश्चित की गई है। उन्हें रोजगार के विभिन्न अवसर उपलब्ध कराए जा रहे हैं। देश में चीता पुर्नस्थापन हेतु मध्य प्रदेश के गांधी सागर अभ्यारण्य में आवश्यक तैयारियां की जा रही हैं।
कूनो नेशनल पार्क में लगातार अंतराल पर हो रही चीतों की मौत ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं, और अब एक्सपर्ट्स ने इनका जवाब देने की कोशिश की है।
विदेशों से लाए गए चीतों की मौत ने सरकार की चिंताएं बढ़ा दी है। पिछले साल भर से भी कम समय में कूनो नेशनल पार्क में 9 चीतों की मौत हो चुकी है।
चीतों की मौत पर बातचीत करते हुए उमा भारती ने कहा कि जिस प्रकार की घास अफ्रीकी जंगलों में होती थी वह चीतों को नहीं मिल पा रही है। वहां के वनस्पति की गंध उन्हें यहां नहीं मिल पा रही है। वे अपने परिवार और परिवेश से बिछड़ गए हैं।
17 सितंबर 2022 को नामीबिया से 8 चीतों को कूनो नेशनल पार्क लाया गया था। इन्हें पीएम मोदी ने अपने जन्मदिन पर रिलीज किया था। जिसके बाद इसी साल 18 फरवरी को दक्षिण अफ्रीका से 12 और चीते लाए गए थे।
17 सितंबर 2022 को नामीबिया से 8 चीतों को कूनो नेशनल पार्क लाया गया था। इन्हें पीएम मोदी ने अपने जन्मदिन पर रिलीज किया था। जिसके बाद इसी साल 18 फरवरी को दक्षिण अफ्रीका से 12 और चीते लाए गए थे।
मध्य प्रदेश के कूनो राष्ट्रीय उद्यान में जून के तीसरे सप्ताह तक दो मादा समेत सात और चीते छोड़े जाएंगे। चीतों को बसाने की परियोजना की निगरानी करने के लिए गठित उच्च स्तरीय समिति के अध्यक्ष ने यह जानकारी दी।
कूनो नेशनल पार्क में दो दिन बाद ही मादा चीता ज्वाला के दो और शावक की मृत्यु हो गई। ज्वाला के चार शावक थे। इनमें से अब तीन शावक की मौत हो चुकी है। कूनो पार्क में कुछ ही महीने में तीन बड़े चीते की भी मौत हो चुकी है।
अब कूनों नेशनल पार्क में मंगलवार दोपहर को मादा चीता सियाया (भारतीय नाम ज्वाला) के दो माह के शावक की मौत हो गई। ज्वाला ने 24 मार्च को चार शावकों को जन्म दिया था।
इन तीनों को दक्षिण अफ्रीका से भारत लाया गया था। इसी के साथ कूनो नेशनल पार्क के जंगलों में अब तक छोड़े गए चीतों की संख्या बढ़कर छह हो गई है।
दक्षिण अफ्रीका से लाई गई दक्षा नामक मादा चीता की मौत आज मंगलवार को हो गई। दो माह में यह दक्षिण अफ्रीका से लाए गए तीसरे चीता की मौत हुई है।
सोशल मीडिया पर वाइल्ड लाइफ के एक से एक वीडियो देखने को मिलते हैं। इन्हें देखने के बाद हम रोमांचित हो उठते है। ऐसा ही वीडियो हाल में वायरल हो रहा है जब तीन चीतों से अकेले ही एक छोटा सा जानवर भिड़ जाता है।
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