विशेषज्ञों का कहना है कि अगर आप निवेशक हैं तो लंबी अवधि के लिए फायदेमंद होगा। लंबी अवधि में एलआईसी के शेयर में शानदार रिटर्न मिल सकता है।
कैंपस एक्टिववियर के आईपीओ को 51.75 गुना अभिदान मिला था। एनएसई पर उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार कंपनी को 3,36,25,000 शेयरों की पेशकश पर 1,74,02,02,110 शेयरों के लिए बोलियां प्राप्त हुई थी।
कंपनी ने शुक्रवार को बताया कि आईपीओ 11 मई को खुलकर 13 मई को बंद होगा और एंकर निवेशकों के लिए बोली 10 मई को खुलेगी।
विशेषज्ञों का कहना है कि जिस तरह से ग्रे मार्केट में एलआईसी के आईपीओ पर प्रीमियम घटा है। इसकी वजह से एलआईसी के आईपीओ से निवेशकों को 7-10% लिस्टिंग गेन मिलने की उम्मीद है।
शेयर बाजारों में शाम 6.24 बजे तक उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार इस सरकारी कंपनी के 16,20,78,067 निर्गम के लिये 16,25,35,125 बोलियां प्राप्त हुईं।
संभवतः यह पहला मौका है जब किसी सार्वजनिक निर्गम के दौरान शनिवार-रविवार को भी खरीद की छूट दी गई है।
डेल्हीवरी का आईपीओ 11 मई को खुलेगा और 13 मई को बंद होगा। एंकर निवेशकों के लिए बोली 10 मई को खुलेगी।
सरकार की ओर से एलआईसी के आईपीओ में 16,20,78,067 शेयर बिक्री के लिए रखे गए हैं और जिनमें से 11:30 बजे तक 3,01,74,540 शेयरों के लिए बोली मिल चुकी है।
आपके मन में यह सवाल घूम रहा है कि इस आईपीओ में पैसा लगाएं या नहीं तो हम आपके सभी सवालों के जवाब शेयर मार्केट के शीर्ष विशेषज्ञों से लेकर दे रहे हैं।
एलआईसी ने अपने पॉलिसीधारकों को उनके मोबाइल फोन पर भेजे गए संदेश में आईपीओ से जुड़ी जानकारी दी है।
आईपीओ को लेकर जीवन बीमा के पॉलिसी होल्डर भी उत्साहित हैं क्योंकि उनके लिए अलग से छूट की घोषणा की गई हैं। रिटेल निवेशकों को भी डिस्काउंट दिया गया है।
आईपीओ के तहत सरकार कंपनी में अपने 22,13,74,920 शेयरों की बिक्री कर रही है और इसके लिए मूल्य दायरा 902 से 949 रुपये प्रति शेयर तय किया गया है।
कोई भी पॉलिसीधारक आरक्षित श्रेणी में दो लाख रुपये तक का निवेश कर सकता है, खुदरा श्रेणी में भी दो लाख रुपये तक का निवेश किया सकता है।
दीपम के सचिव तुहिन कांत पांडेय ने कहा देश की मूल्यवान कंपनी LIC का आईपीओ (आरंभिक सार्वजनिक निर्गम) सभी भारतीयों को संपत्ति बढ़ाने का एक मौका दे रहा है।
उम्मीद के अनुरूप खुदरा निवेशकों और कंपनी के कर्मचारियों को प्रति शेयर 45 रुपये की छूट मिलेगी। वहीं, जीवन बीमा के पॉलिसी होल्डर्स को प्रति शेयर 60 रुपये की छूट मिलेगी।
सरकार एलआईसी में 3.5 प्रतिशत हिस्सेदारी बेच सकती है। इश्यू का आकार 21,000 करोड़ रुपये होने की उम्मीद है
सूत्रों के अनुसार, जीवन बीमा के पॉलिसी होल्डर को आईपीओ प्राइस बैंड पर 10% की छूट मिल सकती है। साथ ही रिटेल निवेशकों को भी आईपीओ में छूट देने का फैसला हो सकता है।
बाजार में आए उतार-चढ़ाव को देखते हुए सरकार को निर्गम का आकार 3.5 प्रतिशत पर लाने के लिए मजबूर होना पड़ा है।
एलआईसी में पांच फीसदी हिस्सेदारी या 31.6 करोड़ शेयर की बिक्री पहले मार्च में होने वाली थी लेकिन भूराजनीतिक तनाव के मद्देनजर इसे स्थगित कर दिया गया था।
सरकार ने विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (फेमा) नियमों में संशोधन किया है। इससे बीमा क्षेत्र की दिग्गज कंपनी एलआईसी में 20 प्रतिशत तक एफडीआई का रास्ता खुल गया है।
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