जब भी चुनाव करीब आता है या चुनाव में हार मिलती है तो विपक्ष ईवीएम में गड़बड़ी का मुद्दा उठाता है। इसको लेकर कई बार बिपक्ष के नेता बीजेपी को घेर चुके हैं, लेकिन हर बार मामला शांत हो जाता है।
देश में चुनाव प्रक्रिया की विश्वसनीयता प्रभावित करने की नीयत से ईवीएम हैकिंग की फेक न्यूज फैलाने वालों पर चुनाव आयोग सख्त हो गया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अभिभाषण पर हुई चर्चा के बाद जवाब देने के साथ-साथ EVM के मुद्दे को लेकर विपक्ष पर निशाना साधा और 'एक देश, एक चुनाव' की वकालत भी की।
वंचित बहुजन अघाड़ी (वीबीए) ने मंगलवार को इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुये महाराष्ट्र विधानसभा का आगामी चुनाव मतपत्रों के जरिए कराने की मांग की।
लोकसभा चुनावों की मतगणना से महज दो दिन पहले इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) में कथित छेड़छाड़ की खबरें सामने आने के बाद मंगलवार को राजनीतिक विवाद पैदा हो गया।
21 विपक्षी दलों की 50 फीसदी VVPAT की पर्चियों के सत्यापन की मांग पर सुप्रीम कोर्ट आज सुनवाई करेगा।
गौरतलब है कि हाल ही में लंदन में हैकथॉन के दौरान एक कथित साइबर एक्सपर्ट ने दावा किया था कि वह भारत में इस्तेमाल हो रही EVM को हैक कर सकता है।
नीतीश कुमार ने कहा कि पहले जब बैलेट पेपर से मतदान होता था, तब बहुत गड़बड़ी होती थी। मतदान केंद्र तक लूट लिया जाता था, उस पर कब्जा हो जाता था। ईवीएम आने के बाद ऐसी घटनाओं पर रोक लगी है।
पार्टी की प्रदेश इकाई के मुख्य प्रवक्ता वैभव माहेश्वरी ने दावा करते हुए कहा कि चुनाव आयोग यह मानने के लिए तैयार नहीं है कि ईवीएम से छेड़छाड़ हो सकती है।
ईसीआईएल ने साफ कर दिया कि सैय्यद शूजा नाम के किसी शख्स ने कभी उसके साथ काम नहीं किया। लंदन में शुज़ा ने दावा किया था कि वो उस टीम का हिस्सा था जिसने ईवीएम डिज़ाइन की थी।
फर्जी नाम के साथ चेहरे को ढंककर सामने आए हैकर ने दावा किया कि उसने ईवीएम बनाने वाली कंपनी इलेक्ट्रॉनिक कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया में 5 साल तक काम किया है।
रविशंकर प्रसाद ने कहा कि EVM हैकिंग का मुद्दा उठाकर कांग्रेस 2019 के लोकसभा चुनाव में होने वाली अपनी हार के बहाने अभी से ढूंढने लगी है
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