भारत के किसी भी कोने में चले जाएं, रोटी सिर्फ एक भोजन नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति और पारिवारिक परंपराओं का एक अटूट हिस्सा है। ज्यादातर भारतीय घरों में गेहूं की रोटी खाई जाती है। यह कार्बोहाइड्रेट और फाइबर का बेहतरीन स्रोत है, जो दिनभर काम करने के लिए ऊर्जा प्रदान करती है। वहीं आपने ये भी देखा होगा कि रात को कई बार 2-4 रोटियां बच जाती है, जिसे ज्यादातर घरों में बासी समझकर फेंक दिया जाता है। लेकिन शायद आपको मालूम नहीं है कि बासी रोटी सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होती है। इसे सेहत का खजाना कहा जाता है। इसमें कई तरह के पोषक तत्व पाए जाते हैं। तो चलिए जानते हैं बासी रोटी में कौन कौन से पोषक तत्व होते हैं।
बासी रोटी के पोषक तत्व
रेजिस्टेंट स्टार्च
जब रोटी ठंडी होती है, तो उसमें मौजूद स्टार्च 'रेजिस्टेंट स्टार्च' में बदल जाता है। यह फाइबर की तरह काम करता है और छोटी आंत में पचने के बजाय बड़ी आंत में जाता है, जहां यह अच्छे बैक्टीरिया का भोजन बनता है।
विटामिन्स और मिनरल्स
बासी रोटी में विटामिन्स और मिनरल्स भी पाए जाते हैं। ये विटामिन B1, B3 और B6 का बेहतरीन सोर्स माना जाता है। इसमें आयरन भी होता है जो खूब की कनमी को दूर करता है। इसके अलावा इसमें कैल्शियम और मैग्नीशियम भी होता है जो हड्डियों की मजबूती के लिए जरूरी। पोटेशियम होने की वजह से ये ब्लड प्रेशर को भी कंट्रोल करता है।
प्रोबायोटिक्स
रोटी को 12-15 घंटे रखने पर उसमें हल्की किण्वन (fermentation) की प्रक्रिया शुरू हो जाती है, जिससे इसमें गुड बैक्टीरिया पैदा होते हैं। ये पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने और इम्यूनिटी बढ़ाने में मदद करते हैं।
फाइबर
ताजी रोटी की तुलना में बासी रोटी में फाइबर की मात्रा ज्यादा होती है, जिससे यह कब्ज और गैस जैसी समस्याओं में राहत देती है।
बासी रोटी खाने के फायदे
ब्लड शुगर करे कंट्रोल
बासी रोटी का ग्लाइसेमिक इंडेक्स (GI) कम होता है, जिससे यह शुगर लेवल को कंट्रोल करने में सहायक है।
पाचन में सुधार
गुड बैक्टीरिया और फाइबर से भरपूर बासी रोटी पेट से जुड़ी समस्याओं से छुटकारा दिलाने में सहायक है। इसके सेवन से गैस, कब्ज और अपच की समस्या दूर होती है।
डिस्क्लेमर: इस आर्टिकल में सुझाए गए टिप्स केवल आम जानकारी के लिए हैं। सेहत से जुड़े किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने अथवा अपनी डाइट में किसी भी तरह का बदलाव करने या किसी भी बीमारी से संबंधित कोई भी उपाय करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें। इंडिया टीवी किसी भी प्रकार के दावे की प्रामाणिकता की पुष्टि नहीं करता है।