रिजर्व बैंक ने कहा कि स्वर्ण भंडार में लगातार तीसरे सप्ताह गिरावट जारी रही और स्वर्ण भंडार का मूल्य आलोच्य सप्ताह में 1.045 अरब डॉलर घटकर 41.817 अरब डॉलर रह गया।
पाकिस्तान के पास जो फॉरेक्स रिजर्व है, वह एक महीने का आयात के लिए काफी नहीं है। पाकिस्तान में जरूरी चीजों का आयात बंद है वहीं खाने पीने के सामानों की किल्लत हो रही है।
इस महीने भारत के लिए ये दूसरी सबसे अच्छी खबर आई है। पहली खबर ये थी, जिसमें भारत में महंगाई के आंकड़ों में गिरावट देखी गई थी। अब विदेशी मुद्रा भंडार में रिकॉर्ड उछाल देखा गया है।
देश का विदेशी मुद्रा भंडार अक्टूबर 2021 में 645 अरब डॉलर के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया था। जो 30 सितंबर को समाप्त सप्ताह में यह 4.854 अरब डॉलर घटकर 532.664 अरब डॉलर रह गया।
AIBEA के महासचिव सीएच वेंकटचलम ने इंदौर में संगठन की केंद्रीय समिति की बैठक के बाद कहा, ‘‘सरकार की गलत आर्थिक नीतियों के कारण देश का विदेशी मुद्रा भंडार कम होता जा रहा है। हमारा आयात लगातार बढ़ रहा है, जबकि निर्यात घटता जा रहा है।’’
एक बार फिर भारत के विदेशी मुद्रा भंडार (Foreign Reserves) में कमी देखी जा रही है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के आंकड़ों के अनुसार, यह 2.7 अरब डॉलर घटकर 506.994 अरब डॉलर रह गया है।
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के साप्ताहिक आंकड़ों से पता चलता है कि इस समीक्षाधीन सप्ताह में, विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट विदेशी मुद्रा परिसंपत्तियों (FCA) में गिरावट के कारण आई है, जो कि समग्र भंडार का एक प्रमुख घटक है।
इससे पिछले सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार 1.91 अरब डॉलर बढ़कर 642.01 अरब डॉलर हो गया था। मुद्रा भंडार के आधार पर सबसे बड़े देशों में भारत का चौथा स्थान है।
रिजर्व बैंक के आंकड़ों के अनुसार, अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष में देश का विशेष आहरण अधिकार (एसडीआर) 1.7 करोड़ डॉलर बढ़कर 19.30 अरब डॉलर हो गया। आईएमएफ में देश का आरक्षित विदेशी मुद्रा भंडार 10 लाख डॉलर बढ़कर 5.24 अरब डॉलर हो गया।
डॉलर में बताई जाने वाली विदेशी मुद्रा संपत्ति में विदेशी मुद्रा भंडार में रखी यूरो, पाउंड और येन जैसी दूसरी विदेशी मुद्राओं के मूल्य में वृद्धि या कमी का प्रभाव भी शामिल है।
देश की पेट्रोलियम कंपनी सीलोन पेट्रोलियम कॉरपोरेशन (सीपीसी) द्वारा ईंधन की कीमतों में वृद्धि की आशंका को देखते हुए देश के कई इलाकों में बृहस्पतिवार से ही पेट्रोल पंपों पर लंबी कतरे लगी हुई हैं।
भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा जारी साप्ताहिक आंकड़ों के मुताबिक 15 अक्टूबर को समाप्त सप्ताह में देश के खजाने में तेजी आने का मुख्य कारण विदेशी मुद्रा संपत्ति (एफसीए) में इजाफा होना है।
देश का विदेशी मुद्रा भंडार आठ अक्टूबर को समाप्त सप्ताह में 2.039 अरब डॉलर बढ़कर 639.516 अरब डॉलर हो गया। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने शुक्रवार को अपने ताजा आंकड़ों में यह जानकारी दी।
पाकिस्तान पिछले तीन वर्षों से लगातार सर्दियों के मौसम में गैस संकट का सामना कर रहा है और वैश्विक एलएनजी की कीमतों में बढ़ोतरी से पता चलता है कि पीटीआई सरकार के तहत लगातार चौथे वर्ष भी संकट पैदा होगा।
रिजर्व बैंक ने कहा कि आलोच्य सप्ताह में भारत की विदेशीमुद्रा आस्तियां (एफसीए) 89.2 करोड़ डॉलर घटकर 577.986 अरब डॉलर रह गई।
आरबीआई द्वारा शुक्रवार को जारी साप्ताहिक आंकड़ों में दर्शाया गया है कि दस सितंबर को समाप्त सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार में यह कमी मुख्य तौर पर विदेशीमुद्रा आस्तियों (एफसीए) के घटने की वजह से हुई है जो कुल मुद्राभंडार का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होता है।
विदेशी मुद्रा भंडार इससे पिछले 27 अगस्त को समाप्त सप्ताह के दौरान 16.663 अरब डॉलर बढ़कर 633.558 अरब डॉलर हो गया था। इस वृद्धि का मुख्य कारण विशेष आहरण अधिकार (एसडीआर) होल्डिंग्स में वृद्धि होना था।
केमिकल फर्टिलाइजर पर प्रतिबंध और कीटनाशकों पर रोक से श्रीलंका में इस साल कृषि उपज में भारी गिरावट आई है।
RBI ने इससे पहले बुधवार को कहा था कि अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने 23 अगस्त, 2021 को भारत को SDR 12.57 बिलियन (नवीनतम विनिमय दर पर लगभग 17.86 बिलियन अमरीकी डालर के बराबर) का आवंटन किया था।
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के साथ विशेष आहरण अधिकार (एसडीआर) 30 लाख अमेरिकी डॉलर घटकर 1.541 अरब अमेरिकी डॉलर रह गया।
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