वित्त वर्ष के पहले पांच माह (अप्रैल-अगस्त) में कोयले का आयात 32.51 प्रतिशत घटकर 7.30 करोड़ टन रह गया, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 10.82 करोड़ टन था।
देश के प्रमुख बंदरगाहों की माल ढुलाई (माल चढ़ाना उतारना) चालू वित्त वर्ष की अप्रैल से अगस्त की अवधि के दौरान 16.56 प्रतिशत घटकर 24.50 करोड़ टन रह गई।
पाम आयल का आयात पिछले साल के मुकाबले 13.9 फीसदी की गिरावट के साथ 7.34 लाख टन के स्तर पर रहा है। सोयाऑयल आयात पिछले साल के मुकाबले 10.4 फीसदी की गिरावट के साथ 3.94 लाख टन के स्तर पर आ गया है।
समीक्षाधीन महीने में चीन का आयात पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 2.1 प्रतिशत घटकर 176.3 अरब डॉलर रह गया।
केंद्रीय मंत्री के मुताबिक देश का व्यापार घाटा लगातार कम हो रहा है और एक बेहतर आपूर्ति श्रृंखला की वजह से वैश्विक व्यापार में भारत का हिस्सा लगातार बढ़ रहा है।
सरकार ने चीन के साथ हुए संघर्ष के बाद देश की सीमाओं से सटे दूसरे देशों के साथ निवेश और कारोबार की शर्तों को और कड़ा कर दिया है। इन देशों की कंपनियों या ऐसी कंपनियों जो इन देशों से किसी भी तरह जुड़ी हैं, उन्हें निवेश या कारोबार के लिए पहले सरकार से मंजूरी लेनी होगी।
कोरोना की वजह से लागू प्रतिबंधों के बाद ईंधन की मांग में तेज गिरावट
लगातार पांचवे महीने देश के निर्यात में गिरावट दर्ज हुई
देश के निर्यात में जून 2020 में लगातार चौथे माह गिरावट दर्ज
रक्षा मंत्रालय ने आत्मनिर्भर भारत को बढ़ावा देने के लिए बड़ा कदम उठाया है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि 'रक्षा मंत्रालय अब आत्मनिर्भर भारत पहल को बढ़ावा देने के लिए तैयार है।
घरेलू टेलिविजन निर्माता कंपनियों की मदद और देश में टेलिविजन उत्पादन को सहायता देने के लिए सरकार ने बड़ा कदम उठाया है।
घरेलू इंडस्ट्री को मदद देने के लिए और गैरजरूरी सामानों के आयात पर नियंत्रण के लिए प्रतिबंध
चांदी का आयात 45 प्रतिशत घटकर 4,300 करोड़ रुपये के स्तर पर आया
निर्यात में 12.51% की गिरावट के मुकाबले आयात में 47.59% की गिरावट
पहली तिमाही में कोकिंग कोल के आयात में भी गिरावट दर्ज हुई
अप्रैल के बाद से ही सोने के आयात में तेज गिरावट दर्ज
सरकार चीन की कंपनियों पर नियंत्रण के लिए पावर उपकरणों पर इंपोर्ट ड्यूटी बढ़ा सकती है
प्रस्तावित बीएटी आयातित उत्पादों पर सीमा शुल्क के अतिरिक्त लगाया जाएगा। इससे आयातित उत्पादों का दाम स्थानीय स्तर पर विनिर्मित उत्पादों के बराबर हो सकेगा।
‘लंबे समय तक आयात करना वास्तव में किसी के व्यावसायिक हित में नहीं’
एसीएमए के महानिदेशक विनी मेहता ने कहा कि कोविड-19 महामारी और उसके चलते हुए लॉकडाउन की वजह से सभी अर्थव्यवस्थाओं और उद्योगों ने आयात पर निर्भरता घटाने पर विचार करना शुरू कर दिया है।
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