रुपए में आई कमजोरी से हर उस वस्तु और सेवा के लिए हमें पहले से ज्यादा कीमत चुकानी पड़ेगी जो विदेशों से आयात होती है। देश में सबसे ज्यादा कच्चे तेल का आयात होता है जिससे पेट्रोल और डीजल बनता है, यानि पेट्रोल और डीजल के महंगा होने की आशंका बढ़ गई है।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिकी उत्पादों पर 100 प्रतिशत तक आयात शुल्क लगाने वाले देशों में भारत का उदाहरण देते हुये अमेरिका द्वारा व्यापार संतुलन साधने के लिये चीन, यूरोपीय संघ और भारत से आयातित सामान पर ऊंचे शुल्क लगाने की जवाबी कारवाई का बचाव किया है।
चीन ने अमेरिका से चल रहे व्यापारिक युद्ध (ट्रेड वार) के बीच सोयाबीन पर भारत सहित चार अन्य देशों से आयात शुल्क हटा दिया है। चीन सरकार ने कहा कि भारत, दक्षिण कोरिया, बांग्लादेश, लाओस और श्रीलंका से सोयाबीन पर आयात शुल्क वर्तमान के तीन फीसदी से घटाकर शून्य कर दिया है।
चीन ने भारत सहित चान अन्य देशों से आयातित सामान पर शुल्क खत्म करने या घटाने का फैसला किया है।
विदेश व्यापार महानिदेशालय (डीजीएफटी) ने एक अधिसूचना में कहा कि चीन से दूध, चॉकलेट, चॉकलेट उत्पाद तथा दूध से बने अन्य उत्पादों के आयात पर प्रतिबंध की अवधि छह महीने के लिए बढ़ा दी है। यह प्रतिबंध 23 दिसंबर 2018 तक या अगले आदेश तक रहेगा।
भारत ने इंडोनेशिया से आयात किये जाने वाले एक रसायन के मामले में डंपिंग रोधी जांच शुरू की है। यह रसायन खाद्य एवं पेय पदार्थों और दवाओं में इस्तेमाल किया जाता है।
चीन से अमेरिका में आयात होने वाली वस्तुओं के पीछे अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप हाथ धोकर पीछे पड़ गए हैं। अब अमेरिकी राष्ट्रपति ने फिर से चीन से आयात होने वाली वस्तुओं पर फिर से आयात शुल्क लगाने की धमकी दे डाली है, अमेरिका और चीन पहले एक दूसरे पर 50-50 अरब डॉलर के सामान पर आयात शुल्क लगा चुके हैं और ट्रंप की नई धमकी के बाद चीन और अमेरिका के बीच व्यापार युद्ध और भी ज्यादा गहराने की आशंका है।
अमेरिका और चीन के बीच व्यापार यूद्ध बढ़ने की आशंका की वजह से आज एशियाई शेयर बाजारों पर जो दबाव देखा जा रहा है उसका असर भारत के बाजारों पर भी दिखा है, बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज के सेंसेक्स और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के निफ्टी ने कमजोरी के साथ शुरुआत की है। सेंसेक्स फिलहाल 85.03 प्वाइंट की नरमी के साथ 35463.23 पर कारोबार कर रहा है जबकि निफ्टी 32.95 प्वाइंट की गिरावट के साथ 10766.90 पर ट्रेड हो रहा है
वित्त वर्ष 2018-19 के दौरान देश में सोने के आयात में गिरावट देखी जा रही है। वाणिज्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक 2018-19 के शुरुआती 2 महीने यानि अप्रैल और मई के दौरान देश में सोने के आयात में करीब 29 प्रतिशत क गिरावट देखने को मिली है। आंकड़ों के मुताबिक अप्रैल और मई के दौरान देश में कूल 40425.45 करोड़ रुपए के सोने का आयात हुआ है जबकि 2017-18 में इस दौरान देश में 56800.87 करोड़ रुपए का सोना देश में इंपोर्ट हुआ था
भारत ने अमेरिका से आने वाले 30 उत्पादों पर शुल्क बढ़ाने का फैसला लिया है, इनमें 800 सीसी से अधिक इंजन क्षमता की मोटरसाइकल, ताजा सेब और बादाम आदि शामिल हैं। अमेरिका द्वारा भारतीय स्टील और एल्युमीनियम निर्यात पर भारी शुल्क लगाने के फलस्वरूप भारत ने यह पलटवार किया है।
अमेरिका और चीन के बीच व्यापार युद्ध अब विकराल रूप लेता जा रहा है। शुक्रवार को अमेरिका द्वारा चीनी सामानों पर 50 अरब डॉलर मूल्य का अतिरिक्त शुल्क लगाने की घोषणा के जवाब में चीन ने शनिवार को उन अमेरिकी सामानों की सूची तैयार की है, जिनपर अतिरिक्त शुल्क लगाया जाएगा।
मई माह में देश का निर्यात 28.18 प्रतिशत बढ़कर 28.86 अरब डॉलर पर पहुंच गया। वहीं इस दौरान आयात 14.85 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 43.48 अरब डॉलर का रहा।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन से आने वाले सामानों के आयात पर 50 अरब डॉलर के शुल्क को मंजूरी दे दी। अमेरिका के व्यापार मंत्री द्वारा इस संबंध में आज औपचारिक घोषणा किए जाने का अनुमान है।
भारतीय करेंसी रुपए में एक बार फिर से भारी गिरावट देखी जा रही है, डॉलर का भाव फिर से 68 रुपए के पार हो गया है, फिलहाल प्रति डॉलर रुपए 68.02 के स्तर पर कारोबार कर रहा है और इसमें करीब 40 पैसे की भारी गिरावट देखी जा रही है। डॉलर में आई इस तेजी के पीछे अमेरिका में बढ़ी हुई ब्याज दरों को वजह माना जा रहा है।
खाने के तेल के दाम बढ़ने की आशंका बढ़ गई है, तेल और तिलहन पर स्टॉक लिमिट हटाने के बाद अब सरकार ने गैर पाम खाद्य तेलों पर आयात शुल्क बढ़ा दिया है। केंद्र सरकार ने घरेलू तिलहन उत्पादकों और तेल उत्पादकों के हितों के संरक्षण के लिए क्रूड और रिफाइंड गैर पाम खाद्य तेलों पर आयात शुल्क में पांच से 10 प्रतिशत तक की वृद्धि की है।
अमेरिका द्वारा स्टील और एल्युमिनियम पर आयात शुल्क लगाने के बाद भारत द्वारा अमेरिकी सेब पर शुल्क की दर बढ़ाने की जवाबी कार्रवाई से अमेरिका अब तिलमिला गया है।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत सहित दुनिया की कुछ प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं पर निशाना साधते हुए उन पर अमेरिका को व्यापार में लूटने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि भारत कुछ अमेरिकी उत्पादों पर 100% शुल्क वसूल रहा है।
चीनी अधिकारियों का एक दल इस माह के अंत तक देश की कुछ गैर-बासमती चावल मिलों का दौरा कर उनके यहां स्वच्छता मानकों के अनुपालन की जांच कर सकता है। इस दल की रपट के आधार पर चीन इन मिलों का चावल का आयात करने की अनुमति दे सकता है। अभी चीन ने अपने यहां भारत से केवल बासमती चावल के आयात को मंजूरी दी हुई है।
अमेरिकी करेंसी डॉलर के मुकाबले भारतीय करेंसी रुपए में पिछले 12 दिन से जोरदार रिकवरी देखी जा रही है, आज डॉलर का भाव घटकर 66.85 रुपए तक आ गया है जो करीब 4 हफ्ते में सबसे अधिक भाव है, 12 दिन पहले डॉलर का भाव 68.47 रुपए के ऊपरी स्तर तक चला गया था, लेकिन अब डॉलर सस्ता हो रहा है और रुपए में मजबूती आने लगी है, रुपए में आई इस मजबूती का असर हम सबकी जेब पर पड़ सकता है।
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