वहीं, सीरम इंस्टीट्यूट अग्निकांड घटना पर महाराष्ट्र सरकार ने जांच के आदेश दे दिए हैं। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने सीरम इंस्टीट्यूट के अदार पुनावाला से बात की है और 22 जनवरी (शुक्रवार) को पुणे में सिरम इंस्टीट्यूट की साइट का निरीक्षण करेंगे।
कोरोना वायरस वैक्सीन कोविशील्ड का उत्पादन करने वाली महाराष्ट्र के पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया में गुरुवार दोपहर को लगी भीषण आग में अबतक 5 लोगों की मौत हो चुकी है।
देश की सबसे बड़ी वैक्सीन निर्माता कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया की बिल्डिंग आग लगने से 5 लोगों की मौत हो गई है।
भारत ने भूटान और मालदीव के अलावा नेपाल, बांग्लादेश, म्यांमार और सेशल्स जैसे देशों को फ्री वैक्सीन उपलब्ध कराने का वादा किया है।
सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के सीईओ अदार पूनावाला ने कहा है कि बाजार में इस टीके की कीमत 1000 रुपये प्रति शॉट होगी और एक व्यक्ति को कम से कम दो शॉट लेना जरूरी होगा।
कंट्रोलर जनरल वी जी सोमानी ने कहा कि दोनों दवा कंपनियों ने अपने ट्रायल रन का डेटा जमा कर दिया है और दोनों को परमिशन दे दी गई है।
कोरोना वायरस वैक्सीन को लेकर सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया (SII) और भारत बायोटेक (Bharat Boitech)के बीच बयानबाजी से जो विवाद खड़ा हुआ था वह अब खत्म हो चुका है और दोनो कंपनियों ने मिलकर साझा बयान जारी किया है।
प्राइवेट बाजार में वैक्सीन की कीमत 1000 रुपये प्रति डोज होगी,जबकि सरकार को यह वैक्सीन 200 रुपये में उपलब्ध कराया जाएगा।
पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (सीआईआई) ने भारत की पहली स्वदेशी विकसित न्यूमोकोकल वैक्सीन न्यूमोसिल को लॉन्च कर दिया है।
पूनावाला ने कहा है कि वैक्सीन बनाने वाली कंपनियों को, खासकर किसी महामारी के दौर में उनके टीके को लेकर सभी प्रकार के कानूनी दावों से बचाया जाना चाहिए।
भारत में कोरोना वैक्सीन को लेकर जल्द खुशखबरी मिल सकती है। साथ ही केंद्र सरकार ने भी कोरोना वायरस टीकाकरण अभियान की तैयारियां तेज कर दी है।
केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन के विशेषज्ञों की एक समिति ने बुधवार को कोविड-19 टीका के लिए सीरम इंस्टीट्यूट और भारत बायोटेक से अतिरिक्त सुरक्षा एवं प्रभावी डाटा मांगा है।
सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (Serum Institute of India, SII) ने रविवार को भारत में ऑक्सफोर्ड के कोविड-19 टीके ''कोविशील्ड'' के आपातकालीन उपयोग की औपचारिक मंजूरी मांगी है।
केंद्र सरकार ने मंगलवार को कहा है कि यदि खतरे वाले लोगों को टीका लगाकर कोरोना वायरस का ट्रांसमिशन रोकने में सफलता मिली तो शायद देश की पूरी आबादी को वैक्सीन लगाने की जरूरत नहीं पड़े।
चेन्नई के एक स्वंयसेवक ने Covidshield वैक्सीन से अपने ऊपर प्रतिकूल प्रभाव पड़ने की बात कही है और साथ में सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया पर 5 करोड़ रुपए का दावा भी ठोका है।
कोविडशील्ड के परीक्षण में चेन्नई में भाग लेने वाले एक 40 वर्षीय व्यक्ति ने आरोप लगाया है कि उसे परीक्षण की वजह से गंभीर दुष्प्रभावों का सामना करना पड़ा है। व्यक्ति ने इस आरोप के साथ सीरम इंस्टीट्यूट तथा अन्य से पांच करोड़ रुपये क्षतिपूर्ति की मांग भी की है। वहीं परीक्षण पर रोक की भी मांग की है।
COVID-19 vaccine ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और एस्ट्राजेनेका सहित तमाम फार्मा कंपनियों के ट्रायल अपने अंतिम चरण में हैं।
28 नवंबर यानि शनिवार को कोरोना वैक्सीन के निर्माण की तैयारियों का जायजा लेने प्रधानमंत्री मोदी पुणे के सीरम इंस्टीट्यूट जाएंगे।
वैक्सीन निर्माण करनेवाली बड़ी कंपनी सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया (Serum Institute of India) अपने रिस्की पर 4 करोड़ डोज तैयार कर चुका है।
सिप्ला के वितरण नेटवर्क के जरिये इस किट की देशभर में आपूर्ति सुनियोजित तरीके से होगी।Cipla launches antibody detection kit for COVID-19 in India यह आपूर्ति आसीएमआर द्वारा मंजूरी प्राप्त चैनलों के जरिये की जाएगी ताकि इसका समान तरीके से वितरण हो सके।
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