दुबई में अचानक हुई मूसलाधार बारिश कोई सामान्य घटना नहीं है। भयंकर बारिश के कारण यूएई में हवाई, मेट्रो और सड़क यातायात ठप हो गए हैं। स्कूल, कॉलेज, बाजारों और मॉल व दफ्तरों को बंद कर दिया गया है। सड़कों, हवाई अड्डों और मेट्रो ट्रैक पर पानी भर गया है। 75 वर्षों में हुई यह सबसे तेज बारिश है।
Pakistan Flood: यहां तक कि पंजाब प्रांत के लोगों को भी एक छोटे ग्रामीण रेलवे स्टेशन के आसपास टेंट लगाकर रहना पड़ रहा है। जहां तक संकरी गली से ही पहुंचा जा सकता है। यहां बाढ़ ग्रस्त इलाकों में रहने वाले लोगों की मूलभूत आवश्यकताएं भी पूरी नहीं हो पा रहीं।
Pakistan Floods: पाकिस्तान ने समय पूर्व मॉनसून और भारी बारिश के लिए जलवायु परिवर्तन को मुख्य कारण बताया है। जून के बाद से अचानक आई बाढ़ में 1191 लोगों की मौत हुई है और 3.3 करोड़ लोग प्रभावित हुए हैं। करीब 10 लाख मकान भी क्षतिग्रस्त हुए हैं।
Pakistan Floods: पाकिस्तान ने समय पूर्व मॉनसून और भारी बारिश के लिए जलवायु परिवर्तन को मुख्य कारण बताया है। जून के बाद से अचानक आई बाढ़ में 1191 लोगों की मौत हुई है और 3.3 करोड़ लोग प्रभावित हुए हैं। करीब 10 लाख मकान भी क्षतिग्रस्त हुए हैं।
Pakistan Floods: यूएनएफपीए के अनुसार 6,50,000 में से 73,000 से अधिक महिलाओं का अगले महीने प्रसव होने की उम्मीद है। उन्हें मातृत्व स्वास्थ्य देखभाल की सख्त जरूरत है। यौन एवं प्रजनन स्वास्थ्य पर काम करने वाली एजेंसी यूएनएफपीए ने अभूतपूर्व बाढ़ से प्रभावित महिलाओं की दयनीय तस्वीर पेश की है।
Maharashtra News: महाराष्ट्र में भारी बारिश ने हर तरफ तबाही मचाई है। इसी बीच एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें देखा जा सकता है कि कैसे छोटे-छोटे बच्चे बाढ़ का पानी पार कर अपनी जान जोखिम में डालकर स्कूल जा रहे हैं।
Flood Situation in Assam And Meghalaya: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को कहा कि एक अंतर-मंत्रालयी केंद्रीय दल नुकसान का आकलन करने के लिए असम और मेघालय के बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा करेगा।
अधिकारियों ने बताया कि महाराष्ट्र के 22 जिले बाढ़ से प्रभावित हुए जिनमें से 382 लोगों की मौत हुई और 369 लोग घायल हुए तथा 7.19 लाख लोगों को 305 राहत शिविरों में स्थानांतरित करना पड़ा।
कैबिनेट सचिव राजीव गाबा की अध्यक्षता वाली राष्ट्रीय संकट प्रबंधन समिति (एनसीएमसी) ने मध्य प्रदेश और राजस्थान में बाढ़ की मौजूदा स्थिति की रविवार को समीक्षा की।
जलभरण क्षेत्रों में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश और बांधों से पानी छोड़े जाने के कारण गंगा, यमुना, घाघरा और शारदा समेत कई नदियां उफना गयी हैं जिससे अनेक इलाकों पर बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है।
गणेश गांव में बाढ़ से सुरक्षित निकाली गई महिला ज्योति सिलावट ने बरेली के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में रात 11 बजे जुड़वा बच्चों को जन्म दिया, जिनमें एक लड़का और एक लड़की है।
आंध्र प्रदेश के कृष्णा और गुंटूर जिलों में कई गांव और सैकड़ों एकड़ खेत शनिवार को जलमग्न हो गए। राहत की बात यह है कि कृष्णा नदी में बाढ़ का प्रकोप घटने के संकेत हैं।
केरल में सात और शव मिलने तथा राजस्थान में पांच व्यक्तियों की जान जाने के साथ ही पांच बाढ़ प्रभावित राज्यों में मरने वालों की संख्या शुक्रवार को बढ़कर 241 हो गयी।
कर्नाटक में बाढ़ की चपेट में अब तक 48 लोगों की मौत हो गई है लेकिन कुछ सिरफिरे ऐसे भी हैं जो यह जानते हुए भी कि वह मौत को दावत दे रहे हैं, कुछ ऐसा करने की कोशिश करते हैं जिससे उनकी जान पर बन आती है।
शिवसेना विधायक उल्हास पाटिल ने पश्चिमी महाराष्ट्र में भारी बारिश के बाद कोल्हापुर और सांगली जिलों में बाढ़ के लिए सोमवार को ‘‘नौकरशाही की सुस्ती’’ को जिम्मेदार ठहराया। पाटिल कोल्हापुर में शिरोल विधानसभा सीट का प्रतिनिधित्व करते हैं।
केरल के कई इलाके भारी बारिश की चपेट में हैं और मौसम विभाग ने राज्य के चार जिलों के लिए ‘रेड अलर्ट’ जारी किया है। ये चार जिले भारी वर्षा और तेज हवाओं की चपेट में हैं। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के सूत्रों ने कहा कि यह अलर्ट इदुक्की, मलप्पुरम, कोझीकोड और वायनाड में जारी किया गया है।
जनता दल (सेक्युलर) ने कर्नाटक में बाढ़ से निपटने को लेकर भाजपा सरकार पर बृहस्पतिवार को निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि उसने असंतुष्ट विधायकों को मुंबई ले जाने के लिए विशेष विमानों का प्रबंध किया था लेकिन वह बाढ़ पीड़ितों को बाहर निकालने के लिए हेलीकॉप्टर तैनात नहीं कर सकती।
बारिश से बुरी तरह प्रभावित वडोदरा में अब जीवन धीरे-धीरे पटरी पर लौटने लगा है क्योंकि विश्वामित्री नदी का जलस्तर शुक्रवार को घटना शुरू हो गया है। यह नदी मध्य गुजरात के वडोदरा शहर से होकर बहती है।
असम में बाढ़ में मरने वालों की संख्या बढ़कर 36 हो गई है और करीब 54 लाख लोग विस्थापित हुए हैं। राज्य के 33 में से 28 जिले अब भी भीषण बाढ़ की चपेट में हैं, हालांकि शिवसागर में जलस्तर में कुछ कमी आई है।
पूर्वोत्तर और बिहार के कुछ हिस्सों में बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है। वहीं सैलाब की वजह से मरने वालों की संख्या सोमवार को बढ़कर 44 हो गई। इसके अलावा प्राकृतिक आपदा से करीब 70 लाख लोग प्रभावित हैं।
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