वाणिज्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार पिछले महीने आयात 41 अरब डॉलर रहा।
इससे व्यापार घाटा कम होकर 13 अरब डॉलर पर आ गया। व्यापार घाटा दिसंबर 2017 में 14.2 अरब डॉलर था।
भारतीय मिठाइयों के करीब 8,000 करोड़ रुपये के निर्यात के बाजार में रसगुल्ले के पुराने रसूख को काजू कतली से कड़ी चुनौती मिल रही है।
इन कदमों में उपहारों पर सीमा शुल्क से छूट को खत्म करना और उपहारों की अधिकतम संख्या निर्धारित करना शामिल है।
चीन ने घरेलू मुद्राओं में द्विपक्षीय व्यापार के भारत के प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया है।
देश का निर्यात अक्टूबर महीने में एक साल पहले इसी माह की तुलना में 17.86 प्रतिशत बढ़कर 26.98 अरब डॉलर के बराबर रहा।
चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने सोमवार को आयात मेले का शुभारंभ करते हुए कहा कि अगले 15 साल में चीन का वस्तु और सेवा आयात 40,000 अरब डॉलर के पार चला जायेगा।
अमेरिका ने व्यापार से जुड़े मुद्दों पर कड़ा रुख अपनाते हुए भारत से आयातित कम से कम 50 उत्पादों पर उपलब्ध शुल्क-मुक्त रियायत खत्म कर दी है।
अमेरिका के साथ व्यापार युद्ध के बीच चीन ने भारतीय रेपसीड ऑयल मील पर लगे पिछले पांच साल के प्रतिबंध को खत्म कर दिया है। चीन ऑयल मील का सबसे बड़ा उपभोक्ता है।
ट्रंप प्रशासन की ओर से भारी भरकम शुल्क लगाने के बावजूद अमेरिका के साथ चीन का व्यापार अधिशेष सितंबर में बढ़कर 34.1 अरब डॉलर के नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है।
श्रीलंका ने अपनी मु्द्रा में आई भारी गिरावट के बाद शनिवार को कारों और विलासिता की वस्तुओं के आयात पर कई तरह की पाबंदियां लगा दी हैं।
सरकार को चालू खाते के घाटे को बढ़ने से रोकने के लिये निर्यात बढ़ाने पर ज्यादा ध्यान देना चाहिये।
चीन से आयातित इस्पात की चुनिंदा किस्मों पर भारत पांच वर्ष के लिए 185.51 डॉलर प्रति टन का डंपिंग रोधी शुल्क लगा सकता है। घरेलू विनिर्माताओं के हितों की रक्षा के लिए यह कदम उठाया जा सकता है।
रुपया 37 पैसे की कमजोरी के साथ 71.58 प्रति डॉलर के स्तर पर बंद हुआ है जो इसका सबसे निचला स्तर है
सस्ते और कम गुणवत्ता वाले चीनी माल की देश में बढ़ती डंपिंग और उससे घरेलू उद्योग को होने वाले नुकसान पर चिंता व्यक्त करते हुए संसद की एक स्थायी समिति ने सरकार से किसी भी तरह के अवैध, संरक्षणवादी और अनुचित व्यापार व्यवहार के समक्ष घरेलू उद्योगों को पूर्ण सुरक्षा देने की सिफारिश की है।
2018 की पहली छमाही के दौरान वैश्विक स्तर पर सोने की मांग 9 साल के निचले स्तर पर आ गई है
वेदांता समूह की तांबा बनाने वाली कंपनी स्टरलाइट कॉपर की तमिलनाडु इकाई के बंद होने से देश में तांबे का आयात करीब दो अरब डॉलर बढ़ गया है और साथ ही डेढ़ अरब डॉलर के निर्यात का नुकसान भी हुआ है।
राजस्व खुफिया निदेशालय (DRI) ने करीब 150 करोड़ रुपए मूल्य के ई-रिक्शा आयात में एक कंपनी द्वारा सीमा शुल्क चोरी का पता लगाया है। निदेशालय ने इस संदर्भ में कंपनी के दो प्रवर्तकों को गिरफ्तार किया है।
अगर आप विदेशी ब्रांडेड कपड़ों के शौकीन हैं तो आपके लिए बुरी खबर है। सरकार ने घरेलू टेक्सटाइल कारोबार को बांग्लादेश, वियतनाम और चीनी कपड़ों से मिल रही चुनौती से मुकाबला करने के लिए बड़ी राहत दी है।
तिलहन किसानों को उनकी फसल का जायज भाव दिलाने के लिए केंद्र सरकार ने वनस्पति तेलों के आयात पर जो लगाम लगाई है उसका असर दिखने लगा है, जून के दौरान देश में खाद्य तेल आयात 25 महीने के निचले स्तर पर दर्ज किया गया है। तेल-तिलहन उद्योग के संगठन सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टक्स एसोसिएशन (SEA) की तरफ से जारी किए गए आंकड़ो से यह जानकारी निकलकर आई है।
संपादक की पसंद