कोविड-19 टीकों की व्यापक पहुंच सुनिश्चित करने में विफल रहें तो वैश्विक आर्थिक और व्यापार पुनरूद्धार कमजोर पड़ सकता है।
भारत के पड़ोसी देश भूटान ने कोरोना वायरस संक्रमण के खिलाफ टीकाकरण अभियान को लेकर रिकॉर्ड बनाया दिया है। भूटान ने सिर्फ सात दिनों के भीतर अपनी 90 फीसदी योग्य आबादी को कोरोना रोधी टीके की दूसरी खुराक दे दी।
डब्ल्यूएचओ चार से छह सप्ताह के भीतर आपातकालीन उपयोग सूची में भारत बायोटेक के कोविड -19 टीका कोवैक्सिन को शामिल करने पर निर्णय ले सकता है।
एसबीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, वैश्चिक डाटा दिखाते हैं कि तीसरी लहर के दौरान औसतन कोविड-19 के मामले दूसरी लहर की तुलना में दोगुने या 1.7 गुना अधिक होंगे।
विद्या बालन ने सभी से सामाजिक दूरी बनाए रखने और नियमित रूप से हाथ धोने का आग्रह किया।
देश में आज से केंद्र सरकार की तरफ से 18 वर्ष से ऊपर की आयु के सभी लोगों को मुफ्त वैक्सीन का अभियान शुरू हो गया है और इस अभियान की मध्य प्रदेश में जोरशोर से शुरुआत हुई है।
दुनिया का सबसे बड़ा टीका निर्माता भारत चाहता है कि कोरोना वायरस टीकों को निर्यात फिर से शुरू हो लेकिन जब तक उसकी घरेलू जरूरतें पूरी नहीं हो जातीं तब तक वह ऐसा नहीं कर सकता।
अमेरिका और ब्रिटेन समेत दुनिया के कई देशों में दावा किया गया था कि फाइजर और मॉडर्ना की कोविड वैक्सीन से बच्चे पैदा करने की ताकत कम हो रही है जिसके बाद हाल में ही इस बात को लेकर एक अध्ययन किया गया।
कोरोना वायरस को लेकर लगातार कुछ न कुछ नया जानने व सुनने को मिलता रहता है। यह बीमारी न सिर्फ गुजरते वक्त के साथ अपना रूप बदल रही है, बल्कि इसने लोगों के दिमाग में काफी खौफ भी भर दिया है।
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