क्रिसमस के बाद ज़्यादातर लोग नए साल का जश्न मानाने के लिए पहाड़ों पर निकलने की तैयारी शुरू कर देते हैं। इस मौसम में लोगों को बर्फबारी देखने का खूब मन करता है इसलिए लोग शिमला मनाली की टिकट निकालना शुरू कर देते हैं। अगर आपको भी स्नोफॉल देखना है लेकिन आप भीड़भाड़ वाले टूरिस्ट प्लेस शिमला मनाली नहीं जाना चाहते तो हम आपके लिए उत्तराखंड का एक खूबसूरत छिपा हुआ हिल स्टेशन लेकर आए हैं। हम बात कर रहे हैं मुनस्यारी की। चलिए जानते हैं यहां की खासियत और यहां कैसे पहुंचें?
मुनस्यारी में क्या है खास?
मुनस्यारी उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले में एक खूबसूरत हिल स्टेशन है, जो समुद्र तल से लगभग 2,298 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। मुनस्यारी का मतलब है 'बर्फ वाली जगह'। गोरीगंगा नदी के किनारे बसा यह एक तेज़ी से बढ़ता हुआ टूरिस्ट डेस्टिनेशन है, और पर्वतारोही, ऊँची जगहों पर ट्रेकिंग करने वाले और प्रकृति प्रेमी अपने हब या बेस कैंप के तौर पर इस्तेमाल करते हैं। कुमाऊं हिमालय में बसा यह स्थान पंचचूली चोटियों के शानदार नज़ारों और साफ-सुथरे प्राकृतिक माहौल के लिए मशहूर है। इसे अक्सर "छोटा कश्मीर" कहा जाता है। अपने शांत माहौल, अल्पाइन घास के मैदानों और बर्फ से ढके पहाड़ों के साथ, मुनस्यारी प्रकृति प्रेमियों और ट्रैकर्स के लिए एक आदर्श जगह है।
बर्फ से ढक जाती हैं चोटियाँ:
सर्दियों में मुनस्यारी की खूबसूरती देखते ही बनती है। दिसंबर महीने में तापमान -3°C से 8°C तक गिर जाता है और पंचाचूली चोटियाँ बर्फ से ढक जाती हैं। हालांकि, भारी बर्फबारी से सड़कें बाधित हो सकती हैं, इसलिए यात्रा से पहले सड़क की स्थिति जांचना ज़रूरी है।
कैसे पहुंचें मुनस्यारी?
मुनस्यारी पहुँचने के लिए आप हवाई जहाज़, ट्रेन, या सड़क मार्ग का सहारा ले सकते हैं। यहाँ जाने के लिए सबसे लोकप्रिय विकल्प ट्रेन को माना जाता है। काठगोदाम/टनकपुर तक ट्रेन से जाकर, फिर टैक्सी या बस से यात्रा करना है, क्योंकि मुनस्यारी सीधे रेल या हवाई मार्ग से अच्छी तरह नहीं जुड़ा है, बल्कि यह उत्तराखंड के प्रमुख शहरों जैसे अल्मोड़ा और पिथौरागढ़ से बस/टैक्सी द्वारा आसानी से कनेक्टेड है
मुनस्यारी में कहां घूमें?
मुनस्यारी में घूमने के लिए पंचचूली पर्वत, खलिया टॉप, बिरथी फॉल्स, नंदा देवी मंदिर, थमारी कुंड, और कालामुनि टॉप मुख्य आकर्षण हैं, जहाँ से हिमालय के शानदार नज़ारे दिखते हैं।