अमेरिका की प्रथम महिला मेलानिया ट्रंप की किडनी की सफल सर्जरी हुई है और फिलहाल वह मैरीलैंड के अस्पताल में ही स्वास्थ्य लाभ ले रही हैं।
खराब लाइफस्टाइल की वजह से आपके शरीर में अचानक से कौन सी बीमारी घर कर दे इस बात पता नहीं चलता है। कहा जाता है कि किडनी हमारे शरीर के गंदगी को साफ करती है। इसलिए किडनी को हेल्दी रहना बहुत जरूरी है।
आपने अक्सर सुना होगा कि बड़ी बीमारी दबे पांव हमारे शरीर मेें प्रवेश कर जाती है। लेकिन ध्यान दिया जाए तो यह बीमारी शरीर में जब पनपती है तो शरीर के दूसरे अंगों में असर करती है। और आज इसी के सिलसिले में बात करेंगे।
नेशनल इंस्टीच्यूट ऑफ हेल्थ ( एनआईएच ) ने ह्यूस्टन विश्वविद्यालय में औषधि विज्ञान के भारतीय मूल के प्रोफेसर ताहिर हुसैन को किडनी से जुड़े एक अध्ययन के लिए 16 लाख अमेरिकी डॉलर की राशि प्रदान की है।
युवाओं की संख्या बहुत अधिक है, जो सलमान खान और ऋतिक रौशन जैसे बालीवुड अभिनेताओं की तरह का शरीर पाने के लिए जिम में जाकर घंटों तक खास तरह की एक्सरसाइज करते हैं तथा स्टेरॉयड एवं हार्मोन के इंजेक्शनों का सहारा लेते हैं और अपनी किडनी खराब कर बैठते हैं।"
हाल में ही दिव्या भारती की मां मीता भारती का निधन हो गया है। दिव्या भारती की बुआ की बेटी कायनात अरोड़ा ने इस बात की पुष्टि करते हुए बताया कि उनकी किडनी पूरी तरह से खराब हो गई थी और शरीर से पानी लीक होने लगा था। इसी के चलते शुक्रवार को भी रैगुलर टेकअप के लिए अस्पताल गए। जहां पर उन्होंने अंतिम सांस ली। जानिए क्या है इसके संकेत...
पिछले कुछ सालों में किडनी से जुड़ी बीमारियों से होने वाली मौतों में काफी इजाफा हुआ है। बावजूद इसके प्राय: लोग किडनी से जुड़ी समस्याओं के लक्षण समझ नहीं पाते और डॉक्टर के पास तब जा पाते हैं जब समस्या बहुत अधिक बढ़ चुकी होती है और बचने के अवसर बेहद कम होते हैं।
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) के चिकित्सकों ने 244 दिन की बच्ची की सफल लेपरोस्कोपिक सर्जरी करके नया गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया है। उन्होंने 271 दिन के शिशु की सर्जरी करने का रिकॉर्ड तोड़कर नया रिकॉर्ड स्थापित किया है।
किडनी हमारे शरीर को साफ करता है लेकिन हमारी खराब लाइफस्टाइल और खानपान इसे खराब कर सकती है। आज की लाइफस्टाइल इतनी ज्यादा खराब हो गई है जिसकी वजह से वह हमारे शरीर पर बुरा असर डालता है।
ये तो हम सभी जानते हैं कि तेजपत्ते का इस्तेमाल सब्जी बनाते वक्त मसाले के तौर पर किया जाता है। पर क्या आपको यह मालूम हा कि इन पत्तियों में कई औषधीय गुण पाए जाते हैं।
क्या आपको पता है हर साल लगभग 850,000 लोग किडनी खराब होने की वजह से मर जाते हैं। और यह बस आपकी खराब लाइफस्टाइल और खराब खान पान की वजह से होती है। क्योंंकि आपकी खराब लाइफस्टाइल का सीधा असर आपकी किडनी पर पड़ता है।
गुर्दा खराब होने पर मरीजों को डायलिसिस पर रहना पड़ता है जबकि आयुर्वेद में ऐसी दवाएं मौजूद हैं जो न सिर्फ गुर्दे के मरीजों को डायलिसिस पर जाने से बचाती हैं बल्कि डायलिसिस से छुटकारा भी दिला देती हैं।
नियाभर में गुर्दा संबंधी रोग से पीड़ित मरीजों में महिलाओं की तादाद पुरुषों से कहीं अधिक है, जिसका मुख्य कारण लापरवाही है। यह बात गुरुवार को यहां विश्व गुर्दा दिवस पर आयोजित एक कार्यक्रम में विशेषज्ञों ने कही।
आपके किडनी में स्टोन है इसके शुरूआती लक्षण शरीर में दिखने लगते हैं। इसके लिए कुछ खास उपाय करने की जरूरत है। अगर आपके भी बॉडी में दिखे ऐसे कोई लक्षण तो समझ लीजिए आप किडनी स्टोन से ग्रसित हैं।
आजकल की बीजी लाइफस्टाइल और खराब खानपान की वजह से कई तरह की बीमारी हमारे अंदर घर कर लेती है। यह बीमारी धीरे-धीरे हमारे शरीर में अंदर तक घर कर लेती है जिसका पता हमें तब चलता है जब यह बिल्कुल आखिरी स्टेज में पहुंच जाती है।
किडनी का फेल हो जाना या किडनी में अचानक से पत्थर हो जाना। ये सब आए दिन सुनते रहते है। ये बात को सबको पता ही होगा कि हमारी दोनों किडनियां हमारे लिए महत्वपूर्ण है। इन दोनों का सबसे महत्वपूर्ण काम होता है हमारे शरीर का विषैले पदार्थों को बाहर निकालना।
आमतौर पर यह ये पथरियां मूत्र के रास्ते शरीर से बाहर निकाल दी जाती हैं। कई लोगों में पथरियां बनती हैं और बिना अधिक तकलीफ के निकल भी जाती हैं, लेकिन यदि पथरी बड़ी हो जाए तो मूत्रवाहिनी में अवरोध उत्पन्न कर देती है। जानिए कैसे पा सकते है इससे निजात...
किडनी की बीमारी का पता तुरंत नहीं चलता है। अगर किसी व्यक्ति की किडनी खराब है तो इसका असर धीरे-धीरे शरीर पर दिखता है। और जब तक पता चलता है तब तक काफी समय निकल जाता है। ऐसे में क्या करें....
इस अध्ययन के निष्कर्षो में बताया गया कि कैफीन और मृत्यों के कारणों के बीच एक संबंध है...
हर महीने 10 से 12 महिलाएं इस बीमारी से संबंधित ही आती है। उनमें यूटीई इन्फेक्शन तेजी से फैलने की वजह हनीमून सिस्टाइटिस होता है। ऐसे दो से तीन पर्सेंट मरीजों में किडनी फेल होने तक मामला पुहंच जाता है।
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