तुर्की के राष्ट्रपति चुनाव में एर्दोगन ने अपने प्रतिद्वंदी कमाल को हरा दिया है। तुर्की निर्वाचन बोर्ड ने एर्दोगन के चुनाव जीतने की पुष्टि की है।
चुनाव में एर्दोगन ने 52.3 प्रतिशत वोट हासिल किए, जबकि कमाल किलिकडारोग्लू के 47.7 प्रतिशत वोट मिले।
तुर्की ने इराक पर बेहद खतरनाक हवाई हमला किया है। इस अटैक में 3 यजीदी लड़ाकों के मारे जाने का दावा किया गया है। तुर्की के इस हमले से इराक में खलबली मच गई है। हालांकि इराक का कहना है। तुर्की के कुर्दिस्तान वर्कर्स पार्टी (पीकेके) से जुड़े तीन यजीदी लड़ाके इराक के उत्तरी प्रांत नीनवे में तुर्की के हवाई हमले में मारे गए।
एर्दोगन चाहते हैं कि उन्हें 5 साल और राष्ट्रपति बनने का मौका मिले। अभी तक तो उनका एकछत्र राज रहा करता था, पर इस बार उनके खिलाफ पूरा विपक्ष एकजुट हो गया है।
उस बैठक के दौरान यूक्रेन की अधिकारी किसी मसले पर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रही थी। पीछे सभी सदस्य देशों के झंडे लगे हुए थे। वहीं, यूक्रेन का सांसद ने एक झंडा पकड़ा हुआ था और उसके ठीक आगे एक महिला संबोधित कर रही थी।
तुर्की के राष्ट्रपति ने कहा कि उनकी राष्ट्रीय खुफिया एजेंसी दाएश के "तथाकथित" नेता पर नजर रख रही थी। तुर्की प्रसारक टीआरटी तुर्क पर एक लाइव साक्षात्कार में एर्दोगन ने कहा कि इसका कोड नाम - अबू हुसैन अल-कुरैशी था।
हजारों सालों से हम शहद का उपयोग करते आ रहे हैं। ये शहद हमारे आसपास कुछ सौ रुपये में किसी भी छोटी दुकान पर आसानी से मिल जाते हैं। लेकिन आज हम आपको ऐसे शहद के बारे में बताने जा रहे हैं जो दुनिया में सबसे ज्यादा महंगा बिकता है।
क्या आपको पता है कि दुनिया का सबसे पुराना शहर कौन-सा है या उसका क्या नाम है? अगर नहीं पता तो हम आपको दुनिया के सबसे पहले शहर के बारे में पूरी जानकारी देगें। एक रिपोर्ट की मानें तो तुर्की का चैटलहोयुक दुनिया का पहला व सबसे पुराना शहर है। वैज्ञानिकों के मुताबिक, ये शहर करीब 9,500 साल पुराना है।
भूकंप इतना शक्तिशाली नहीं था, लेकिन पिछले कुछ समय पहले भूकंप ने जो त्रासदी तुर्की को दी है, उसके बाद भूकंप के झटकों से लोगों में दहशत बढ़ जाती है।
तुर्की में झील के अंदर एक रहस्यमयी महल मिला है। जो पानी के अंदर धंसा हुआ है। इस महल को 3000 साल पुराना बताया जा रहा है।
तुर्की और ईरानी ड्रोन से तबाही के कई उदाहरण हाल के समय में देखने को मिले हैं। रूस और यूक्रेन की जंग में भी ड्रोन के इस्तेमाल से तबाही के उदाहरण देखने को मिले हैं। यही नहीं, आर्मीनिया और अजरबेजान के संघर्ष में भी ड्रोन की अहम भूमिका सामने आई है।
आर्थिक संकट की वजह से पाकिस्तान देश में आने वाली फ्लाइट्स भी पूरी तरह से खाली हैं। दिलचस्प बात यह है कि पाकिस्तान से तुर्की जाने वाली फ्लाइट भरी हुई जाती है। यानी कि लोग पाकिस्तान से बाहर तो जाना चाहते हैं, लेकिन यहां नहीं आना चाहते।
वहीं इससे पहले 24 मार्च शुक्रवार को भी जापान के इजू आइलैंड्स में भूकंप के झटके महसूस किये गए थे। रिक्टर स्केल भूकंप के इन झटकों की तीव्रता 4.6 दर्ज की गई थी।
डेनमार्क में हुई इस घटना के बाद मुस्लिम देशों ने कड़ा आक्रोश जताया।मुस्लिम देशों ने इस घटना की कड़ी निंदा की है। तुर्की ने शनिवार को इस घटना की निंदा की। तुर्की के विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी किया और बयान में इस घृणित अपराध बताया।
जब से तुर्की और सीरिया में भूकंप के बाद तबाही मची उसके बाद भूकंप के नाम से भी लोग कांप उठते हैं। मंगलवार देर रात जैसे ही दिल्ली-एनसीआर और पंजाब समेत देश के कई हिस्सों में भूकंप के झटके महसूस किए उसके बाद लोग अपने घरों से बाहर निकल आए।
यूरोपीय आयोग ने कहा कि कुल 6.05 बिलियन यूरो तुर्की को अनुदान और ऋण के रूप में और सीरिया को 950 मिलियन यूरो अनुदान के रूप में प्रदान किए जाएंगे। अनुदान का 50 प्रतिशत से अधिक (3.6 बिलियन यूरो) यूरोपीय आयोग और यूरोपीय संघ के सदस्य राज्यों के साथ-साथ यूरोपीय निवेश बैंक और पुनर्निर्माण और विकास के लिए यूरोपीय बैंक से आएगा।
सानलिउरफा के टेलीविजन द्वारा जारी एक वीडियो में बाढ़ के पानी से लबालब सड़कें और पानी में कारें बहती हुई दिख रही हैं।
रक्षा विश्लेषकों का कहना है कि 'भारत को आर्मीनिया को घातक हथियारों से लैस करना चाहिए।आर्मीनिया को भारत ने स्वाती हथियार खोज रडार की आपूर्ति की थी। आर्मीनिया को अब पिनाका मल्टी बैरल रॉकेट सिस्टम और ट्रक के जरिए ले जाए जाने वाली होवित्जर तोप दी जा रही है।
शनिवार रात जापान के होक्काइडो में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए। बताया जा रहा है कि जापान के होक्काइडो में 6.1 तीव्रता का भूकंप आया। इसके बाद कुशीरो और नेमुरो के तटीय शहर हिल उठे।
तुर्की के बाद अब जापान में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। बताया जा रहा है कि जापान के होक्काइडो में अब से थोड़ी देर पहले 6.1 तीव्रता का भूकंप आया। हालांकि इसके बाद सुनामी की कोई चेतावनी नहीं है। जबकि आज ही तुर्की में कुछ घंटे पहले फिर से 5.5 तीव्रता का भूकंप आया था। इसके बाद जापान में आए भूकंप से हलचल मच गई।
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