पेट्रोल और डीजल कीमतों में राहत का सिलसिला जारी
दिल्ली, कोलकता, मुंबई और चेन्नई में पेट्रोल के दाम पूर्ववत क्रमश: 75.14 रुपए, 77.79 रुपए, 80.79 रुपए और 78.12 रुपए प्रति लीटर पर यथावत बने रहे।
पेट्रोल और डीजल के दाम में दो दिनों की स्थिरता के बाद आज मंगलावार (29 अक्टूबर) को फिर गिरावट दर्ज की गई।
पेट्रोल और डीजल के दाम में शनिवार को बड़ी राहत मिली। देश के विभिन्न शहरों में पेट्रोल का भाव 28-31 पैसे लीटर सस्ता हो गया और डीजल के दाम में भी 20-22 पैसे प्रति लीटर की कटौती की गई।
बीते दो दिन की राहत के बाद आज सोमवार को फिर तेल विपणन कंपनियों ने पेट्रोल और डीजल के दाम में इजाफा किया है। आज सोमवार को राजधानी दिल्ली में पेट्रोल 8 पैसे व डीजल के दाम में 9 पैसे प्रति लीटर की वृद्धि की गई है। कोलकाता में 7 पैसे जबकि मुंबई और चेन्नई में पेट्रोल के दाम 8 पैसे प्रति लीटर महंगा हुआ है जबकि चेन्नई में डीजल के दाम 10 पैसे प्रति लीटर बढ़ाए गए हैं।
प्रधान ने कहा कि जब कच्चे तेल की कीमतें उछलती हैं तो चिंता होती है।
अपने वाहन में तेल भरवाना अब और भी महंगा हो गया है। तेल विपणन कंपनियों द्वारा मंगलवार को तय कीमतों के अनुसार दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 14 पैसे बढ़ गई हैं।
विशेषज्ञों ने कहा कि सऊदी अरब में हमले के बाद अगले 15 दिनों के भीतर कच्चे तेल के दाम रॉकेट की तरह ऊपर जाएंगे।
तथ्यों की जांच करने वाली एक स्वतंत्र इकाई ने इस बात को सही पाया है कि पाकिस्तान में हाल के दिनों में पेट्रोल की कीमत उस ऊंचाई पर जा पहुंची, जहां वह पहले कभी नहीं पहुंची थी।
पिछले महीने वहां पेट्रोल की कीमत 117.83 रुपए (पाकिस्तानी रुपया) प्रति लीटर तक पहुंच गई थी और डीजल की कीमत 132.47 रुपये प्रति लीटर तक पहुंच गई थी।
तेल विपणन कंपनियों ने गुरुवार को पेट्रोल और डीजल के दाम में कोई बदलाव नहीं किया, लेकिन अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल में चार दिनों से तेजी का सिलसिला जारी है और अगर यह तेजी आगे भी जारी रही तो पेट्रोल और डीजल के भाव आने वाले दिनों में बढ़ सकते हैं।
उत्तर प्रदेश सरकार ने अब मंगलवार को वैट की घटी दर को वापस बढ़ा दिया, जिसके परिणामस्वरूप एक बार फिर दिल्ली में दोनों ईंधनों के दाम उत्तर प्रदेश के मुकाबले कम हो गए हैं।
अर्थव्यवस्था की सुस्ती को लेकर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि इस समय दुनिया भर में नरमी के हालात हैं। भारत में सुस्ती बाहरी प्रभाव से है या आंतरिक इसको समझना होगा। सरकार इस स्थिति से निपटने के लिए तमाम प्रयास कर रही है।
यूपी में बीती रात से आम जनता पर महंगाई की बड़ी मार पड़ी है। यूपी सरकार ने अपना राजस्व बढ़ाने के लिए पेट्रोल और डीजल पर वैट बढ़ा दिया है।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में इस महीने कच्चे तेल में आई नरमी से भारत में पेट्रोल और डीजल के दाम में गिरावट आई है।
राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों ने आज यहां बताया कि राजस्व का ध्यान रखते हुए डीजल और पेट्रोल पर वैट की दर पर दी गई रियायत को हटाया गया है।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के भाव में फिर गिरावट आई है जिससे पेट्रोल और डीजल के दाम में और राहत मिलने की संभावना बनी हुई है।
आज (9 जुलाई) को पेट्रोल जहां 6 पैसे प्रति लीटर सस्ता हुआ है वहीं डीजल 10 पैसे सस्ता हुआ है।
वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट भाषण के आखिरी 5 मिनट में पेट्रोल और डीजल पर नए सरचार्ज की घोषणा कर सभी को चौंका दिया था। बजट पेश होने के अगले ही दिन ये नई दरें लागू भी हो गई हैं।
स्थानीय बिक्री कर या वैल्यू एडेड टैक्स (वैट), जो बेस प्राइज पर केंद्रीय उत्पाद शुल्क लगाए जाने के बाद लगाया जाता है, के बाद पेट्रोल की कीमत में 2.5 रुपए लीटर और डीजल की कीमत में 2.3 रुपए प्रति लीटर की वृद्धि होगी।
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