भारत के स्पेस मिशन गगनयान को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज एक बड़ा खुलासा किया। पीएम मोदी आज ने उन चार अंतरिक्ष यात्रियों का परिचय करवाया जो गगनयान के जरिए अंतरिक्ष में जाएंगे। गगनयान मिशन के उन 4 अंतरिक्ष यात्रियों से मिलिए-
इसरो के सोलर मिशन के लिए अब गगनयान की लॉन्चिंग का बेसब्री से इंतजार हो रहा है। इस बीच आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इन मिशन के अंतरिक्ष यात्रियों के नामों का खुलासा कर दिया है
चंद्रयान-3 और आदित्य एल1 की सफलता के बाद अब इसरो का पूरा ध्यान मिशन गगनयान पर है। इस मिशन के तहत ISOR अंतरिक्ष में इंसान भेजेगा।
इस साल ISRO ने भारतीय स्पेस के इतिहास में कई स्वर्णिम कारनामे दर्ज किए हैं। कई महत्वपूर्ण अभियान के साथ-साथ भारतीय स्पेस एजेंसी ने अन्य देशों की सैटेलाइट्स को स्पेस में पहुंचाया। यह साल इसरो के लिए बेहद ही यादगार रहा।
इसरो के मून मिशन चंद्रयान-3 की सफलता से पूरी दुनिया में भारत की वाहवाही हो रही है। इस बीच स्वीडिश अंतरिक्ष यात्री क्रिस्टर फुगलेसांग ने भी इस मिशन की तारीफ की और कहा कि उन्हें अगले मिशन का इंतजार है।
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ने गगनयान की टेस्ट लॉन्चिंग को सफलता पूर्वक पूरा करते हुए इतिहास रच दिया है। श्रीहरिकोट स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से इसे सुबह 10 बजे लॉन्च किया गया। इसने टेस्ट के सभी मानकों को सफलतापूर्वक पूरा किया।
इसरो के गगनयान मिशन की टेस्ट लॉन्चिंग टल गई है। उड़ान भरने से ठीक पांच सेकेंड पहले यह फैसला लिया गया। इसरो चीफ एस सोमनाथ के मुताबिक तकनीकी खराबी के चलते लॉन्चिंग को टाल दिया गया है।
Gaganyaan Launch mission Live : गगनयान की लॉन्चिंग आज ही सुबह 10 बजे दोबारा हुई, तकनीकी खामी को तुरंत दूर कर लिया गया है। इसरो ने ये जानकारी दी है। बता दें कि इससे पहले लॉन्चिंग से ठीक पहले कुछ तकनीकी खराबी आ गई थी।
टेस्टिंग के दौरान क्रू मॉड्यूल की उड़ान, उसे वापस उतारने और समुद्र से रिकवर करने की प्रक्रियाएं शामिल होंगी। मॉड्यूल को वापसी में बंगाल की खाड़ी में उतारा जाना है।
मिशन गगनयान के लिए इसरो कल सुबह क्रू मॉड्यूल उड़ान की टेस्टिंग करेगा। जानकारी के मुताबिक 21 अक्टूबर को सुबह सात बजे से नौ बजे के बीच श्रीहरिकोटा अंतरिक्ष केंद्र से से यह परीक्षण किया जाएगा।
मिशन गगनयान की तैयारियां इसरो जोरों-शोरों से कर रहा है। इसी कड़ी में इसरों ने परीक्षणों की एक श्रृंखला में ड्रग पैराशूट का सफल परीक्षण किया। यह पैराशूट हवा में गिर रहे यान को स्थिर करने व उसकी रफ्तार को कंट्रोल करने के लिए तैयार किया गया है।
अंतरिक्ष के क्षेत्र में भारत का दबदबा लगातार बढ़ता जा रहा है। चंद्रयान के बाद भारत ने अब 2023 में गगनयान समेत कई अंतरिक्ष अभियानों की तैयारी शुरू कर दी है। इसरो 3 मानवों के साथ अंतरिक्ष में गगनयान भेजने की योजना तैयार कर रहा है।
Gaganyaan Mission: पहले ट्रायल के तहत मानव रहित विमान भेजा जाएगा। दूसरे ट्रायल में महिला रोबोट अंतरिक्ष में भेजी जाएगी। इन दोनों ट्रायल के आधार पर तीसरा मिशन होगा, जिसमें भारतीय मूल के एक या 2 लोगों को अंतरिक्ष में भेजा जाएगा। पहला ट्रायल साल 2
गगनयान मिशन को लेकर बड़ी खबर मिली है। बताया जा रहा है कि लंबे समय से चल रहे इसरो के गगनयान मिशन को लेकर कामयाबी हाथ लगी है। इसके अलावा इसरो के नए चीफ की नियुक्ति भी ही की गई है।
गगनयान कार्यक्रम का उद्देश्य भारतीय अंतरिक्ष यान के माध्यम से मानव को पृथ्वी की निचली कक्षा में भेजना और फिर उन्हें धरती पर सुरक्षित वापस लाने की क्षमता का प्रदर्शन करने का है।
भारत के गगनयान अंतरिक्ष कार्यक्रम के लिए चार अंतरिक्ष यात्रियों ने रूस में अपनी एक साल की ट्रेनिंग पूरी कर ली है।
आम बजट 2021 में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने जमीन से लेकर आसमान तक का जिक्र किया। मोदी सरकार के महत्वाकांक्षी गगनयान मिशन का मानव रहित पहला लॉन्च इसी साल दिसंबर 2021 में होगा।
दो फ्लाइट सर्जन जल्द ही गगनयान मिशन के लिए अंतरिक्ष में चिकित्सा का अनुभव अपने रूसी समकक्षों से लेने के लिए रूस रवाना होंगे।
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के अध्यक्ष के सिवन ने शनिवार को कहा कि अंतरिक्ष एजेंसी अपने महत्वाकांक्षी मानव अंतरिक्ष उड़ान मिशन ‘गगनयान’ के लिए ‘हरित प्रणोदक’ विकसित कर रही है।
Gaganyaan Mission: गगनयान परियोजना का उद्देश्य पृथ्वी की निचली कक्षा में मानव को भेजने की क्षमता दिखाना है, जिसके तहत तीन अंतरिक्ष यात्रियों को कक्षा में भेजा जाएगा। इससे पहले इसरो ने पिछले महीने कहा था कि गगनयान मिशन के लिए जीएसएलवी एमके-तीन प्रक्षेपण वाहन को चिह्नित किया गया है।
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