10 जून के बाद से सबसे ज्यादा कोरोना के मामले सामने आए हैं। 4 जून के बाद से सबसे ज्यादा पॉजिटिविटी रेट राजधानी में दर्ज किया गया है।
महाराष्ट्र में 1,648 नए कोरोना केस की पुष्टि हुई है। जबकि 17 लोगों की कोरोना से मौत हो गई है। इसमें से 918 लोग ठीक भी हुई है। अभी महाराष्ट्र में 9 हजार 813 एक्टिव केस हैं।
दिल्ली में कोरोना वायरस संक्रमण की दर 0.43 प्रतिशत तक पहुंच गई है जो चरणबद्ध प्रकिया कार्य योजना (जीआरएपी) के तहत येलो अलर्ट शुरू होने के लिये 0.5 प्रतिशत से कुछ ही पीछे है।
इस बीच COVID विशेषज्ञ समिति (केरल) के सदस्य डॉ. टीएस अनीश ने कहा कि ओमिक्रॉन के मामलों की संख्या 2-3 सप्ताह में 1000 तक पहुंचने के आसार हैं।
संक्रमित छात्रों में से अधिकांश में बीमारी के कोई लक्षण नहीं थे और कुछ में केवल हल्के लक्षण थे।
इस रेस्टोरेंट में काफी भीड़ थी और 600 लोग यहां एक इवेंट के दौरान पार्टी कर रहे थे।
आइजोल जिले से संक्रमण के सबसे ज्यादा 88 मामले सामने आए। इसके बाद मामित से 51, कोलासिब से 33 मामले सामने आए हैं।
आंकड़ों के अनुसार, देश में लगातार 53 दिन से कोविड-19 के दैनिक मामले 15 हजार से कम हैं। एक्टिव मरीजों की संख्या घटकर 82,267 हो गयी है।
391 मरीजों के जान गंवाने से मृतकों की संख्या बढ़कर 4,76,869 हो गयी है। संक्रमण के दैनिक मामले पिछले 50 दिनों से 15,000 से कम बने हुए है।
उपचाराधीन मरीजों की संख्या घटकर 87,245 हो गयी है, जो संक्रमण के कुल मामलों का 0.25 प्रतिशत है। यह दर मार्च 2020 के बाद से सबसे कम है।
वहीं, डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि ये 77 देशों में अब तक फैल चुका है। डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक टेड्रोस ए घेब्रेयसस ने कहा है कि Omicron की वजह से अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या और मृत्यु दर में तेजी आएगी।
अब तक महाराष्ट्र (20), राजस्थान (9), कर्नाटक (3), गुजरात (4), केरल (1) और आंध्र प्रदेश (1) और केंद्र शासित प्रदेशों दिल्ली (2) और चंडीगढ़ (1) में ओमिक्रॉन वेरिएंट का मामला सामने आया है।
लंदन स्कूल ऑफ हाइजीन एंड ट्रॉपिकल मेडिसिन और दक्षिण अफ्रीका के स्टेलनबोश यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने इस स्टडी में कहा है कि अगर जल्द ही ब्रिटेन ने सुरक्षा के अतिरिक्त उपायों को नहीं अपनाया तो अगले पांच महीनों में ब्रिटेन में ओमिक्रॉन वेरिएंट से 25,000 से 75,000 मौतें हो सकती हैं।
एक तरफ देश के लिए राहत की बात है कि कोरोना वायरस के नए मामलों में लगातार गिरावट जारी है। वहीं, दूसरी ओर बढ़ते ओमिक्रॉन के मामले ने स्वास्थ्य विभाग के लिए चिंता बढ़ा दी है।
राष्ट्रीय स्तर पर मरीजों के स्वस्थ होने की दर 98.36 फीसदी है और यह मार्च, 2020 के बाद से सबसे ज्यादा है। पिछले 24 घंटे में उपचार करा रहे मरीजों की संख्या में 201 की वृद्धि हुई है।
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से बुधवार सुबह आठ बजे जारी किए गए अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, 159 और मरीजों की मौत के बाद मृतकों की संख्या बढ़कर 4,74,111 हो गई है।
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से बुधवार सुबह आठ बजे जारी किए गए अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, संक्रमण से 195 और मरीजों की मौत के बाद मृतकों की संख्या बढ़कर 4,73,952 हो गई है।
केजरीवाल ने कहा कि वह कोविड-19 के नए स्वरूप के सामने आने के बाद से हालात पर करीब से निगाह रख रहे हैं। संक्रमितों के लिए अस्पतालों में बिस्तर, दवाइयों जैसे जरूरी चीज़ों की पर्याप्त व्यवस्था उपलब्ध रहेगी।
कर्नाटक में हाल के दिनों में 500 से अधिक छात्र पॉजिटिव पाए गए हैं जो अधिकारियों के लिए एक बड़ी चिंता का विषय है। अगर यही सिलसिला जारी रहा तो नए साल और क्रिसमस के जश्न के दौरान पाबंदियां लगाई जा सकती हैं।
पिछले 160 दिन से कोविड-19 के 50,000 से कम दैनिक मामले आ रहे हैं। देश में अब 99,974 मरीजों का उपचार चल रहा है, यह कुल मामलों का 0.29 फीसदी है
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