वोवचानस्क, खारकीव क्षेत्र में सीमा के करीब स्थित एक कस्बा है। एक बयान के मुताबिक, वहीं यूक्रेन के हवाई रक्षा बलों ने मंगलवार और बुधवार की दरमियानी रात रूस द्वारा छोड़े गये 17 ड्रोन में से 14 को ध्वस्त कर दिया।
केंद्रीय रसायन और उर्वरक मंत्री मनसुख मांडविया ने कहा कि जब मुद्रास्फीति बढ़ती है, तो इससे कीमतों में बढ़ोतरी होती है और जब यह नीचे आती है तो दाम कम हो जाते हैं।
Bryan Johnson नाम का शख्स जवान दिखने के लिए रोज एक खास तरह की स्पेशल डाइट और 100 से अधिक गोलियां लेता है। इसके लिए वह खुद पर साल के 2 मिलियन डॉलर खर्च करता है। अब वह अपना प्रोडक्ट लोगों को इस कीमत पर बेच रहा है।
Identify Fake Medicines: सर्दी जुकाम या बुखार होने पर लोग अक्सर मेडिकल स्टोर से दवाएं खरीदकर खा लेते हैं। लेकिन ये दवाएं नकली भी हो सकती है। आजकल मार्केट में नकली दवाएं भी बिक रही हैं। दवा खरीदने से पहले जान लें असली और नकली दवा की कैसे करें पहचान?
हमा आतंकियों का दिल आखिरकार इजरायली बंधकों पर अचानक कैसे पसीज गया। जो आतंकी बंधकों को प्रताड़ना की हद पार करते आ रहे थे, आखिर वही अचानक अब दवा कैसे पहुंचाने लगे। यह सब कैसे संभव हो पाया। इस खबर में पढ़िये। आखिर कतर ने कैसे हमास आतंकियों को इसके लिए राजी किया?
हरियाणा के पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर ने कहा कि प्रेगबालिन और टेपेंटाडोल दवाओं के बढ़ते दुरुपयोग के बारे में चौंकाने वाली खबरों के बाद यह पत्र लिखा गया है।
हम सभी देखते आए हैं कि दवाओं की पैकेजिंग एल्युमिनियम फॉयल में होती है। लेकिन, कभी आपने ये सोचा है कि ऐसा क्यों होता है और इसके पीछे कारण क्या हैं, जानते हैं इस बारे में विस्तार से और समझते हैं इसकी पूरी साइंस
Expired Medicine Use: दवाओं की एक्सपायर्ड डेट निकलने के बाद हम गोलियों को फेंक देते हैं। लेकिन आप इन्हें कई कामों में इस्तेमाल कर सकते हैं। खराब हो चुकी दवाओं से आप ब्लॉक सिंक को क्लीन कर सकते हैं और किचन के कीड़े मकोड़ों को दूर भगा सकते हैं। जानिए कैसे?
कंपनी का यह भी कहना है कि यह शुगर-फ्री दवा है और इसका स्वाद अच्छा है। निश्चित-खुराक वाली गोलियों के उलट, डॉक्टर हर रोगी को बेहतर ढंग से फिट करने के लिए खुराक को एडजस्ट कर सकते हैं।
तीन साल की अवधि में मोबाइल उत्पादन में 20 प्रतिशत की वृद्धि हुई।’ मंत्रालय के अनुसार, 2022-23 में कुल इलेक्ट्रॉनिक उत्पादन 101 अरब अमेरिकी डॉलर का था जिसमें से स्मार्टफोन की हिस्सेदारी 44 अरब अमेरिकी डॉलर की थी। निर्यात 11.1 अरब अमेरिकी डॉलर का किया गया।
औषधि नियंत्रण प्रशासन ने खम्मम जिले में बिना लाइसेंस वाली एक दवा फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया है और यहां से करीब 935 किलोग्राम दवाएं बरामद की हैं।
Meftal Side Effects: भारतीय फार्माकोपिया आयोग (IPC) ने दर्द निवारक दवा मेफ्टाल को लेकर एक सेफ्टी अलर्ट जारी किया है, जिसमें कहा गया है कि मेफ्टाल का ज्यादा सेवन करने से आप DRESS सिंड्रोम जैसी गंभीर एलर्जी के शिकार हो सकते हैं। जानिए क्या है ये ड्रेस सिंड्रोम और मेफ्टाल के साइडइफेक्ट्स?
सोशल मीडिया पर एक लड़की ने वीडियो शेयर करते हुए दावा किया है कि DOLO दवाई से आप कपड़े पर लगे दाग को तुरंत साफ कर सकते हैं। वीडियो सोशल मीडिया पर काफी तेजी से वायरल हो रहा है।
भारत में दवाओं का खर्च काफी महंगा आता है। कुछ बीमारियां ऐसी हैं, जिनकी खर्च करोड़ों में है, जोकि आम आदमी के बस की बात नहीं है। ऐसे में भारत ने कुछ दवाओं का स्वयं ही उत्पादन करने का फैसला किया है, इससे करोड़ों की दवाओं का खर्च घटकर लाखों में रह जाएगा।
भारत और पाकिस्तान भले ही एक दूसरे के दुश्मन हैं, मगर हिंदुस्तान मानवता को सबसे ऊपर रखता है। यही वजह है कि पाकिस्तान में कैंसर से लेकर अन्य गंभीर बीमारियों की दवाएं और टीके भारत से निर्यात किए जा रहे हैं। पाकिस्तान ने भी वक्त की नजाकत को समझते हुए अपने देश के अस्पतालों और दवा कारोबारियों को आयात की छूट दी है।
भारत भले ही चीन पर अपनी निर्भरता अगल-अलग क्षेत्रों में धीरे-धीरे कम कर रहा है, लेकिन वह अभी भी दवाओं पर चीन से अपना पीछा नहीं छुड़ा पाया है। एक रिपोर्ट के मुताबिक चीन से दवाओं का भारत ने 75 फीसद तक आयात किया है। यह रिपोर्ट निश्चित ही आत्मनिर्भर भारत के लिए चिंताजनक है।
नए नियम के तहत दवा निर्माता कंपनियों को दवाओं पर H2/QR कोड लगाना ज़रूरी होगा। दवा का प्रॉपर और जेनरिक नाम, ब्रांड और निर्माता का नाम और पता, बैच नंबर, दवा की मैन्यूफैक्चरिंग व एक्सपायरी डेट की जानकारी भी देनी होगी।
Medicines Discount: गंभीर बीमारी से परेशान मरीजों के लिए राहत की खबर आई है। MedPlus 500 से अधिक दवाओं पर छूट देने जा रही है।
भारत में दवाओं की महंगाई के चलते बहुत से रोगी सही इलाज प्राप्त नहीं कर पाते हैं, इसी के चलते देश में जनऔषधि केंद्र खोले गए हैं, जहां 90 प्रतिशत सस्ती दवाएं मिलती हैं।
New Rates Medicines: कोरोना महामारी के बाद से दवाईयों की कीमत तेजी से बढ़ी है। जरूरी बीमारी की दवाईयां भी काफी महंगी मिल रही है।
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