Indira Ekadashi 2022: इंदिरा एकादशी का व्रत करने से व्रती को पितृ पक्ष में श्राद्ध करने के समान फल की प्राप्ति होती है। अगर आप किसी कारण श्राद्ध नहीं कर पाएं हैं को इस छोटे उपाय की मदद से आप उतना फल पा सकते है, साथ ही आपके पितृ भी खुश हो जाएंगे।
Dashavatar Vrat 2022: भाद्रपद शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को दशावतार व्रत किया जाता है। इस दिन विधि-विधानपूर्वक दशावतार व्रत करना बहुत अधिक फलदायी बताया गया है। आइए जानते हैं दशावतार व्रत का महत्व और पूजा विधि
vastu shastra: पीपल के पेड़ का घर में होना वास्तु शास्त्र के अनुसार उचित नहीं माना जाता है। इसलिए पीपल के पेड़ को घर में नहीं उगने देना चाहिए और उग आये तो उसे उखाड़ देना चाहिए।
Putrada Ekadashi 2022: सावन मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को पुत्रदा एकादशी कहा जाता है। पुत्रदा एकादशी का व्रत संतान सुख और अपने संतान के सुनहरे भविष्य के लिए किया जाता है।
सावन की पहली एकादशी कामिका एकादशी कहलाती है। इस बार कामिका एकादशी के दिन 3 शुभ योग बन रहे है।
Chaturmas 2022: आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को देवशयनी एकदशी कहते हैं। इस दिन से भगवान विष्णु चार महीने के लिए योग निद्रा में चले जाते हैं। ऐसे में चातुर्मास (Chaturmas) आरंभ हो जाता है।
अगर आप आर्थिक परेशानियों का सामना कर रहे है या फिर लाख कोशिश करने के बाद भी आपको मन-मुताबिक नौकरी नहीं मिल रही हैं तो गुरुवार के दिन कुछ खास उपाय कर सकते हैं।
कार्तिक मास में तुलसी की पूजा करने से धन का इजाफा होता है और सभी परेशानियां दूर होती हैं। जानिए इस पूरे माह कौन से उपाय करना होगा शुभ।
कार्तिक मास में विष्णु भगवान की पूजा से जीवन में सुख-सौभाग्य की बढ़ोतरी होती है। जानिए पूरे माह कैसे करें तुलसी की पूजा।
परिवर्तिनी एकादशी का व्रत करने से दूसरे लोगों के बीच आपका वर्चस्व कायम होगा और आपके सुख सौभाग्य में बढ़ोतरी होगी।
कहते हैं कि पूर्णिमा के दिन श्रीहरि विष्णु जी स्वयं गंगाजल में निवास करते हैं। आचार्य इंदु प्रकाश से जानिए पूर्णिमा के दिन कौन से उपाय करना होगा शुभ।
भगवान श्री हरि के शयनकाल के इन चार महीनों को चातुर्मास के नाम से जाना जाता है | इन चार महीनों में श्रावण, भाद्रपद, आश्विन और कार्तिक मास शामिल हैं।
आषाढ़ पक्ष की एकादशी को योगिनी एकादशी कहा जाता है। इस बार योगिनी एकादशी 5 जुलाई को है। जानिए योगिनी एकादशी व्रत का शुभ मुहूर्त, महत्व और पूजा विधि के बारे में।
वैशाख महीने की शुरुआत हो चुकी है | हमारी संस्कृति में वैशाख मास का बहुत महत्व है । शास्त्रों में वैशाख मास के दौरान किये जाने वाले बहुत-से यम-नियम आदि का जिक्र भी किया गया है |
विष्णु पुराण में कई ऐसी बताई गई हैं जिनका पालन करके आप सफल व्यक्ति बनने के साथ पुण्य प्राप्त कर सकते हैं। इसी तरह इस पुराण में ऐसी 3 बातों के बारे में बताया गया है जिन्हें कभी भी मेहमान से नहीं पूछना चाहिए।
विष्णु पुराण में बताया गया है ऐसी 6 चीजों के बारे में जिन्हें कभी भी नहीं बेचना चाहिए। चाहे जितनी भी विपत्ति क्यों न आ जाए।
विष्णु पुराण में ऐसे ही कुछ चीजों के बारे में बताया है जिन्हें राह चलते दिखे तो तुंरत दूर हो जाना चाहिए। क्योंकि इन चीजों का अशुभ फल आपके ऊपर पड़ सकता है।
कर्नाटक के हासन जिले में एक तालाब की खुदाई के दौरान भगवान विष्णु की सदियों पुरानी प्रतिमा मिली है।
आचार्य इंदु प्रकाश के अनुसार विजया एकादशी के दिन कौन-से उपाय करके आप अपने जीवन को और सुगम बना सकते है |
अशून्य शयन द्वितीया का ये व्रत पति-पत्नी के रिश्तों को बेहतर बनाने के लिये बेहद अहम है। इस व्रत में मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु की पूजा - अर्चना करने का विधान है।
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