
Ahmedabad Plane Crash: अहमदाबाद में एयर इंडिया का यात्री विमान उड़ान भरने के तुरंत बाद हादसे का शिकार हो गया। 12 मई को हुए इस विमान हादसे में विमान में सवार एक यात्री को छोड़कर बाकी 241 लोगों की मौत हो गई। वहीं जिस मेडिकल कॉलेज कैंपस में यह विमान गिरा वहां कैंपस में रहनेवाले लोग भी इसकी चपेट में आ गए। इस हादसे को लेकर कई सवाल उठ रहे हैं। हालांकि हादसे की जांच पूरी होने के बाद ही इस भीषण दुर्घटना की सच्चाई सामने आ सकेगी। वहीं इस विमान हादसे के बाद ऐसी चर्चा तेज हो गई थी कि चूंकि एयर इंडिया विमानों का मेंटेनेंस तुर्किए की कंपनी के पास था इसलिए ऐसा भी हो सकता है कि उसने कोई साजिश रची हो।
टर्किश टेक्निक के पास बोईंग 787-8 के मेंटेनेंस का जिम्मा नहीं
इन बातों की चर्चा तेज होने पर तुर्किए की ओर से बयान जारी किया गया है। तुर्किए ने कहा कि अहमदाबाद में दुर्घनाग्रस्त बोइंग 787-8 विमान का मेंटेनेंस टर्किश टेक्निक के पास नहीं था। इस तरह के जो भी दावे किए जा रहे हैं, वो पूरी तरह से गलत हैं। बयान में कहा गया कि वर्ष 2024-25 में एयर इंडिया और टर्किश टेक्निक के बीच हुए समझौतों के तहत, मेंटेनेंस सर्विस खास तौर से B777-प्रकार के वाइड-बॉडी विमानों के लिए प्रदान की जाती हैं। दुर्घटनाग्रस्त बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर इस समझौते के दायरे में नहीं आता है।
बयान में यह भी कहा गया-हालाँकि हम जानते हैं कि दुर्घटनाग्रस्त विमान का मेंटनेंस कौन सी कंपनी कर रही थी लेकिन इन मामलों पर बयान देना हमारे अधिकार क्षेत्र से बाहर है। यह हादसा बेहद दुखद था। दुख की इस घड़ी में हमारी संवेदनाएं भारत के लोगों के साथ है।
क्या काम करती है टर्किश टेक्निक?
दरअसल, तुर्किए की कंपनी टर्किश टेक्निक एक ग्लोबल एविएशन सर्विस प्रोवाइडर है। भारत की भी कुछ एयरलाइंस कंपनियां इसकी सर्विस लेती हैं। यह कंपनी एयर इंडिया के बोइंग 777 के बेड़े का मेंटेंनेस देखती हैं। हालांकि एयर इंडिा टर्किश कंपनी के साथ-साथ भारत की एयर इंडिया इंजीनियरिंग सर्विसेज लिमिटेड और कुछ अन्य देशों में भी विमानों का मेंटेंनेंस करवाती रही है।
भारत और पाकिस्तान के बीच हुए सैन्य संघर्ष में तुर्किए ने पाकिस्तान का साथ दिया जिससे भारत ने तुर्किए का बायकॉट शुरू कर दिया। ऐसे में एयर इंडिया ने भी टर्किश टेक्निक के साथ अपने एग्रीमेंट को खत्म कर लिया था।