अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दूसरे कार्यकाल का पहला साल सबसे ज्यादा विवादित होने की वजह से दुनिया भर में सुर्खियों में रहा। ट्रंप के विवादित फैसलों ने पूरे विश्व पर असर डाला और उसकी वजह से कई देशों के साथ रिश्तों में तनाव पैदा हो गए।
इमिग्रेशन पर टिप्पणी को लेकर जेडी वेंस एक बार विवादों में घिरते नजर आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि बड़े पैमाने पर प्रवासन अमेरिकी सपने की चोरी है।
विदेश मंत्री जयशंकर का कहना है कि जो भी देश सीमा पार प्रोफेशनल्स की आवाजाही में बाधाएं पैदा कर रहे हैं वे नुकसान में रहेंगे। भारत को अन्य देशों को यह समझाने की जरूरत है कि “सीमा पार प्रतिभा का इस्तेमाल हमारे पारस्परिक लाभ के लिए है”।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने घोषणा की कि जो भी दस्तावेज पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन ने ऑटोपेन से साइन किए थे, वे सभी रद्द होंगे। ट्रंप ने बाइडेन पर नियंत्रण खोने और स्टाफ पर निर्भर रहने का आरोप लगाया।
थाईलैंड, इंडोनेशिया, सिंगापुर, दक्षिण कोरिया और मलेशिया के कुछ वर्ल्ड क्लास एयरपोर्ट पर भी ऐसी ही सुविधाएं उपलब्ध हैं।
ट्रंप के आदेश के खिलाफ भारतीयों की तरफदारी करते डेविड बीयर ने कि अब राष्ट्रपति ने एक ऐसा कार्यकारी आदेश जारी किया है, जो इन लोगों को अपराधी बना देता है। जबकि भारतीय लोग संभवतः अमेरिका के इतिहास में सबसे शांतिपूर्ण, मेहनती और उत्पादक समूहों में से एक हैं।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अब अपने ही देश में घिर गए हैं। अमेरिकी लोग ट्रंप के खिलाफ बड़े विरोध प्रदर्शन शुरू करने का ऐलान कर चुके हैं। यह विरोध ट्रंप की मौजूदा जनहित नीतियों के खिलाफ है।
अमेरिका में ट्रंप के प्रशासन ने 10 राज्यों से 17 जजों को बर्खास्त करके हड़कंप मचा दिया है। यह कार्यवाही बिना किसी नोटिस के की गई है। ये सभी जज इमिग्रेशन कोर्ट से जुड़े हैं।
यह फैसला अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दूसरे कार्यकाल की शुरुआत में घोषित किए गए कड़े आव्रजन नियमों (US Immigration Policy) का हिस्सा है।
अमेरिका ने चार देशों के पांच लाख अप्रवासियों को देश छोड़ने के लिए कहा है। ट्रंप प्रशासन ने सभी को नोटिस भेजने शुरू कर दिए हैं।
ट्रंप ने कहा कि ICE का विरोध करने वाले दूसरे देशों को झंडे लेकर चल रहे थे लेकिन अमेरिकी झंडे को जला रहे थे। उन्होंने कहा कि ऐसे लोग कड़ी कार्रवाई का सामना करने के लिए तैयार रहें।
खाबी लेम को 6 जून को लास वेगास के हैरी रीड इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर हिरासत में लिया गया था। आईसीई के मुताबिक खाबी लेम ने वीजा शर्तों का उल्लंघन किया था। वे 30 अप्रैल को अमेरिका आए थे और जो निर्धारित अवधि से ज्यादा समय तक रुके थे।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के फैसले के खिलाफ सड़कों पर काफी विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। कैलिफोर्निया के गवर्नर गेविन न्यूसम ने प्रदर्शनकारियों का साथ देते हुए ट्रंप प्रशासन की आलोचना की है साथ ही फैसले का विरोध भी किया है।
लॉस एंजिलिस में आव्रजन कानूनों को लेकर लगातार असंतोष बढ़ रहा है। शुक्रवार को जब संघीय आव्रजन एजेंसी (ICE) ने 44 लोगों को हिरासत में लिया, तो स्थानीय समुदायों में आक्रोश फैल गया। इनमें से कई लोगों का मानना है कि ये गिरफ्तारियां भेदभावपूर्ण और अमानवीय हैं।
अमेरिकी का एक संघीय अदालत ने राष्ट्रपति ट्रंप के प्रशासन के उस फैसले को गैरकानूनी ठहरा दिया है, जिसके तहत कुछ प्रवासियों को दक्षिणी सूडान भेजा गया था।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने एक्स हैंडल से एक फोटो शेयर करके तहलका मचा दिया है। यह फोटो उस युवक की है, जिसे पिछले दिनों अमेरिका से निर्वासित कर दिया गया था। मगर विपक्षियों का कहना है कि उसे गैर-कानूनी तरीके से निकाला गया।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के एक फैसले से वाशिंगटन समेत अन्य शहरों में पढ़ने वाले विदेशी छात्रों के भविष्य पर तलवार लटक गई है। इस फैसले से सैकड़ों भारतीय भी प्रभावित होंगे।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने देश में रह रहे अवैध अप्रवासियों से बड़ी अपील की है। उन्होंने कहा है कि अभी भी अगर आप स्वेच्छा से जाना चाहते हैं तो आपको कुछ पैसे भी देंगे और टिकट भी।
ट्रंप प्रशासन ने 6000 से अधिक जीवित अप्रवासियों को मृत घोषित करके हड़कंप मचा दिया है। ट्र्ंप प्रशासन ने यह कदम किस रणनीति के तहत उठाया है, आइये जानते हैं।
इमीग्रेशन एंड फॉरेनर्स बिल पर गृह मंत्री अमित शाह ने लोकसभा में कहा, जो संस्कृति हमारी रही है पहले इस तरीके की कानून की जरूरत नहीं पड़ी थी। दुनिया भर में सभी देशों में भारत से बाहर गए हुए प्रवासी शायद ही किसी और देश के साथ हो।
संपादक की पसंद
लेटेस्ट न्यूज़