राइवेट सेक्टर के यस बैंक का शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में 31.9 प्रतिशत बढ़कर 965.52 करोड़ रुपए रहा। पिछले साल लाभ 731.80 करोड़ रुपए था।
मॉर्गन स्टेनली के अनुसार लगातार चौथी तिमाही में निर्यात वृद्धि कमजोर हुई है लेकिन आयात में वृद्धि मजबूत बनी हुई है। यह मजबूत घरेलू मांग की ओर इशारा करता है
वित्तीय सेवा कंपनी बजाज फाइनेंस लिमिटेड ने अपने डॉक्टर लोन खंड में 55 प्रतिशत की मजबूत वृद्धि दर्ज की है।
ग्राहकों की मांग कमजोर रहने और GST से जुड़ी चिंताओं के चलते जून माह में विनिर्माण क्षेत्र की ग्रोथ (मैन्युफैक्चरिंग PMI) चार माह के न्यूनतम स्तर तक गिर गई
एसबीआई रिसर्च की एक रिपोर्ट के अनुसार, बैंकों की लोन ग्रोथ में इस भारी गिरावट का बड़ा हिस्सा मात्र 10 कंपनियों के खाते में गया है।
सरकार ने बताया कि 2016-17 में नए आधार वर्ष के मुताबिक GDP वृद्धि 7.1 प्रतिशत रही। वहीं चौथी तिमाही (जनवरी-मार्च) में जीडीपी वृद्धि 6.1 प्रतिशत रही।
आठ कोर सेक्टर की ग्रोथ रेट अप्रैल में 2.5 प्रतिशत रही, जो पिछले तीन महीने का निचला स्तर है। कोयला, कच्चा तेल और सीमेंट उत्पादन में कमी आई है।
सरकार ने आज कहा कि IT सेक्टर ने उसे आश्वासन दिया है कि इस क्षेत्र में बड़े पैमाने पर छंटनी नहीं होगी और यह क्षेत्र 8-9 फीसदी की दर से वृद्धि कर रहा है।
रियल एस्टेट उद्योग क्षेत्र रोजगार के मामले में अप्रैल माह में सबसे आगे रहे हैं। इस क्षेत्र में कुशल श्रमिकों के लिए रोजगार के अवसर पैदा हो रहे हैं।
देश के दूसरे सबसे बड़े प्राइवेट सेक्टर के बैंक HDFC बैंक का शुद्ध मुनाफा वित्त वर्ष 2016-17 की चौथी तिमाही में 18.2 प्रतिशत बढ़कर 3,990 करोड़ रुपए रहा।
आईएमएफ ने कहा कि भारत की आर्थिक वृद्धि दर में हाल के वर्षों में अच्छी वृद्धि हुई है। इससे सरकार द्वारा टैक्स का दायरा बढ़ाने के प्रयास की गुंजाइश बनी है।
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने वर्ष 2017 के लिए भारत की वृद्धि दर के अनुमान को 0.4 प्रतिशत घटाकर 7.2 प्रतिशत कर दिया है।
देश की सबसे बड़ी सॉफ्टवेयर निर्यातक TCS का 2016-17 की चौथी तिमाही में शुद्ध लाभ 4.2 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 6,608 करोड़ रुपए रहा।
नवंबर में नोटबंदी की घोषणा के बाद से इस साल मार्च तक 64 लाख डिजिटल लेनदेन के जरिए 2,425 करोड़ रुपए का कारोबार किया गया।
म्यूचुअल फंड उद्योग के प्रबंधन के तहत परिसंपत्तियां बीते वित्त वर्ष 2016-17 में 42 प्रतिशत की जोरदार बढ़ोतरी के साथ 17.5 लाख करोड़ रुपए पर पहुंच गईं।
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) की प्रमुख क्रिस्टीन लेगार्ड ने कहा कि छह साल की निराशाजनक वृद्धि के बाद अब विश्व अर्थव्यवस्था रफ्तार पकड़ रही है।
शेयर बाजारों में उतार-चढ़ाव के बीच म्यूचुअल फंड प्रबंधकों का शेयर बाजारों में निवेश 2016-17 में 27 प्रतिशत घटकर लगभग 51,000 करोड़ रुपए रह गया।
भारत की इंटरनेट इकोनॉमी का आकार वर्ष 2020 तक 250 अरब डॉलर होने की संभावना है, क्योंकि ऑनलाइन यूजर्स की संख्या और डाटा उपभोग में जबरदस्त वृद्धि देखी गई है।
उत्पादन घटने के कारण फरवरी महीने में आठ प्रमुख बुनियादी उद्योगों की वृद्धि दर घटकर एक प्रतिशत रह गई, जो कि पिछले एक साल में सबसे कम है।
एसएंडपी का कहना है नोटबंदी का प्रभाव कमजोर पड़ने लगा है, ग्रोथ की रफ्तार नोटबंदी से पूर्व के स्तर पर आने की संभावना है। तस्वीर जून अंत तक सामने आएगी।
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