भारत की GDP ग्रोथ वित्त वर्ष 2016-17 में पिछले तीन साल के सबसे निम्न स्तर पर आ सकती है। अर्थव्यवस्था की रफ्तार वित्त वर्ष 2016-17 में 7.1 फीसदी रहेगी।
देश की सकल घरेलू उत्पाद (GDP) की वृद्धि दर अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में घटकर पांच प्रतिशत पर आ जाएगी। HSBC की एक रिपोर्ट में यह अनुमान लगाया गया है।
भारत की वृद्धि दर आने वाले वर्ष में 7.1 प्रतिशत पर अपरिवर्तित रहेगी और 2018 में तीव्र गति से बढ़कर 7.7 प्रतिशत रहेगी। एक रिपोर्ट में यह कहा गया है।
बेहतरीन मौसम तथा इसके साथ ही स्कूलों में छुट्टियों की वजह से सर्दी के मौसम में इस साल पर्यटन में उल्लेखनीय इजाफा देखने को मिल रहा है।
निर्यात में लगातार तीसरे महीने बढ़ोतरी का सिलसिला जारी रहा। नवंबर में निर्यात पिछले साल के समान महीने से 2.29 प्रतिशत बढ़कर 20 अरब डॉलर पर पहुंच गया।
भारतीय रिजर्व बैंक 2017 में नीतिगत दरों में 25 से 50 आधार अंकों की कटौती कर सकता है। एक रिपोर्ट में कहा गया है कि महंगाई दर आगे भी नियंत्रित बनी रहेगी।
DBS ने कहा है कि भारतीय रिजर्व बैंक ग्रोथ को सपोर्ट देने और अनुकूल महंगाई दर का फायदा उठाने के लिए दिसंबर में ही दरों में कटौती जैसा कदम उठा सकता है।
नीति आयोग के उपाध्यक्ष अरविंद पनगढि़या के मुताबिक नोटबंदी के कदम से देश में आर्थिक गतिविधियां व वृद्धि दर प्रभावित होगी, क्योंकि प्रणाली में नकदी की कमी है।
फिच ने कहा कि नोटबंदी का लघु अवधि में भारत की वृद्धि दर पर नकारात्मक असर होगा, पर पूरे वित्त वर्ष में इसकी वजह से जीडीपी में मामूली कमी ही आएगी।
देश का मोबाइल वॉलेट बाजार सालाना 141 प्रतिशत की दर से बढ़कर 2021-22 तक 30,000 करोड़ रुपए पर पहुंच जाएगा। एक अध्ययन में यह अनुमान लगाया गया है।
केयर रेटिंग्स ने कहा है कि 500 और 1,000 रुपए के नोट को बंद करने से चालू वित्त वर्ष में सकल घरेलू उत्पाद (GDP) की वृद्धि दर 0.3 से 0.5 प्रतिशत तक घटेगी।
देश का निर्यात लगातार सुधर रहा है। लगातार दूसरे महीने अक्टूबर में एक्सपोर्ट 9.59 प्रतिशत बढ़ोतरी के साथ 23.51 अरब डॉलर रहा।
इस बार धनतेरस पर रत्न एवं आभूषणों की बिक्री में करीब 25 प्रतिशत बढ़ोतरी की उम्मीद है। बेहतर मानसून तथा उपभोक्ता मांग बढ़ने की वजह से बढ़ोतरी होगी।
रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) ने दूसरी तिमाही में सालाना आधार पर अपने शुद्ध मुनाफे में 17.90 फीसदी की ग्रोथ हासिल की है। को 7,704 करोड़ रुपए का लाभ हुआ
बढ़ते बैड लोन की समस्या एक गंभीर चिंंता बनी हुई है। इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन घट रहा है और बेरोजगारी पिछले पांच साल के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है।
अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (IMF) ने कहा कि गुड्स एंड सर्विसेस टैक्स (GST) के लागू होने से मीडियम टर्म में देश की आर्थिक वृद्धि को गति मिलेगी।
RBI ने कहा है कि भारत का आर्थिक वृद्धि परिदृश्य पिछले वर्ष के मुकाबले बेहतर नजर आता है और 2016-17 में अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर 7.6% रहने की उम्मीद है।
ADB ने 2016 के लिए एशिया क्षेत्र के वृद्धि दर के अनुमान को मामूली घटा दिया है। हालांकि, भारत इस साल 7.4 फीसदी वृद्धि दर हासिल करेगा।
रेटिंग एजेंसी क्रिसिल ने कहा, भारत में अब आर्थिक वृद्धि बेहतर तरीके से हो रही है और वृद्धि चक्र की तेजी के लिए रोजगार वृद्धी की जरुरत है।
मारुति ने कहा कि चालू वित्त वर्ष के लिए उसका डबल डिजिट ग्रोथ का लक्ष्य पटरी पर है। हालांकि, जून में मानेसर में में आग लगने की वजह से उत्पादन को नुकसान हुआ।
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