ज्योतिरादित्य सिंधिया के कांग्रेस छोड़ भारतीय जनता पार्टी में जाने के बाद मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार पर खतरा मंडरा रहा है।
मध्य प्रदेश से भाजपा के राज्यसभा उम्मीदवार ज्योतिरादित्य सिंधिया को विरासत में करोड़ों की संपत्ति मिली है। उनके पास बैंक में भी करोड़ों रुपये की नकदी जमा है। मगर उनकी जेब में (कैश इन हैंड) मात्र 25 हजार रुपये ही हैं।
मध्य प्रदेश के सहकारिता मंत्री डॉ. गोविंद सिंह ने कांग्रेस छोड़कर भाजपा में जाने वाले पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया पर बड़ा हमला बोला है। उनका कहना है कि सिंधिया ने राजनीति को गंदा कर रखा था और उनके जाने से कांग्रेस की सफाई हो गई है।
कांग्रेस की मध्य प्रदेश इकाई के कार्यकारी अध्यक्ष और पूर्व मंत्री रामनिवास रावत ने दावा किया है कि वह कांग्रेस में ही रहेंगे।
दिग्विजय अपने ट्वीट्स के जरिए अपनी प्रतिबद्धताओं के बारे में बता रहे थे और साथ ही साथ ज्योतिरादित्य सिंधिया पर हमला भी बोल रहे थे।
शिवराज ने कहा कि बीजेपी उम्मीदवार सिंधिया पर जानलेवा हमला करने की कोशिश की गई।
विधायकों के आने की सूचना के चलते भाजपा व सिंधिया समर्थक कार्यकर्ता और कांग्रेस के कार्यकर्ता हवाईअड्डे पर पहुंचे हैं। कमलनाथ सरकार के मंत्री सज्जन वर्मा भी हवाईअड्डे पर पहुंचे हैं। उनका कहना है कि आने वालों में कांग्रेस के विधायक भी हैं, इसलिए वे यहां आए हैं।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो चुके पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने शुक्रवार को मध्य प्रदेश से राज्यसभा के लिए अपना नामांकन पत्र दाखिल कर दिया।
सूत्रों का कहना है कि विधायकों के बेंगलुरू से भोपाल आने की संभावना के चलते हवाईअड्डे पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। लेकिन आधिकारिक तौर पर कोई इसकी पुष्टि नहीं कर रहा है।
ज्योतिरादित्य सिंधिया के कांग्रेस छोड़कर भाजपा का दामन थामते ही अब मध्य प्रदेश सरकार ने 6 साल पुरानी जांच फिर से शुरू कर दी है।
कोरोना वायरस का असर मध्य प्रदेश के सियासी संकट पर भी पड़ सकता है। सूत्रों के मुताबिक खबर है कि कमलनाथ कोरोना की खतरे की वजह से विधानसभा सत्र टलवाने की कोशिश में हैं।
| देश के अलग-अलग राज्यों की 55 सीटों पर हो रहे राज्यसभा चुनाव के लिए आज नामांकन का आखिरी दिन है। आज कई दिग्गज अपना नामांकन दाखिल करेंगे। कांग्रेस का साथ छोड़ भारतीय जनता पार्टी में आए ज्योतिरादित्य सिंधिया भी आज भोपाल में अपना नामांकन दाखिल करेंगे।
केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने राजस्थान के राजनीतिक घटनाक्रम को लेकर कहा कि थोड़ा इंतजार कीजिए, क्योंकि इंतजार का फल मीठा होता है।
राज्यसभा की तीन सीटों के लिए मध्य प्रदेश में होने वाले चुनाव में कांग्रेस और भाजपा के बीच दिलचस्प लड़ाई देखने को मिलेगी, जहां कांग्रेस के कम से कम 22 विधायकों के बगावत के चलते कमलनाथ सरकार का भविष्य अधर में लटक गया है।
भाजपा के सदस्य बनने के बाद पहली बार भोपाल पहुंचे ज्योतिरादित्य सिंधिया का दिन बेहद व्यस्त रहा। रात को 'महाराज' सिंधिया पूर्व सीएम शिवराज के निवास स्थान पर पहुंचे, जहां शिवराज सिंह चौहान की पत्नी साधना ने खुद उन्हें भोजन करवाया।
कांग्रेस छोड़कर भारतीय जनता पार्टी (BJP) का दामन थामने के बाद पहली बार भोपाल पहुंचे राज्यसभा प्रत्याशी ज्योतिरादित्य सिंधिया ने खुद को भाजपा के हवाले करने का ऐलान करते हुए इशारों में कहा कि 'कमलनाथ सरकार जाने वाली है।'
शिवराज ने भाजपा के प्रदेश दफ्तर में आयोजित समारोह में कहा, "रावण की लंका को पूरी तरह जलाने के लिए विभीषण की तो जरूरत होती है। मेरे भाई और अब तो सिंधिया जी हमारे साथ हैं। मिलकर लड़ेंगे भी और इनको धाराशायी भी करेंगे।"
भाजपा ने विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी जहां गोपाल भार्गव को सौंपी है तो प्रदेशाध्यक्ष वी.डी. शर्मा को बनाया है। राज्य में भाजपा के प्रमुख नेताओं में केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, प्रहलाद पटेल, पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव, पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा, कैलाश विजयवर्गीय, सांसद राकेश सिंह की गिनती होती है।
सिंधिया के विशेष विमान से दिल्ली से भोपाल पहुंचने के बाद भाजपा ने उनके स्वागत में पलक पांवड़े बिछा दिए। हवाई अड्डे से लेकर भाजपा के दफ्तर तक के लगभग 20 किलोमीटर के रास्ते में सिंधिया के स्वागत के लिए एक तरफ जहां होर्डिग-बैनर लगाए गए थे तो कार्यकर्ता हाथों में भाजपा के झंडे लिए मालाएं पहनाकर और गुलदस्ते देकर स्वागत करने में लगे रहे।
ज्योतिरादित्य सिंधिया की कांग्रेस से बेरुखी की दास्तां काफी लंबी है। 18 महीने पहले मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव के समय कमलनाथ जब प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बनाए गए, सिंधिया तभी नाराज हो गए थे।
संपादक की पसंद